एबीपी न्यूज से आ रही खबरों के मुताबिक एंकर अभिसार शर्मा को निकाल दिया गया है। अभिसार शर्मा पर फेक न्यूज के जरिए एक युवती और उसके परिवार को सामाजिक रूप से उत्पीडि़त करने का आरोप है। लखनउ की संस्कृति नामक बच्ची की हत्या को जबरदस्ती बलात्कार में बदलने पर आमदा अभिसार शर्मा से जब इस बारे में सबूत मांगा गया तो वह चैनल प्रबंधकों के समक्ष सबूत पेश नहीं कर पाया। सूत्रों के अनुसार, एबीपी न्यूज के प्रबंध संपादक मिलिंद खांडेकर को भी फेक न्यूज मेकर अभिसार शर्मा के पक्ष में खड़े होने का खामियाजा भुगतना पड़ा और उन्हें भी इस्तीफा देने को कह दिया गया है। अब अगला नंबर चैनल के दूसरे एंकर पुण्य प्रसून वाजपेयी का आ सकता है। उन पर भी लगातार फेक न्यूज फैलाने का आरोप है। चैनल के अंदर चर्चा है कि एंकर पुण्य प्रसून वाजपेयी से इस्तीफा लिया जा चुका है। इस संबंध में और अधिक जानकारी मिलने पर खबर अपडेट किया जाएगा। फिलहाल सारी सूचना ABP सूत्रों के आधार पर है।
Broker Abhisar Sharma is kicked out from ABP News, No channel is ready to take him. Now he has only option to join Aam Aadmi Party to run his agenda openly.
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) August 1, 2018
इस बारे में इंडिया स्पीक्स डेली ने 11 जुलाई को एक खबर प्रकाशित की थी- फेक न्यूज मामले में एबीपी एंकर अभिसार शर्मा पर कसा शिकंजा! सरकार ने भेजा नोटिस! इस खबर में बताया गया था कि कैसे अभिसार शर्मा ने लखनऊ की संस्कृति हत्याकांड को बलात्कार कांड बनाकर उस मृतका और उसके पूरे परिवार को बदनाम किया था।
क्या था संस्कृति हथ्याकांड और अभिसार का फेक न्यूज?
लखनऊ में 22 जून 2018 को हुई 17 साल की एक लड़की की हत्या कर दी गयी, जिसका नाम संस्कृति राय था। संस्कृति राय लखनऊ के पोलिटेक्निक कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया स्थित फेफना के वकील उमेश राय की 17 वर्षीय पुत्री संस्कृति राय का शव एक झाड़ी में मिला था। मोदी और योगी सरकार से बेइंतहां नफरत करने वाले इस पत्रकार ने फैक्ट चेक किए बिना, इस पर फेसबुक लाइव कर दिया और यह बता डाला कि संस्कृति राय के साथ बलात्कार हुआ था। जबकि संस्कृति राय की केवल हत्या हुई थी, न कि बलात्कार। अभिसार ने योगी सरकार को घेरने के लिए जोर-शोर से संस्कृति राय के बलात्कार के झूठ को फैलाया। संस्कृति राय के परिवार ने अभिसार शर्मा के ऐसे फेक और अमानवीय कृत्य के खिलाफ कानून का सहारा लिया। संस्कृति राय के परिजन ने इस मामले में लखनऊ पुलिस में मानसिक प्रताड़ना का मामला दर्ज कराते हुए इसमें एबीपी न्यूज एंकर अभिसार शर्मा को आरोपी बनाया। संस्कृति राय के परिवार की शिकायत पर ही लखनऊ पुलिस ने अभिसार शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि वह यह बताए कि किन तथ्यों के आधार पर उसने बलात्कार की झूठी खबर को फैलाया ? अभिसार शर्मा ने एक नहीं, बल्कि कई वीडियो बनाकर संस्कृति राय और उसके परिवार को बदनाम किया और इसके बहाने योगी सरकार और लखनऊ पुलिस को जमकर कोसा। अभिसार लगभग हर वीडियो में संस्कृति राय के बलात्कार की बात दोहराता रहा। एबीपी न्यूज से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इस बारे में नोटिस मिलने पर जब चैनल प्रबंधक ने अभिसार से इस बारे में सबूत पेश करने को कहा तो वह सबूत पेश नहीं कर पाया और टालमटोल करने लगा।
लोकगायिका मालिनी अवस्थी के खिलाफ भी फेकन्यूज चला चुका है अभिसार शर्मा
इससे ठीक पहले 30 जून को अभिसार शर्मा ने इसी तरह फेक न्यूज फैलाकर लोकगायिका मालिनी अवस्थी, उनके पति अविनाश अवस्थी एवं उप्र सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया था। यही नहीं, उसने ट्वीटर पर बकायदा मालिनी अवस्थीजी के खिलाफ अभियान चलाया। मालिनी अवस्थीजी ने ट्वीट कर केवल यह सवाल उठाया था कि ‘कठुआ बलात्कार पर प्लेकार्ड उठाने वाले मंदसौर पर चुप क्यों है?’ इस सवाल को सांप्रदायिकता का रंग देते हुए अभिसार ने पद्म सम्मान से सम्मानित विश्व प्रसिद्ध लोकगायिका व उनके परिवार के खिलाफ अनाप-शनाप आरोप लगाते हुए ट्वीटर से लेकर फेसबुक लाइव के जरिए अभियान चलाया। उनके खिलाफ अपने चैनल पर फेक न्यूज भी प्रसारित किया।
सूत्र बताते हैं कि इस बारे में मालिनी अवस्थीजी ने खुद फोन कर एबीपी न्यूज से अपनी शिकायत दर्ज कराई थी और कहा था कि खबरों का या तो सबूत दें या फिर कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। प्रबंधक ने जब अभिसार से खबरों का सबूत मांगा तो उसके पास कुछ नहीं मिला, जिससे अपमानित चैनल ने तत्काल न्यूज को हटा लिया।
उन्नाव रेप केस पर भी फेक न्यूज फैला चुका है अभिसार
सूत्र बताते हैं कि इसके बाद चैनल प्रबंधक ने अभिसार के द्वारा फर्जी ट्वीट कर बेवजह विवाद पैदा पर भी रोक लगा दिया। यही कारण है कि 30 जून के बाद से अभिसार शर्मा ने एक भी ट्वीट नहीं किया है। उन्नाव रेप केस में भी उप्र सरकार और भाजपा को बदनाम करने के लिए अभिसार शर्मा ने फर्जी न्यूज और ट्वीट फैलाया था, जिस पर सीबीआई ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इनके फेक न्यूज को एक्सपोज किया था। उस पर इंडिया स्पीक्स ने- UNNAO RAPE CASE: फेक न्यूज फैक्ट्री चलाने वाले ABP NEWS के अभिसार शर्मा, THE WIRE, TOI जैसे मीडिया की CBI ने खोली पोल! A MISSION TO EXPOSE FAKE NEWS! नाम से खबर प्रकाशित कर अभिसार को एक्सपोज किया था।
अभिसार शर्मा का आखिरी ट्वीट 30 जून को
दीदी ? pic.twitter.com/4VqsoKhOx0
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) June 30, 2018
अभिसार शर्मा द्वारा लगातार फेक न्यूज फैलाने और प्रबंध संपादक मिलिंद खांडेकर द्वारा उसका पक्ष लिए जाने को प्रबंधकों ने बेहद गंभीरता से लिया और उन्हें पहले कारण बताओ नोटिस दिया, लेकिन जब वह जवाब नहीं दे पाए तो उन्हें इस्तीफा देने को कह दिया गया।
वैसे भी अभिसार शर्मा और उसकी पत्नी सुमोना सेन भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हैं। दोनों से सीबीआई और आयकर विभाग पूछताछ कर चुकी है। इस बारे में इंडिया स्पीक्स ने अभिसार के खिलाफ खबरों की एक पूरी श्रृंखला छापी थी, जिसे आप पढ़ सकते हैं। अभिसार पर फेक न्यूज और भ्रष्टाचार का फंदा कसता देख, चैनल ने अपने आप को इससे अलग करते हुए उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया।
फेकन्यूज के चीयरलीडर सागरिका घोष और विनोद कापड़ी जैसों की बौखलाहट!
In the era of TV cheerleaders of the government, many of us have paid a price for our independence. Voice above loyalty, always, every time https://t.co/Q1sADBgULA
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) August 2, 2018
अब एबीपी न्यूज से निकाले जाने के बाद अभिसार शर्मा के पक्ष में माइनो गिरोह के पेटिकोट पत्रकार शहीद होने का स्वांग रच रहे हैं। कई तरह के आरोपों से घिरे विनोद कापड़ी हों या सागरिका घोष, ये लोग इसे अघोषित अपातकाल बता कर मोदी-योगी सरकार को बदनाम करने के कुचक्र में लग चुके हैं। लेकिन इन पेटिकोट पत्रकारों के पास इसका कोई जवाब नहीं है कि फेक न्यूज फैलाने वाले अभिसार शर्मा ने प्रबंधक के पास अपनी खबर के पक्ष में कोई सबूत पेश क्यों नहीं किया? वैसे भी जिसे गेहूं और धान का अंतर तक पता नहीं है, वह केवल फेकन्यूज मेकर हो सकता है, पत्रकार नहीं।
क्या अब पुण्य प्रसून की है बारी?
एबीपी न्यूज में चर्चा है कि अब एंकर पुण्य प्रसून वाजपेयी की भी छुट्टी हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंधविरोधी पुण्य प्रसून वाजपेयी ने पीएम को बदनाम करने के लिए हाल ही में एक फेक न्यूज चलाया था, जिसे सूचना प्रसारण मंत्रालय ने बेहद गंभीरता से लिया और एबीपी न्यूज को इस बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा। इस बारे में प्रबंधक ने जब पुण्य से जवाब मांगा तो इस फेकन्यूजमेकर के पास भी कोई जवाब नहीं था। इस बारे में भी इंडिया स्पीक्स डेली ने पीएम मोदी के खिलाफ झूठ फैलाने वाले ABP न्यूज और एंकर पुण्य प्रसून वाजपेयी को ग्रामीण महिला ने लताड़ा! शीर्षक से खबर प्रकाशित कर पाठकों को आगाह किया था।
जब पुण्य प्रसून का झूठ पकड़ा गया तो यह और इसके चमचों ने यह अफवाह फैलाना शुरु कर दिया कि उसके रात नौ बजे वाले शो को सेंसर करने के लिए मोदी सरकार सेटेलाइट का सिग्नल रात 9 बजे कमजोर कर देती है। यह नौकरी से निकाले जाने से पहले शहीद होने का स्वांग था, जो पुण्य प्रसून और उसका गिरोह रच रहा था! अंदरूनी सूत्र बता रहे हैं कि पुण्य प्रसून से भी इस्तीफा लिया जा चुका है। शीघ्र ही इसकी सूचना भी बाहर आ जाएगी!
बड़े पैमाने पर फेकन्यूज मेकरों के चेहरे से नकाब उतरने लगे हैं, इसलिए ये चिल्ला रहे हैं!
दरअसल मेनस्ट्रीम मीडिया में बैठे ‘माइनो माफिया’ गिरोह के ‘पेटिकोट’ और ‘पीडी पत्रकार’ गांधी परिवार की जय-जय करने के लिए बड़े पैमाने पर फेक न्यूज का कारोबार चलाते रहे हैं। अब सोशल मीडिया के कारण इनका भेद खुलने लगा है, जिसके बाद से इनमें खलबली है। इससे पूर्व आउटलुक अंग्रेजी पत्रिका ने संघ के खिलाफ बच्चा बेचने का फेक न्यूज फैलाया था, और जब एक स्वयंसेवक ने इसके खिलाफ अदालत में मुकदमा दर्ज कराया तो अभिव्यक्ति का ढिंढोरा पीटा गया। सबूत नहीं होने के कारण तब भी प्रबंधकों ने आउटलुक के संपादक को निकाल दिया था।
यही हाल ‘माइनो माफिया’ गिरोह के वेब द वायर, द प्रिंट, द क्वींट, कारवां जैसे वेब का है, जिनका पूरा मैकेनिज्म ही फेक न्यूज के जरिए मोदी सरकार को बदनाम कर सोनिया-राहुल के लिए रास्ता तैयार करना है। सिद्धार्थ वरदराजन के द वायर ने फर्जी आरटीआई के जरिए आयुष मंत्रालय में मुसलमानों को नौकरी नहीं देने का फेकन्यूज फैलाया था, जिसमें रिपोर्टर को जेल की सैर भी करनी पड़ी थी। इसी वेब ने हाल में टर्नओवर को प्रोफिट बताकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह को बदनाम करने का प्रयास किया था, जिसके कारण उसे अदालत में मानहानि का मुकदमा झेलना पड़ रहा है। सच तो यह है कि इस दौर में बड़े पैमाने पर फेकन्यूज मेकरों के चेहरे से नकाब उतरने लगे हैं, इसलिए ये बिलबिला रहे हैं!
फेकन्यूज को सेक्यूलरिज्म के बुर्के से ढंकने के प्रयास में जुटे कमर वाहिद नकबी! इनकी बिलबिलाहट और शब्दों से टपकते नफरत को महसूस कीजिए….
अभिसार शर्मा के भ्रष्टाचार और फेक न्यूज के खिलाफ इंडिया स्पीक्स ने लगतार खबरें प्रकाशित की, जिसे आप पढ़ सकते हैं-
ABP के एंकर अभिसार शर्मा के एक-एक झूठ का खुलासा, दस्तावेज के साथ!
फेक न्यूज मामले में एबीपी एंकर अभिसार शर्मा पर कसा शिकंजा! सरकार ने भेजा नोटिस!
वाराणसी हादसे को लेकर दांत निपोरते हुए पत्रकार अभिसार शर्मा ने फैलाया फेकन्यूज!
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Wah guru Kaya KHabar h ekdam 100. Sahi
News ke aslii nachod h to o h Indian speaks daily. Sandeep deo sir I salute u . All readers plz read news of sandeep deo
I will give 100 marks