कांग्रेस और उनके वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम राफेल के ऑफसेट डील को लेकर रिलायंस डिफेस के मालिक अनिल अंबानी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि सोनिया गांधी की मनमोहनी सरकार ने अनिल अंबानी को कई प्रोजेक्ट दिए थे। दिल्ली मेट्रो से लेकर मुंबई मेट्रो का काम यूपीए सरकार ने अनिल अंबानी को दिया था. यूपीए सरकार के प्रोजेक्ट के कारण ही पी चिदंबरम अनिल अंबानी के वकील बन गए थे। ध्यान रहे कि पी चिदंबरम केंद्रीय वित मंत्री रहते हुए अनिल अंबानी के वकील बन गए थे। यानि एक वकील के रूप में वह अनिल अंबानी की पैरवी करते रहे हैं, जबकि कांग्रेस के मंच से राफेल डील पर अनिल अंबानी के खिलाफ बोल रहे हैं। पी चिदंबरम की यह भूमिका कितनी हास्यास्पद है।
Ha ha ha..Just read the Judgment -P Chidambaram was Anil Ambani's Vakil…His Cabinet allowed work to Anil, then he became his Vakil( the client who not executing the Cabinet decision properly. He should have been on Govt side) & in Congress Podium he talks against Anil onRafale https://t.co/lWYOQ4zRpX
— J Gopikrishnan (@jgopikrishnan70) January 18, 2019
पी चिदंबरम की इस हास्यास्पद भूमिका का खुलासा वरिष्ठ पत्रकार जे गोपीकृष्णन ने अपने ट्वीट के माध्यम से किया है. उन्होंने एक फैसले के हवाले से लिखा है कि जो चिदंबरम अनिल अंबानी के वकील रह चुके हैं आज वही कांग्रेस के मंच से राफेल डील पर उन्हें घेरने में जुटे हैं। यह उनका वितंडावाद नहीं तो और क्या है?
झूठ बोल कर माफी मांगना आपके गिरोह के सरदार की तो आदत है! बंद कमरे में सबके पैरों पर गिरते ही हो, वहां भी गिर पड़ना! https://t.co/Ln2jGC9wdT
— संदीप देव #SandeepDeo (@sdeo76) January 20, 2019
वहीं अनिल अंबानी ने राफेल डील को लेकर बदनाम करने वालों को सबक सिखाने की ठान ली है। इस संदर्भ में उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह तथा the wire के संपादक और मालिक सिद्धार्थ वरदराजन और प्रबंधक के खिलाफ एक बार फिर पांच हजार करोड़ रुपये की मानहानि का दावा ठोक दिया है।
इस संदर्भ संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए बताया है कि इस मामले की सुनवाई 21 जनवरी को अहमदाबाद कोर्ट में होगी। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले की सुनवाई के दौरान वहां मौजूद रहेंगे। संजय सिंह के ट्वीट का जवाब इंडिया स्पीक्स डेली के संस्थापक संपादक संदीप देव ने बहुत सलीके से दिया है। आप और उसके नेता के इतिहास को देखते हुए उन्होंने लिखा है कि झूठे आरोप लगाने के बाद बंद कमरे में पैर पकड़ लेना आप और उसके सरदार यानि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तो पुरानी आदत रही है। ऐसे में आप भी वहां अनिल अंबानी के पैर पर गिरकर एक बार फिर माफी मांग लेना।
Anil Ambani group has now filed civil suits against The Wire totalling Rs.11000 crore. It seems Reliance Defence cos wants to recover from The Wire all that it has to repay the banks. Good luck! https://t.co/R4Iq2Zj4Ll
— M K Venu (@mkvenu1) January 18, 2019
वहीं the wire के खिलाफ फिर से पांच हजार करोड़ रुपये की मानहानि के केस करने पर द वायर के संस्थापक संपादक एम के वेणु ने रिलायंस पर तंज कसा है। मालूम हो कि रिलायंस ने इससे पहले भी द वायर पर छह हजार करोड़ रुपये की मानहानि का सिविल सूट कर रखा है। इस प्रकार द वायर पर कुल 11 हजार करोड़ रुपये की मानहानी का दावा ठोका जा चुका है। रिलायस के इस कदम के बाद जहां द वायर के सिद्धार्थ वरदराजन अपने मैनेजर को गरीब बता रहा है वही एमके वेणु का कहना है कि अनिल अंबानी को जो रकम बैंक को चुकानी है उन्होंने उतनी रकम द वायर से वसूलना चाहता है।
URL : Anil Ambani’s lawyer P. Chidambaram is speaking against him on Raphael!
Keyword : Rafale deal, Anil ambani, The wire, AAP