अर्चना कुमारी । आगामी धर्म संसद की तैयारी के लिये महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने बुलाई सभी हिंदूवादियों की आपात बैठक आज शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने धर्म संसद की तैयारियों को लेकर अपने साथियों तथा अन्य हिंदूवादियों की एक बैठक का आह्वान किया।यह बैठक इस रविवार 6 नवम्बर 2022 को शिवशक्ति धाम डासना में होगी।
इस विषय मे एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके उन्होंने बताया कि उन्होंने एक संदेश के द्वारा अपने सभी साथियों को कहा है कि हिन्दू समाज ने इस्लाम के जिहाद के समक्ष अपनी कमजोरी प्रदर्शित कर दी है।अब भारतवर्ष में इस्लाम का ज़िहाद अनियंत्रित हो चुका है।इस्लाम के जिहाद का सबसे विकट अस्त्र उनका जनसंख्या का भीषण विस्फोट है।यह जनसँख्या विस्फोट सम्पूर्ण विश्व के विनाश का कारण बनने वाला है।
सम्पूर्ण विश्व इस खतरे से निबटने की तैयारी कर रहा है।केवल हम हिन्दू ही इस खतरे से लड़ने की नहीं सोच पा रहे हैं।इसका मुख्य कारण धर्म के नाम पर हमारे मस्तिष्क में भर दिया कूड़ा करकट और अधर्म है।धर्मविहीन राजनीति हमारे विनाश का दूसरा बड़ा कारण है जो हम हिन्दुओ को तरह तरह से विभाजित करके हमे इस्लाम के जिहादियों का चारा बनाती है।
हम हिन्दू अपने नैतिक धरातल पर इतने दीन हीन हो चुके हैं कि अपने सर्वनाश को भी सम्मुख देख कर किंकर्तव्यविमूढ़ बैठे हुए हैं।वस्तुतः पशु पक्षियों भी हम हिन्दुओ से अच्छे हैं जो आगामी खतरे को भांपकर आत्मरक्षा का प्रयास करते हैं।इस समय विश्व मे केवल शिवशक्ति धाम डासना की धर्म संसद की एक मात्र मंच है जहाँ पिछले चौदह सौ साल से इस्लामिक जिहाद से पीड़ित हिन्दू समाज खुल कर अपनी व्यथा कह सकता है और समाधान पर चर्चा कर सकता है।
उन्होंने अपने साथियों को दिए हुए संदेश में कहा कि जैसा की सभी जानते ही हैं की गत वर्ष उनके आदरणीय गुरुजी धर्मयोद्धा श्री बैकुंठ लाल शर्मा ‘प्रेम सिंह शेर ‘ जी की जयंती 17 दिसंबर 2021 को तीन दिवसीय धर्म संसद हरिद्वार में आयोजित की गयी थी। उनके सभी साथियों के पुरुषार्थ,परिश्रम और सहयोग से यह धर्म संसद संपूर्ण विश्व में प्रसिद्ध हुई। इस बार भी 17 दिसम्बर 2022 से शिवशक्ति धाम डासना में तीन दिवसीय धर्म संसद आयोजित होने जा रही है।यह सभी हिन्दुओ की नैतिक जिम्मेदारी है की इस बार की धर्म संसद पिछली बार की धर्म संसद से भी ज्यादा सफल हो।
इस निमित्त आपसी वार्तालाप हेतु एक बैठक इस रविवार 6 नवंबर 2022 को प्रातः 10 बजे शिवशक्ति धाम डासना में बुलाई गई है जिसके लिये उन्होंने अपने सभी साथियों से विनम्र अनुरोध किया की वो समय से उपस्थित होकर इस वर्ष की धर्म संसद में अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें ताकि यह धर्म संसद ऐतिहासिक हो सके और इसकी गूंज सारे विश्व में सुनाई दे। आगामी रविवार 6 नवम्बर को होने वाली इस बैठक में बड़ी संख्या में साधु सन्यासी भी भाग लेंगे।