अर्चना कुमारी। यह मुंबई के उस दलित छात्र की फरियाद है जिसे भीम और मीम का नारा देने वाले कभी नहीं समझेंगे। आईआईटी मुंबई में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले दलित छात्र को उसके ही दोस्त अरमान ने मार डाला। ऐसा उसने सुसाइड नोट में भी लिखा है जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों का कहना है कि मरने वाले का पहचान दर्शन सोलंकी के तौर पर की गई जबकि आरोपी अरमान खत्री है और दोनों
छात्र हॉस्टल के एक ही फ्लोर पर रहते थे। बताया जाता है कि आईआईटी बॉम्बे के दलित छात्र दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के मामले मुंबई पुलिस की एसआईटी ने उसके एक बैचमेट को गिरफ्तार किया । उस पर सोलंकी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। एसआईटी को 3 मार्च को बरामद एक कथित सुसाइड नोट में मृतक दर्शन सोलंकी ने उल्लेख किया था कि अरमान ने मुझे मार डाला है।
गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाले और बीटेक (केमिकल) कोर्स के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट दर्शन सोलंकी ने इस साल 12 फरवरी को आईआईटी बॉम्बे के एक हॉस्टल की इमारत की सातवीं मंजिल से कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के उजागर होने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने सोलंकी की मौत की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।
महीने भर के जांच के बाद अब आरोपी को पकड़ा गया और पुलिस का कहना है कि आईआईटी-बॉम्बे के एक 18 वर्षीय छात्र दर्शन सोलंकी की आत्महत्या की जांच कर रही मुंबई अपराध शाखा पुलिस की एक विशेष जांच टीम ने आरोपी को धर दबोचा। जांच कार्रवाई में पता चला कि दर्शन सोलंकी मौत मामले को लेकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
मरने से पहले आए आरोपी ने अपने मुस्लिम दोस्त पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया और आरोपी की सत्यता की पुष्टि होते ही उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि अरमान इकबाल खत्री अपने दलित दोस्त को प्रताड़ित किया करता था ।
मृतक दर्शन सोलंकी के हॉस्टल से बरामद सुसाइड नोट में लिखा था, “अरमान ने मुझे मार डाला है।आरोपी अरमान और दर्शन के बीच बहस होती थी, आरोपी अरमान मृतक छात्र को चाकू दिखाकर धमकी भी कई बार दे चुका है। इसके बाद पुलिस की ओर से जांच में करीब 35 लोगों के बयान दर्ज करवाए गए थे।
मुंबई पुलिस के एसआईटी अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी अरमान सवालों के ठीक से जवाब नहीं दे रहा था और ज्यादा कुछ नहीं बता रहा था। अरमान को अब आगे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद रिमांड में लेकर प्रताड़ना की वजह उससे पूछताछ की जाएगी। गौरतलब है कि
इससे पहले 29 मार्च को मृतक दर्शन सोलंकी के पिता ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुंबई के पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत की FIR दर्ज करने के लिए उनके परिवार को पुलिस से उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने अपने बेटे की मौत को लेकर शक भी जाहिर किया था और दावा किया था कि उनके बेटे को अनुसूचित जाति समुदाय का होने के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ा। पुलिस ने जांच के आधार पर पाया है कि दर्शन सोलंकी ने 12 फरवरी को IIT पवई कॉम्प्लैक्स में कथित तौर पर हॉस्टल की बिल्डिंग की सातवीं मंजिल से छलांग लगाई थी।
इसके बाद उसकी मौके पर मौत हो गई थी। दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के बाद उसके परिजनों ने साजिश होने का संदेह जताया था। इसके बाद कैंपस में अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ भेदभाव होने की बात भी सामने आई थी। जिसके बाद सुसाइड नोट मिला था और आरोपी को गिरफ्तार किया गया