हिंदू- कुलकलंकों की सेना , भरी पड़ी है भारत में ;
भरे हुये हैं राजनीति में , प्रेस ,मीडिया ,फिल्मों में ।
यही हैं वामी ,यही हैं कामी , जिम्मी और सेक्युलर हैं ;
राष्ट्र – धर्म से इन्हें न मतलब , ये पूरे ही क्रिमिनल हैं ।
और भी मजहब हैं दुनिया में , पर उनमें ऐसा ऐब नहीं ;
पर भारत की गंदी शिक्षा , झूठे इतिहास से हुआ यही ।
इसी वजह से हरेक क्षेत्र में , बहुतायत गद्दारों की ;
राष्ट्र के दुश्मन ,धर्म के दुश्मन , कमी नहीं मक्कारों की ।
सरकारों में भरे पड़े हैं , राष्ट्र के दुश्मन , धर्म के दुश्मन ;
गंदी – वासना के पुतले हैं , भ्रष्टाचारी कानून के दुश्मन ।
इनके ही षड्यंत्र से चलती , ज्यादातर सरकारें हैं ;
तुष्टीकरण,अल्पसंख्यकवाद ,आरक्षण लाती सरकारें हैं ।
तरह – तरह से राष्ट्र को तोड़ा , कई हिस्सों में बांट दिया ;
धर्म के मार्ग को रोक रहे हैं , जगह-जगह से काट दिया ।
मंदिर पर सरकारी कब्जा , गैर – हिंदू भी पुजारी हैं ;
गुंडों को देते हैं जजिया , बहुत राष्ट्र पर भारी है ।
हिंदू – धर्म के पक्के – दुश्मन , हिंदू ही मरवाते हैं ;
क्या कश्मीर है ? क्या बंगाल है ? हिंदू खून बहाते हैं ।
देश में हिंदू खून है पानी , तरह-तरह से बहता है ;
कुछ न करता हिंदू – नेता , बस वो केवल रोता है ।
सबके विश्वास की बातें करता , डीएनए यही मिलाता है ;
हिंदू अब तो निद्रा त्यागो, सोशल मीडिया जगाता है ।
सारे – राष्ट्रभक्त मिल जाओ , सारे एक मंच पर आओ ;
हिंदू – धर्म बचाना है तो , देश को हिंदू- राष्ट्र बनाओ ।
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , तब ही सच्चा इतिहास बनेगा ;
स्कूलों में नैतिक – शिक्षा , तब हिंदू जिम्मी न बनेगा ।
धर्म – सनातन की छाया में , कानून का शासन आयेगा ;
भ्रष्टाचार हटेगा सारा , सारा अत्याचार जायेगा ।
फिर न वामी कामी होंगे , हिंदू – कुल के कलंक न होंगे ;
कोई नहीं सेक्युलर होगा , देशद्रोही भी कहीं न होंगे ।
दुनिया भर में धर्म – सनातन , सारा गुंडाराज हटेगा ;
आतंकवाद फिर कहीं न होगा , पूरा विश्व शांति पायेगा ।
राम – राज्य में जैसा तब था , फिर वैसा हो जायेगा ;
दैहिक, दैविक ,भौतिक तापा , कोई मानव नहीं पायेगा ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”