कायर, कमजोर ,नपुंसक-नेता , महामूर्ख-हिंदू क्यों ढोता ?
लफ्फाजी में फंस जाता है , अपना वोट व्यर्थ कर देता ।
पार्टी-दलदल में फंसा है हिंदू , अपना सत्यानाश कराया ;
अब्बासी – हिंदू के कारण , कितने हिंदू ने गला कटाया ?
अब्बासी – हिंदू धर्म का दुश्मन , केवल नौटंकी करता है ;
केवल अपने लिये ही जीता , राष्ट्र को तोड़ा करता है ।
सभी दलों में भरे हुये हैं , राष्ट्र – विरोधी हिंदू – दुश्मन ;
इस दलदल को हिंदू छोड़ें , ठुकराओ सब धर्म के दुश्मन ।
लोकतंत्र का “एटम-बम” है , ठीक से हिंदू इसे चलाओ ;
इस बम को “नोटा” कहते हैं , सारे-हिंदू इसको अपनाओ ।
अबकी बार मतदान से पहले , कट्टर – हिंदूवादी देखो ;
केवल वोट उसी को देना और नहीं तुम कुछ भी देखो ।
किसी भी दल का या निर्दलीय हो,कट्टर-हिंदू को ही ढूंढना ;
यदि कोई नहीं ऐसा प्रत्याशी,बिना झिझक सब”नोटा”करना
जब सबसे ज्यादा “नोटा” होंगे , चुनाव रद्द हो जायेगा ;
कोई भी अब्बासी – हिंदू , जीत नहीं तब पायेगा ।
सौ में नब्बे चुनाव रद्द हों, बिल्कुल भी चिंता मत करना ;
गिने – चुने जो भी जीतेंगे , उनसे ही सरकार है बनना ।
गंदी – राजनीति भारत की , केवल हिंदू की दुश्मन है ;
गांधी – नेहरू की औलादें , धर्म – सनातन की दुश्मन हैं ।
केवल “नोटा”में ही ताकत, इन सबका सूपड़ा साफ करेगी ;
फलस्वरुप दुनिया की पहली , “हिंदू-वादी” सरकार बनेगी ।
जब ऐसी सरकार बनेगी , आजादी तब हिंदू को मिलेगी ;
हजार बरस की जो है गुलामी उससे पूरी मुक्ति मिलेगी ।
हिन्दू – मंदिरों से सरकारी-कब्जा , पूरी तरह हट जायेगा ;
वामी , कामी , जिम्मी, सेक्युलर , जेहादी मिट जायेगा ।
जितने भी हिंदू – मंदिर हैं , धर्म – सनातन के केंद्र बनेंगे ;
धर्म – सनातन की शिक्षा से , सारे – हिंदू श्रेष्ठ बनेंगे ।
धर्म से होगा न्याय का शासन , सारा भ्रष्टाचार हटेगा ;
गंदे – कानून सभी बदलेंगे , सदाचार का शासन होगा ।
अब्बासी – हिंदू नेता का , पूरा – मुंह काला होगा ;
अब-तक राष्ट्र लूटने वाले , उनको जेलों में जाना होगा ।
कोई भी न बच पायेगा , सद्गुण-विकृति मिट जायेगी ;
जब “हिंदू-राष्ट्र” बनेगा भारत, तब ही मानवता बच पायेगी ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”