अर्चना कुमारी । शारीक नसीम नाम है उसका और वह व्यक्ति बिटकॉइन के नाम पर ठगी करता था। पुलिस का दावा है कि अलीगढ़ में बैठा शातिर आरोपी युवक अपने साथियों के साथ मिलकर बिटक्वाइन में निवेश के नाम पर ठगी कर रहा था। दुबई और दूसरी जगह बैठे लोग बदले में युवक को मोटा कमिशन दे रहे थे। पुलिस ने इस संबंध में आरोपी को अलीगढ़ से गिरफ्तार किया है और उस आरोपी की पहचान हमदर्द नगर, जमालपुर, कोली, अलीगढ़, यूपी निवासी शारिक नसीम (36) के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपी के बैंक खाते में 3.84 लाख रुपये फ्रीज करने के अलावा इसके पास से पांच डेबिट कार्ड, दो चेकबुक और एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जिसमें कई एप मौजूद हैं। आरोपी पूर्व में करीब 10 साल निजी बैंक में काम कर चुका है। उसे इंटरनेट बैँकिंग का अच्छा ज्ञान है। इसका फायदा उठाकर वह अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे रहा था। पुलिस को शारिक के कई अन्य साथियों की तलाश है।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि 10 अक्तूबर को दक्षिण जिले के साइबर थाना पुलिस को साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से ठगी की एक शिकायत मिली थी। पीड़ित ने बताया कि उससे यूएसडीटी बिटक्वाइन में निवेश करवाने के नाम पर 17 लाख रुपये ठग लिये गए। पीड़ित की शिकायत पर छानबीन के बाद पुलिस ने 28 अक्तूबर को इस संबंध में मामला दर्ज किया। जिन बैंक खातों में ठगी की रकम गई और आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल की पड़ताल की गई। 100 से अधिक मोबाइल नंबर की जांच करने के बाद पता चला कि आरोपी अलीगढ़ में मौजूद है।
एक टीम को भेजकर आरोपी शारिक को जमालपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसके बैंक खातों से 3.84 लाख रुपये बरामद हुए, जिनको फ्रीज करा दिया गया।आरोपी ने बताया कि वह कमिशन के आधार पर मुख्य आरोपी को बैंक खाते उपलब्ध करवाता था। मुख्य आरोपी से करीब एक साल पूर्व उसकी मुलाकात हुई थी। वह मेरठ का रहने वाला है और फिलहाल दुबई में मौजूद है। वहीं से मुख्य आरोपी और उसके साथी वारदात को अंजाम दे रहे हैं।