आईएसडी नेटवर्क। सीबीआई ने रिया चक्रवर्ती को पूछताछ के लिए समन जारी कर दिया लेकिन रिया के वकील ने ये कहकर इंकार कर दिया कि उन्हें अब तक ऐसा कोई समन नहीं मिला है। सीबीआई रिया से पूछताछ की अपनी तैयारी पूरी कर चुकी है। चूँकि सीबीआई की अब तक की जाँच से ये सिद्ध हो गया है कि एजेंसी इसे आत्महत्या मानकर नहीं देख रही है। सुशांत के कमरे की गहरी छानबीन करने के पीछे सबसे मुख्य कारण यही है कि सीबीआई वहां फिंगरप्रिंट्स भी खोज रही है। इस केस में सीबीआई की तत्परता और उत्साह देखकर संकेत मिल रहा है कि उन्हें इस केस में महत्वपूर्ण लीड मिल चुकी है।
सीबीआई जाँच का चौथा दिन तेज़ रफ़्तार वाला ही रहा। डीआरडीओ गेस्ट हाउस में सिद्धार्थ पीठानी, सुशांत के कुक नीरज सिंह और दीपेश सावंत से दस घंटे तक कड़ी पूछताछ की गई। ये स्पष्ट है कि तीनों ही संदिग्ध लगातार पूछताछ से बौखला गए हैं।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक सोमवार को जब इनको साथ बैठाकर पूछताछ की गई तो तीनों सीबीआई के सामने ही झगड़ा करने लगे। तीनों के बयानों पर आठ पॉइंट्स का अंतर बताया जा रहा है। इसके बाद डीआरडीओ में रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती से भी सीबीआई ने पूछताछ की।
सीबीआई जब रिया के घर समन देने पहुंची तो नौकर ने रिया के घर होने से मना कर दिया। बाद में रिया के वकील सतीश मनेशिंदे ने मीडिया से कहा कि हमें कोई समन मिला ही नहीं है। जाहिर है कि रिया चक्रवर्ती सीबीआई की पूछताछ को टालने की कोशिश कर रही है। सोमवार को ये खबर भी तेज़ी से वायरल हुई कि रिया चक्रवर्ती ने किसी फ्रेंडली मीडिया से हाथ मिलाया है ताकि सुशांत प्रकरण में हो रहे खुलासों का जवाब दिया जा सके।
इस बीच भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी का एक ट्वीट काफी चर्चा में आ गया है। स्वामी पहले से कहते आ रहे हैं कि सुशांत की हत्या की गई है। उन्होंने दावा किया है कि दुबई के एक ड्रग डीलर का उनकी मौत के साथ कनेक्शन है।
ट्वीट में स्वामी ने ड्रग डीलर का नाम भी उजागर कर दिया है। स्वामी का कहना है कि दुबई का ड्रग डीलर अयाश खान सुशांत की मौत वाले दिन उनसे मिला था।
यक़ीनन ये सनसनीखेज खुलासा है। यदि सीबीआई केस के इस पहलू की जाँच करेगी तो केस की दिशा दुबई और आईएसआई की ओर जा सकती है। मुंबई पुलिस की भूमिका लगातार संदिग्ध बनी हुई है। शनिवार को सुशांत के घर से निकले पुलिसकर्मी ने बहाना बनाया कि वह पानी पीने आया था।
दिशा सालियान के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दिशा के कॉल डिटेल्स से पता चला कि उनकी मौत के बाद भी उनका फोन एक्टिव था। कॉल डिटेल्स के अनुसार दिशा के मोबाइल से 17 जून तक कॉल किये जा रहे थे जबकि उनकी मौत 8 जून को ही हो चुकी थी।
इस नई जानकारी के बाद ये संदेह और भी गहरा गया है कि सुशांत की तरह दिशा की मौत पर भी कोई पर्दा डालने का प्रयास कर रहा है। ये तथ्य मुंबई पुलिस की भूमिका को संदेह में ला रहे हैं क्योंकि पुलिस ने दिशा की मौत के बाद उनके गैजेट्स अपने कब्ज़े में नहीं लिए। जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ रही है, दिशा की मौत भी एक साजिश की ओर इशारा कर रही है।
मंगलवार को सीबीआई की जाँच का पांचवा दिन है। मंगलवार को इस बात की पूर्ण संभावना है कि लुकाछिपी खेलने के बावजूद रिया से पूछताछ शुरू हो जाएगी। बाकी तीनों संदिग्धों से दस घंटे से अधिक समय तक पूछताछ जारी रही। शौविक से भी सीबीआई ने देर रात तक कड़ी पूछताछ की।
उधर एम्स ने पोस्टमार्टम और विसरा के नमूने की मांग की है। सिद्धार्थ पीठानी, सुशांत के कुक नीरज सिंह और दीपेश सावंत का धैर्य अब जवाब दे रहा है। जल्दबाज़ी में पोस्टमार्टम करना। सुबह तक की प्रतीक्षा भी न करना। मौत का समय लिखना भूल जाना। ये सारे तथ्य संदिग्धों के लिए मुसीबत बन गए हैं।
उधर महाराष्ट्र सरकार का रुख अब भी जस का तस बना हुआ है। दरअसल अब तक सभी संदिग्ध एक काल्पनिक कहानी बता रहे हैं, जो उन्होंने सत्यता छुपाने के लिए गढ़ ली है। सीबीआई इस कहानी के पीछे की सच्चाई जानना चाह रही है। एम्स द्वारा जाँच के बाद संभव है कि संदिग्धों पर सीबीआई का दबाव और बढ़ जाए।