बीबीसी देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाली खबर को ज्यादा तरजीह देती है और कई मामलों में उसकी रिपोर्टिंग भी एकतरफा और भेदभावपूर्ण होती है, ताकि समाज में सांप्रदायिक तनाव और बढ़े। अपनी गलत रिपोर्ट के साथ ही गलत मंशा और नियत की वजह से बीबीसी की शाख अब दिनों दिन गिरती जा रही है। भारत के प्रति उसका नजरिया हमेशा से भेदभावपूर्ण रहा है। और अब यह आलम है कि बीबीसी समाज में तनाव फ़ैलाने के लिए फेक न्यूज का सहारा ले रहा है। उत्तराखंड में एक मुसलिम युवक को भीड़ से बचाने वाले पुलिस अधिकारी गगनदीप सिंह के संदर्भ में बीबीसी ने 30 मई यानि बुधवार को खबर चलाई कि युवक को बचाने के लिए उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। बीबीसी द्वारा चलाई गयी फेक न्यूज़ का खुलासा ‘क्विंट’ ने अपनी वेबसाइट में किया है। क्विंट ने गगनदीप के हवाले से खबर प्रकाशित की है कि उन्हें किसी प्रकार की कोई धमकी नहीं मिली है।
BBC reports threats to Singh, who says “There’s no such thing.” https://t.co/0fvsQU2YyJ
— Rituparna Chatterjee (@MasalaBai) May 31, 2018
मुख्य बिंदु
* बीबीसी ने बताया कि धमकी मिलने की वजह से ही गगनदीप सिंह को छुट्टी पर भेजा गया है
* गगनदीप ने धमकी मिलने से किया इनकार, अभी वे छुट्टी मना रहे हैं, दो जून को करेंगे ज्वाइन
गौरतलब है कि उत्तराखंड के रामनगर स्थित मंदिर में भीड़ से एक मुसलिम बच्चे को बचाते हुए पुलिस निरीक्षक गगनदीप सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो के वायरल होने के दूसरे दिन ही बीबीसी ने युवक को बचाने वाले पुलिस अधिकारी गगनदीप सिंह को जान से मारने की धमकी मिलने की खबर चलाई है। उनकी यह खबर बिल्कुल फेक निकली। बीबीसी के झूठ की पोल क्विंट ने अपनी अंग्रेजी वेबसाइट में खोली है। क्विंट ने जब धमकी मिलने वाला प्रश्न पूछा तो गगनदीप सिंह ने कहा कि उन्हें भी किसी ने बताया है कि उन्हें धमकी मिल रही हैं। जान से मारने की धमकी की बात तो दूर उन्हें किसी प्रकार की कोई धमकी नहीं मिली है।
बीबीसी ने तो यहां तक लिखा है कि धमकी मिलने की वजह से ही पुलिस अधिकारी गगनदीप सिंह को छुट्टी पर भेज दिया गया है। जबकि इस मामले में गगनदीप सिंह का कहना है कि अभी वह अपने घर पर छुट्टी मना रहे हैं और दो जून को अपनी ड्यूटी फिर से ज्वाइन करेंगे। उत्तराखंड के एडीजी (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार का कहना है इस मामला तब सामने आया जब रामनगर से 15 किमी दूर गरिजया मंदिर में एक मुसलिम युवक एक हिंदू लड़की से मिलने गया था। मामले की जानकारी मिलते ही इसकी गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग ने पुलिस निरीक्षक गगनदीप सिंह को मौके पर भेज दिया। जब गगनदीप मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुछ स्थानीय लोग दोनों को रंगे हाथ पकड़कर हमला करने की योजना बना रहे थे। लोगों ने बताया कि इन दोनों को आपत्तिजनक अवस्था में यहां पकड़ा गया है। लेकिन जब तक इस बात को लेकर भीड़ उग्र होती गगनदीप ने उस मुसलिम युवक को भीड़ से बचाते हुए लेकर चले गए।
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