कुछ विपक्ष के लिए बने हैं , कुछ शासन करने को ;
गलत लोग जब सत्ता पाते , तब समझो हिंदू मरने को ।
बीजेपी को विपक्ष में लाओ , हिंदू ! अपना धर्म बचाओ ;
कभी नहीं सत्ता में लाना , हिंदू अपनी गर्दन को बचाओ ।
विपक्ष में जब रहती बीजेपी , हिंदू – स्वर बन जाती है ;
और जभी सत्ता पा जाती , हिंदू-गर्दन को कटाती है ।
बीजेपी के शासन में ही , कई सैकड़ों मंदिर टूटे ;
मजहब के भवनों की सुरक्षा , हिंदू के तो भाग्य ही फूटे ।
कैसे नष्ट कर रहे काशी ? गंगा के घाट भी तोड़ रहे ;
शिव – परिवार के मंदिर तोड़े , गंगा की धारा मोड़ रहे ।
कुपित कर रहे महाकाल को , उनका क्रोध कौन भुगतेगा ?
नेता – वोटर सब भुगतेंगे , कोई नहीं बचने पायेगा ।
गंदी-दौलत की चमक में अंधा , क्या नेता क्या अफसर है ?
अंधा कैसे राह दिखाये ? उन सबका तो जीरो नंबर है ।
महाप्रलय को मत दो न्योता , गंदी-वासना के पुतलो !
फौरन सही राह पर आओ व काशी से बाहर निकलो ।
भूले से विलास मत करना , गंगा तेरी माता है ;
मां का मत अपमान करो , मां को क्रोध भी आता है ।
हिंदू ! तुम तो इसको समझो , क्या है काशी का स्थान ?
तीन – लोक से न्यारी काशी , जो न समझे वो बेईमान ।
बेईमान से बच कर रहना , हिंदू ! अपना धर्म निभाओ ;
शासन करना इन्हें न आता , बीजेपी को विपक्ष में लाओ ।
सारे ही दल धर्म – विरोधी , जेहादी के गुलाम हैं ;
स्टॉकहोम – सिंड्रोम से पीड़ित , जिम्मी के ही काम हैं ।
हमें चाहिये “कट्टर-हिंदू” , निर्दलीय या किसी भी दल का ;
अब्बासी-हिंदू कोई न जीते , प्रचंड-प्रहार हो “नोटा” का ।
“हिंदू का ब्रह्मास्त्र” है “नोटा” ,समय आ गया इसे चलाओ ;
बीजेपी को हर जगह हराओ, इसको विपक्ष में पहुंचाओ ।
जब विपक्ष बीजेपी होगा , हिंदू ! तेरी जान बचेगी ;
ताकतवर विपक्ष के चलते , हिंदू-हित की बात उठेगी ।
अभी विपक्ष है पूर्ण-निकम्मा , हिंदू-हित का विरोधी है ;
सर्वश्रेष्ठ विपक्ष बीजेपी , हिंदू – हित – आरोही है ।
हिंदू – धर्म बचाना है तो कोई एक काम करना है ;
“हिंदू-राष्ट्र” बनाना है या बीजेपी को हराना है ।