यदि कोई व्यक्ति घर में शांति कराने से लेकर उद्योग -व्यापार , नौकरी- चाकरी, प्रेम -प्यार में सफलता दिलाने का दावा करें तो उसकी सच्चाई जान लीजिए अन्यथा आप को मोटी रकम से हाथ धोना पड़ सकता है।
राजधानी की केशव पुरम थाना पुलिस ने एक ऐसे ही जालसाज तांत्रिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान हारुन उर्फ मियां शाह जी बंगाली (55) के तौर पर हुई जो मेरठ यूपी का रानी वाला है। आरोपी का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड है, जिस पर हत्या और दंगे का मामला भी दर्ज है।
पुलिस सूत्रों की माने तो गुगल पर अनगिनत ऐसी वेबसाइट हैं,जिसमें बताया जाता है कि किसी भी तरह की समस्या का समाधान करवाना है तो हमसे संपर्क किजिए।
शातिर जालसाज लोग पीडि़त को अपनी बातों में लेकर उसपर अनगिनत विपदाएं बताकर मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। ठगी का शिकार होने के बाद जब पीडि़त उनसे पैसे वापिस मांगता है तो उसको धमकी देकर उसको और उसके घर पर जादू टोना करके बर्बाद करने की बात बोलते हैं।
केशवपुरम पुलिस ने ऐसे ही एक तांत्रिक को पकड़ा है,जिसने अपना नाम पीडि़ता को पंडित राहुल शास्त्री बताया था। जबकि उसका असली नाम हारुण उर्फ मियां शाह जी बंगाली के रूप में हुई। जांच कार्रवाई में पता चला है कि वह मेरठ में परिवार के साथ रहता है।
उसका बेटा आरिफ भी अपने बाप के नक्शे कदम पर चल रहा है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। बाप बेटा पीडि़तों को अपने जाल में फांसने के लिए धर्म बदलकर डराकर अपने खातों में पैसा डलवा रहे थे।
पुलिस का दावा है कि है पकड़ा गया आरोपी मेरठ सिटी के लिसाडी गेट में हुए दंगों में शामिल होने और उसमें हत्या के मामले में शामिल रहा था। पुलिस ने बताया कि केशव पुरम पुलिस को पीड़ित महिला ने बताया था।
उसके पास एक अंजान फोन नंबर से फोन आया था। कॉलर ने खुद को पंडित राहुल शास्त्री बताया । कॉलर ने बताया कि वह आपके घर में चल रही परेशानियों को दूर करने के लिए वह घरेलू शांति यज्ञ करके सभी परेशानियों को दूर कर सकता है।
वह उस समय सम्मोहित होकर कॉलर की बातों में आ गई। कॉलर ने अपने कोटक बैंक में मानसिक रूप से उसको डराकर 85 हजार रुपये डलवा लिये थे। वह बाद में 55 हजार रुपये और जमा करवाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन पीडि़ता ने बाद में खुद को ठगा महसूस किया था।
इसके बाद उसने इस बात की जानकारी पुलिस को दी। इस पर एसीपी केएसएन सुबुद्धी के निर्देशन में एसएचओ संजय रावत की देखरेख में पुलिस टीम को आरोपी को पकडऩे का जिम्मा सौंपा गया।
पीडि़त से आरोपी तांत्रिक का खाता नंबर और फोन नंबर लिया गया। कॉल डिटेल से फोन जाकिर नगर मेरठ में रहने वाले आरिफ का था। पुलिस ने जांच कार्रवाई के दौरान मौके पर छापेमारी करके आरिफ के पिता हारुण उर्फ मियां शाह जी बंगाली को गिरफ्तार किया।
पूछताछ करने पर पता चला कि उसका बेटा आरिफ भी तांत्रिक का काम करता है। उसी ने पीडि़ता को फोन कर जाल में फंसाकर ठगा था। पुलिस ने हारुण को गिरफ्तार किया। जबकि आरिफ मौके पर से फरार हो गया।
हारुण से पूछताछ करने पर पता चला कि मेरठ सिटी के लिसाडी गेट में हुए दंगों में शामिल होने और उसमें हत्या के मामले में शामिल रहा था। उसकी काफी बड़े लोगों से जान पहचान भी है।
गूगल और इंटरनेट एप पर उसका अपना पोर्टल मियां शाह जी बंगाली नाम से है। जिसपर काफी सारे व्यूअर्स हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि आरोपी ने पूछताछ में बताया वह लंबे अरसे से तांत्रिक के तौर पर काम करता है,
जिसका बकायदा गूगल पर मियां शाह जी बंगाली के नाम से पोर्टल है। उसने अपने बेटे आरिफ को भी सब गुण सीखा रखे हैं। आरिफ ने ही पीड़िता से फोन पर बात कर रुपए एक अकाउंट में डलवाए थे। आरोपी गूगल और ट्रू कॉलर एप पर मियां शाह जी बंगाली के नाम से रजिस्ट्रर्ड है।
पुलिस को अब इस केस में अन्य आरोपी की तलाश है।