आईएसडी नेटवर्क। महाराष्ट्र सरकार व वहां की पुलिस के असहयोगपूर्ण रवैये से तंग आकर आख़िरकार बिहार सरकार ने सीबीआई जाँच की सिफारिश कर डाली है। गौरतलब है कि कल ही बिहार के डीजीपी ने मुंबई पुलिस के रवैये पर सवाल उठाए थे। पिछले चौबीस घंटे में घटनाक्रम तेज़ी से बदला। सुशांत के पिता व अन्य परिजनों ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार से मिलकर सीबीआई जाँच की मांग की। इसके बाद बिहार सरकार ने तुरंत केंद्र सरकार से सुशांत प्रकरण में सीबीआई जाँच की मांग कर डाली।
बिहार सरकार ने कल ही स्पष्ट कर दिया था कि यदि सुशांत का परिवार सीबीआई जाँच की मांग करता है तो निश्चित ही इस दिशा में कदम उठाएंगे। सुशांत के पिता ने बिहार सीएम से मुलाक़ात कर बताया कि वे मुंबई पुलिस की जाँच से संतुष्ट नहीं हैं।
खबर है कि नितीश सरकार ने आज ही सीबीआई जाँच की सिफारिश कर दी है । नितीश कुमार ने कहा कि सुशांत बहुत अच्छे कलाकार थे और लोगों के मन में है कि इस मामले में कहीं कुछ गलत तो हुआ है। उन्होंने कहा ‘हमने आज ही जाँच के लिए रिकमंड कर दिया है। सीबीआई जाँच करे तो अच्छा होगा।’
सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत की जाँच करने के लिए मुंबई पहुंची पटना पुलिस ने अब तक सुशांत की बहन, पूर्व गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे, एक रसोइए, उनके दोस्तों और सहकर्मियों सहित छह लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। जबसे टीम ने जाँच शुरू की है, उसे अप्रिय स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। एसपी विनय तिवारी को जबरन क्वारंटीन करने को लेकर भी महाराष्ट्र सरकार की सर्वत्र आलोचना हो रही है।
नितीश सरकार द्वारा सीबीआई जाँच की सिफारिश करने के बाद दो राज्यों के बीच मची लड़ाई में और तूफ़ान उठने की पूरी आशंका दिखाई दे रही है। निश्चित ही महाराष्ट्र सरकार जल्द ही इसे लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। अगले दो दिन सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण के लिए बहुत अहम सिद्ध होंगे।
जाँच की सिफारिश की घोषणा होते ही बिहार के अधिकांश नेताओं ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसका स्वागत किया है। इस खबर के बाहर आते ही सोशल मीडिया का टेम्प्रेचर भी अचानक बढ़ गया। सुशांत के प्रशंसकों को भी अब इस मामले में न्याय की आस दिखाई दे रही है। वही सुशांत के परिजनों ने बिहार सरकार का धन्यवाद किया है।
Aapko bhi Ram Ram ????
बहूत अच्छा निर्णय यदि बिहार सरकार इसे करती है,अब महाराष्ट्र की सेक्युलर सरकार और जेडीयू के धर्मनिरपेक्षता में अंतर दिखेगा,जब सेक्युलर होना न्याय के साथ होना होगा ,न कि मारने वाले को बचाने के साथ।