संदीप देव। कश्मीर में सबकुछ सही दिखाने के लिए वहां मारे जा रहे कश्मीरी हिंदुओं को पूरी तरह से अनदेखा करने की कोशिश भाजपा और मोदी सरकार लगातार कर रही है।
तथ्य यह है कि 2022 में 19 हिंदुओं की ‘टारगेट किलिंग’ हुई, जो 2003 के नदीमर्ग हिंदू संहार के बाद सबसे बड़ी संख्या है! 2023 में कश्मीर में जो पहली ‘टारगेट किलिंग’ हुई है, वह भी एक हिंदू कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हुई है।
एक सच और है कि 1990 की घटना के बाद घाटी से कश्मीरी हिंदुओं का पलायन 2022 में पुनः आरंभ हुआ है। और ये लोग ‘तृप्तीकरण’ के लिए सच से आंखें चुरा कर ‘अब्बासी खिलाफत’ की बहाली की पुरजोर कोशिश में जुटे हुए हैं! हद है सेक्यूलरिज्म की? भाजपा पूरी तरह से ‘हिंदू पार्टी’ के ठप्पे से पीछा छुड़ाने के मूड में आ चुकी है!