संदीप देव । वोट लेने के लिए हिंदुओं को बार-बार गुमराह करते गृहमंत्री(Pic 1&2) । देश में 11 साल से इनकी सरकार है, परंतु रोहिंग्याओं को निकालने की याद इन्हें हर चुनाव से पहले आता है। चुनाव के बाद ये पुनः रोहिंग्याओं को बसाने में जुट जाते हैं!


अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को निकालने का निर्णय पूरी तरह से केंद्र के अधीन है, जैसे अभी ट्रंप प्रशासन ने आज ही अवैध भारतीय छात्रों को निकाला है (Pic 3&4) और जिस पर देशद्रोही ‘भजपिल्ले’ खुश होकर कह रहे हैं कि अच्छा हुआ कि अवैध भारतीय छात्रों को अमेरिका ने निकाला! यह टोटली गृहमंत्रालय का फेलियर है।


गृहमंत्री के झूठ को बेनकाब करता मोदी सरकार के संबंधित मंत्री हरदीप पुरी का ट्वीट और अखबार (Pic5&6) कि इन्होंने ही रोहिंग्याओं को दिल्ली में फ्लैट देकर बसाया है और पकड़े जाने पर बार-बार झूठ बोलते हैं।


इनके झूठ की कहानी सुप्रीम कोर्ट में तब खुली (Pic7) जब सुप्रीम कोर्ट में इन्होंने घुसपैठियों को बचाने के लिए झूठ बोला कि इन्हें घुसपैठियों के आंकड़े का पता नहीं है! यह कह कर इन्होंने घुसपैठियों को सेफ करने का काम सुप्रीम कोर्ट में किया।

रोहिंग्या से इस सरकार का प्रेम कितना है, यह इससे समझिए कि इनके शासन से पहले विपक्षी सरकार में जम्मू में 200 रोहिंग्या बसे थे, लेकिन इनके शासन के बाद 11 हजार रोहिंग्याओं को हिंदू बहुल जम्मू में बसा दिया गया।(pic8)

अलगाववादी व इस्लामपरस्त महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार इन्होंने बनाई ही इसलिए थी कि हिंदू बहुल जम्मू का डेमोग्राफी बदल कर इसे मुस्लिम बहुल बनाया जा सके, जिसके लिए झुंड में इन्होंने रोहिंग्याओं को बसाया। जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन के दौरान भी रोहिंग्याओं को भर-भर कर बसाया गया।आज जम्मू में बसे रोहिंग्याओं की संख्या 40 हजार के पार है।
अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं से इस सरकार को कितना प्रेम है, यह आपको (Pic9) के आंकड़ों से पता चल जाएगा।

UPA सरकार के दौरान जहां 80 हजार से अधिक घुसपैठियों को निकाला गया, वहीं पिछले 10 साल में ये 5,000 घुसपैठियों को भी नहीं निकाल सके हैं।
अभी-अभी सुप्रीम कोर्ट ने आसाम की भाजपा सरकार को लताड़ा है कि विदेशी घुसपैठियों को देश से निकालने के लिए आप मुहूर्त का इंतजार कर रहे हैं क्या? (Pic10)

अवैध इस्लामी घुसपैठियों को भारत में बसा कर उसे संरक्षण देने वाली यह इतिहास की सबसे बड़ी हिंदू द्रोही सरकार है और इनके समर्थक ‘सरकारी श्वान भजपिल्ले’ सबसे बड़े देशद्रोही हैं!
कल आई एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 साल में देश की राजधानी दिल्ली की डेमोग्राफी तेजी से बांग्लादेशी और रोहिंग्या के कारण बदल चुकी है(pic1)।

ज्ञात हो कि भाजपा के विधायक नंद किशोर गुर्जर के अनुसार दिल्ली से सटे गाजियाबाद में केन्द्र की प्रधानमंत्री आवास योजना का 70% लाभ घुसपैठी बांग्लादेश और रोहिंग्या को दिया गया है। (Pic2)

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने भी माना कि उन्होंने ने दिल्ली में फ्लैट देकर रोहिंग्याओं को बसाया है, उन्हें आई-कार्ड दिया और उन्होंने सुरक्षा उपलब्ध कराया है(Pic3)।

यही नहीं, वर्ष 2022 में दिल्ली में दुनिया की पहली रोहिंग्या लड़की तस्मीदा जौहर (Pic4) दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हुई। बता दूं कि दिल्ली विश्वविद्यालय केंद्रीय यूनिवर्सिटी है।

ज्ञात हो कि 1984 के बाद पहली बार इन १० सालों में दिल्ली ने दंगा से लेकर हिंदू धार्मिक यात्राओं पर हमला और शाहीन बाग जैसे हालात को देखा है और यह तेजी से बदल रही दिल्ली की डेमोग्राफी का परिणाम है।
SandeepDeo