आईएसडी नेटवर्क। राजकुमार संतोषी की ‘गाँधी-गोड़से’ एक युद्ध’ टिकट खिड़की पर एक दुर्घटना साबित हुई है। फिल्म रिलीज होने से पहले सोशल मीडिया पर ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ की ओर से इसे लेकर समर्थन के स्वर उठे थे लेकिन रिलीज होने के बाद पता चला कि फिल्म गोड़से को गिराकर गांधी का महिमामंडन करती है। इसके बाद ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ ने तो इसे समर्थन नहीं दिया और लचर प्रस्तुतिकरण वाली ये फिल्म पिट गई।
असग़र वजाहत के नाटक ‘गोड़से@गाँधी.कॉम’ पर आधारित ‘गाँधी-गोड़से एक युद्ध’ बुरी तरह फ्लॉप रही है। रिलीज के आठ दिन बाद फिल्म ने मात्र 2 करोड़ का कलेक्शन किया है। राजकुमार संतोषी की ये पेशकश दर्शक को आकर्षित नहीं कर सकी। फिल्म की रिलीज से पूर्व सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर अच्छा समर्थन दिखाया जा रहा था। ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ अभियान फिल्म का समर्थन कर रहा था।
रिलीज से पूर्व सत्तारुढ़ दल भाजपा ने फिल्म को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी थी। चूँकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने नेताओं को फिल्मों पर अकारण टिप्पणी न करने की नसीहत के बाद भाजपा के सभी नेताओं ने फिल्मों पर बोलना बंद कर दिया है। इसके चलते संभावना कम ही थी कि ‘गाँधी-गोड़से एक युद्ध’ पर किसी भाजपा नेता की प्रतिक्रिया आती। फिल्म रिलीज हुई और पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर ढह गई।
जो थोड़ा-बहुत समर्थन इसे बॉयकॉट ब्रिगेड द्वारा मिल सकता था, वह भी नहीं मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नसीहत का ध्यान न रखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने फिल्म पर एक ट्वीट कर दिया। विजय गोयल ने अपने ट्वीट में लिखा ‘गांधी गोडसे – एक युद्ध’ फिल्म को देखने का अवसर मिला। निर्माता निर्देशक राजकुमार संतोषी ने बहुत ही कुशल तरीके से गांधी जी के बारे में जो भ्रामक प्रचार किया जाता था, उसका जवाब दिया है। फिल्म कहीं से भी गोडसे का महिमामंडन नहीं करती। जैसे कुछ लोगों को लगता है।’
गोयल का ये ट्वीट उन गोड़से समर्थकों को निराश कर सकता है, जो भाजपा के मतदाता हैं। प्रधानमंत्री की नसीहत का पालन न करते हुए विजय गोयल ने ये ट्वीट किया है। स्पष्ट है कि उन्होंने अपने प्रधानमंत्री की नसीहत को नज़रअंदाज़ करते हुए ऐसा किया है।