आज ताइवान राष्ट्रीय दिवस है. और इस मौके पर ताइवान पर अपना आधिपत्य मानने वाले चीन को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है. बीजे पी नेता तजिंदेर पाल सिंह बग्गा ने दिल्ली में चीनी दूतावास के बाहर ताइवान को उसके राष्ट्रीय दिवस पर बधाई देने वाले पोस्टर लगाये हैं.
तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने आज सुबह अपने ट्विटर हैंडल पर इन पोस्टर्ज़ की इमेजेज़ शेयर की हैं और साथ ही ताइवान नेशनल डे का हैशटैग भी शेयर किया है. तजिंदर पाल ने इस साल दिल्ली विधान सभा चुनावों में हिस्सा लिया था और वे एक ऐसे नेता हैं जिन्होने चीन और ताइवान से जुड़े मुद्दों पर हमेशा खुलकर बोलना है.
ताइवान राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर दिल्ली के चीनी दूतावास के बाहर ऐसे पोस्टर्ज़ दिखाई देना चीन के लिये वाकई एक बड़ी अजीब, बल्कि अपमानजनक बात है. क्योंकि चीनी दूतावास ने हाल ही में भारतीय मीडिया के लिये एक अल्टीमेटम जारी किया है , बल्कि उन्हे एक प्रकार से धमकी दी है कि वे ताइवानीज़ राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर ताइवान के पक्ष में कुछ भी न लिखें.
चीनी दूतावास ने भारतीय मीडिया को एक पत्र लिखा था जिसमे उन्होने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि भारतीय मीडिया वन चाइना पांलिसी का सम्मान करेगा और ताइवान को देश या राष्ट्र कह संबोधित नहीं करेगा और ताइवान के नेता को राष्ट्रपति कह भी नहीं संबोधित करेगा.
इस पत्र के बदले ताइवानीज़ दूतावास ने चीन को करारा जवाब दे उसे भाड़ मे जाने के लिये कहा. ताइवान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर लिखा कि भारत धरती पर सबसे बड़ा लोकतंत्र है जहां का मीडिया पूर्णतया स्वतंत्र है और जहां के लोग भी आज़ादी पसंद हैं लेकिन ऐसा लगता है कि कम्यूनिट चीन सेंसरशिप थोपकर उपमहाद्वीप मे घुसना चाहता है. लेकिन ऐसे में ताइवान के भारतीय दोस्तों का एक ही जवाब होगा, भाड़ में जाओ.
भारत के विदेश मंत्रालय ने भी चीनी दूतावास द्वारा लिखे गये इस पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय मीडिया पूर्णतया स्वतंत्र है और उसे जो उचित लगता है, वह उस मामले मे उसी प्रकार से रिपोर्टिंग करेगा. यानि विदेश मंत्रालय ने चीन को यह साफ साफ बता दिया कि भारत सरकार चीन की धमकी की वजह से भारतीय मीडिया पर ताइवान राष्ट्रीय दिवस की रिपोर्टिंग को लेकर कोई भी अंकुश लगाने से रहा.
चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और आये दिन भारतीय मीडिया को नसीहत देता रहता है कि वह ताइवान पर रिपोर्टिंग करते समय चीन की लाइन का पालन करे. कोरोना वायरस संक्रमण से निबटने में अपनी महत्व्पूर्ण भूमिका के चलते ताइवान जिस प्रकार से अचानक पूरे विश्व की प्रशंसा और उत्सुकता का केंद्र बना है, उससे चीन बुरी तरह से घबरा गया है. फिर अमरीका ताइवान को एक देश का दर्जा देने के लिये लगातार लाबिंग कर रहा है. हाल ही में अमरीकी डेलिगेशन ताइवान भी आया था और ताइवान के राष्ट्रपति से उनकी बातचीत हुई थी . ऐसे में चीन बुरी तरह घबरा गया है और ताइवान को लेकर आये दिन दूसरे देशों को धमकी दे रहा है.