हिंदी में एक कहावत है चोर मचाए शोर…यह कहावत उस राहुल गांधी पर सटीक बैठती है जो राफेल डील को लेकर ईमानदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने से परहेज नहीं करते जबकि सच्चाई यह है कि वह स्वयं भ्रष्टाचार करने से लेकर भ्रष्टाचारियों और घोटालेबाजों को बचाने में आकंठ डूबे हुए हैं। तभी तो भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी को अली बाबा चालिस चोर का सरदार बताते हुए कहा है “अली बाबा चालीस चोर मचा रहे देश के चौकीदार पर शोर”।
मालूम हो कि इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर प्रकाशित करते हुए राहुल गांधी के भ्रष्टाचार का खुलासा किया है। अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी द्वारा दिल्ली के महरौली स्थिति छह एकड़ के फार्म हाउस को रेंट पर देकर घोटाला के आरोपी जिग्नेश शाह की कंपनी से लाखों रुपये वसूलने की बात कही गई है।
साल 2005 में 5,600 करोड़ रुपये के नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेज (एनएसईएल) कंपनी के घोटाले के अलावा भूषण स्टील कंपनी को 800 करोड़ रुपये के फायदा दिलाने के मामले में राहुल गांधी आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। गौर हो कि इस घोटाले का जनक जिग्नेश शाह है, जिसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है ताकि वह देश से न भाग जाए। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इसी घोटालेाबाज जिग्नेश शाह की कंपनी फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी इंडिया लिमिटेड को दिल्ली स्थित मेहरौली में छह एकड़ का फार्म हाउस किराए पर दिया था। इसके एवज में राहुल गांधी रेंट एग्रीमेंट के तहत करीब सात लाख रुपये प्रति माह किराए के रूप में लेते थे। इतना ही नहीं इसके लिए 20-20 लाख रुपये के दो चेक के तहत 40 लाख रुपये डिपॉजिट भी करवाए थे।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि राहूल गांधी ने यह रकम यूपीए सरकार के दौरान देढ़ साल तक कोई कार्रवाई नहीं करने के एवज में लिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने ही यूपीए सरकार के दौरान भूषण स्टील कंपनी को भी 800 करोड़ रुपये का फायदा दिलाया था। यह वही कांग्रेस है जिसने दुबई से प्रत्यर्पण कर लाए गए क्रिश्चियन मिशेल को बचाने के लिए अपने तीन-तीन वकील को लगा दिया है।
अखबर में छपी खबर के मुताबिक साल 2005 में नेशलन स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनसईएल) कंपनी कई अनियमितताओं में फंस गई थी। उस समय यूपीए सरकार ने उसे एफसीआरए में छूट देकर उस कंपनी को बचा लिया। इसी छूट की वजह से एनएसईएल कंपनी 5,600 करोड़ रुपये का घोटाला करने में सफल रही। इस घोटाला का खुलासा साल 2013 में हुआ। एनएसईएल का घोटाला सामने आते ही इन सब विषयों पर निगरानी रखने वाले आयोग फॉरवार्ड मार्केट कमिशन (एफएमसी) ने सरकार को पत्र लिखकर एनएसईएल कंपनी के घोटाले के बारे में बताते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
एफएमसी के पत्र के आधार पर यूपीए सरकार ने उस कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। लेकिन डेढ़ सालों तक अपनी नाक के नीचे घोटाले होते रहने के बावजूद सोनिया गांधी की नियंत्रित वाली यूपीए सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।आरोप है कि राहुल गांधी ने इसी घोटाले में एनएसईएल को बचाने के एवज में जिग्नेश शाह की कंपनी को अपना फार्म हाउस रेंट पर दे कर उससे लाखों रुपये वसूलते रहे। ताज्जूब की बात है कि इस प्रकार सारे गलत तरीके अख्तियार कर भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने वाले राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं।
प्वाइंट वाइज समझिए
राहुल गांधी का भ्रष्टाचार उजागर
* जिग्नेश शाह की कंपनी एनएसईएल को राहुल गांधी ने किराए पर दिया अपना फार्म हाउस
* फार्म हाउस के किराए के साथ जिग्नेश शाह से लिए 40 लाख रुपये के रिश्वत
* यूपीए सरकार की शह पर जिग्नेश शाह की कंपनी ने किया 5.600 करोड़ रुपये का घोटाला
* कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद भी डेढ़ साल तक कोई कार्रवाई नहीं की गई
* जिग्नेश शाह के खिलाफ जांच एजेंसियों ने जारी करा रखा है रेड कॉर्नर नोटिस
* भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल को बताया अली बाबा चालीस चोर का सरदार
URL : BJP told Rahul Gandhi as a chief of “Ali Baba chalis chor”!
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