आयकर विभाग के चेन्नई जांच इकाई ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और उनके परिवार खासकर बेटे कार्ति चिदंबरम और 14 देशों में उनकी कंपनियों की फैली अकूत संपत्तियों को लेकर दो सौ पृष्ठों की रिपोर्ट जारी की है। इस संवेदनशील रिपोर्ट के एक भाग का खुलासा हाल ही में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रहमण्यम स्वामी ने भी किया था। चिदंबरम से घनिष्ठ संबंधों के कारण बड़े मीडिया हाउस ने इन खबरों को दबाने का पूरा प्रयास किया था। लेकिन पीगुरू जैसी कई वेबसाइट हैं जिन्होंने बगैर भय के न केवल इन खबरों को प्रकाशित किया बल्कि प्रवर्तन निदेशालय और आय कर विभाग के संयुक्त रूप से मारे गए छापे के दौरान मिली संपतियों और विदेशी बैंक खातों का पूरा विवरण अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया है।
मुख्य बिंदु:
* आयकर विभाग द्वारा छापे के दौरान किए गए दस्तावेज से हुए हैं सारे खुलासे
* चिदंबरम के पास आने वाली प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की फाइलों से ‘बरसते’ थे पैसे
यूपीए सरकार के दौरान वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम की अकूत संपत्ति का रहस्य ही नहीं खुला है बल्कि उसका ब्यौरा भी अब सामने आ गया है। आय कर विभाग से पी चिदंबरम और उनके परिवार के मिले गुप्त धन और विदेशी बैंकों के खाते का विवरण इस प्रकार है।
* कार्ति चिदंबरम और उनकी कंपनियों के यूके स्थित मेट्रो बैंक में 21 विदेशी बैंक खाते मिले हैं। एडवांटेज स्ट्रेटजिक कंसल्टिंग पीटीई लिमिटेड के नाम पर सिंगापुर स्थित ओसीबीसी बैंक में चार खाते मिले हैं। ये वही विवादित कंपनी है जिसका नाम एयरसेल-मैक्सिस घोटाले में सामने आया था। इसके अलावा कई और बैंक खाते मिले हैं।
* छापे के दौरान कार्ति चिदंबरम की कंपनी से जब्त की गई हार्ड डिस्क से यह खुलासा हुआ है कि पी चिदंबरम ने अपनी पत्नी नलिनी चिदंबरम, बेटे कार्ति चिदंबरम और उनकी पत्नी श्रीनिधि के साथ संयुक्त रूप से यूके में कैंब्रिज के पास एक बड़े घर के अलावा एक अन्य प्रोपर्टी खरीदी थी। आयकर विभाग द्वारा जब्त दस्तावेज के मुताबिक चिदंबरम ने दोनों संपत्ति एडमंड सूले हॉल्ट तथा हीदर हॉल्ट से खरीदी थी। जिसका भुगतान कार्ति चिदंबरम ने लंदन के मेट्रो बैंक के अपने व्यक्तिगत खाते से किया था। यूके स्थित रियल एस्टेट के जानकार वेबसाइट के आकलन के मुताबिक इन संपत्तियों की कीमत 85 करोड़ बताई गई थी। जबकि चिदंबरम ने राज्यसभा सदस्य चयनित होने के दौरान 2016 में अपने हलफनामे में जो विवरण दिया है उसके मुताबिक इस संपत्ति में अपनी पत्नी को एक तिहाई का हिस्सेदार बताया और उसका मूल्य महज 1.55 करोड़ बताया था। चिदंबरम ने सांसद या मंत्री के रूप में अपने हलफनामें में कभी भी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है जबकि लोकसभा या राज्यसभा के सदस्य के रूप में संपत्ति का ब्यौरा देना अनिवार्य है।
* कार्ति चिदंबरम ने एडवांटेड स्ट्रेटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड की सिंगापुर वाली कंपनी के माध्यम से यूके के सोमेरेस्ट में सुरिज फार्म के नाम से प्रसिद्ध 88 एकर का एक फार्म हाउस खरीद रखा है। इस फार्म हाउस की रजिस्ट्री में इसकी कीमत एक मिलियन पाउंड दर्ज है।
* लंदन, दुबई, साउथ अफ्रिका, फिलिपिंस, थाइलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, श्रीलंका, ब्रिटिश विर्गिन आइलैंड, फ्रांस, यूएसए, स्विट्जरलैंड, ग्रीस एंड स्पेन जैसे दुनिया के महत्वपूर्ण देशों में चल रहे रियल एस्टेट कारोबार के अलावा अन्य व्यवसायों में कार्ति चिदंबरम ने निवेश किया हुआ है । इसके अलावा वहां उन्होंने अपना आलीशान घर भी बना रखा है। खास बात ये है कि इन्होंने इतनी सारी संपत्ति साल 2006 और 2014 के बीच तब खरीदी जब चिदंबरम यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे या फिर गृह मंत्री।
* कार्ति की ही सिंगापुर वाली कंपनी ने श्रीलंका में लंका फॉर्चून रेसिडेंसी के नाम से प्रसिद्ध एक बहुत बड़ा रिजॉर्ट का अधिकांश शेयर अपने नाम किया हुआ है। जबकि प्रतिष्ठित रिजॉर्ट ‘The Waterfront’ तथा ‘Weligama Bay Resort’ के मालिक पहले से ही है।
* दक्षिण अफ्रिका में तीन फार्म खरीदने के लिए कार्ति की सिंगापुर वाली कंपनी को दुबई के माध्यम से पैसा भेजा गया था।
* दुबई स्थित डेजर्ट ड्यून्स प्रॉपर्टीज लिमिटेड ने भी कार्ति की सिंगापुर वाली कंपनी एंडवांटेज में निवेश किया हुआ है। इसके अलावा दुबई की और कई कंपनियों ने इस कंपनी में निवेश कर रखा है।
* इतना ही नहीं कार्ति की इस कंपनी ने इंटरनेशनल प्रीमियर टेनिस लीग (एशिया) की एक फ्रेंचाइजी टीम खरीदने के लिए फिलीपींस स्थित एक कंपनी के साथ संयुक्त उद्यम शुरू किया था। फिलीपींस स्थित जिन फार्म ने चिदंबरम की कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम शुरू किए थे उनका नाम एसएम एरेना कॉम्प्लेक्स कॉरपोरेशन और स्पोर्ट्स इंटरटेनमेंट इवेंट्स मैनेजमेंट इंक है।
* कार्ति की सिंगापुर वाली कंपनी ने मलेशिया में पेनिनसुलर स्मार्ट नाम के एक फर्म से 1.9 मिलिय मलेशियन मुद्रा की कीमत में वहां एक रिहाइशी फ्लैट भी खरीदा है। इसका खुलासा आयकर छापे के दौरान जब्त दस्तावेज से हुआ है।
* कार्ति से जुड़ी इस कंपनी ने पैंपेलोन ऑरगेनाइजेशन नाम से प्रसिद्ध फ्रांस की कंपनी में लाखों यूएस डॉलर निवेश किया हुआ है। ASCPL नाम की कार्ति की कंपनी के बारे में कहूं कि अगर यह उसकी सबसे बड़ी और राजदार वाली कंपनी है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। क्योंकि यही वह कंपनी है जो देश विदेश की कंपनियों से सबसे ज्यादा लेन-देन करती है। आयकर विभाग ने इसी कंपनी से कंप्यूट की हार्ड डिस्क जब्त की है। आरोप है कि विभिन्न फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रोमोशन बोर्ड (FIPB) के दस्तावेज इनके पिता पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पास पेंडिग होते थे उनसे कार्ति काफी रिश्वत लिया करते थे।
* INX Media, जो अब न्यूज X टीवी चैनल के नाम से जाना जाता है, ने साल 2008 में 22 सितंबर को ASCPL को 35 लाख रुपये दिए थे। मालूम हो कि INX Media ने 220 मिलियन डॉलर के FIPB क्लियरेंस के लिए आवेदन किया हुआ था। जिसकी फाइल चिदंबरम के पास थी। उसी दिन INX Media ने नॉर्थस्टार सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को 60 लाख रुपये का भुगतान किया। इस कंपनी का अधिकांश शेयर या तो सीबीएन रेड्डी के नाम है या उनके नियंत्रण में है। रेड्डी बेनामी हैं और कार्ति की सबसे महत्वपूर्ण कंपनी ASCPL के निदेशक हैं । 24 सितंबर 2008 को ही 20 हजार डॉलर का अन्य भाग INX Media ने ASCPL सिंगापुर की सहायक कंपनियों को भुगतान किया
* 26 अगस्त 2008 को ASCPL ने ग्रीस की राजधानी एथेंस स्थित गेबेन ट्रेडिंग लिमिटेड कंपनी के साथ 50 हजार डॉलर की लेनदेन की थी। ये सारी लेनदेन INX Media के 220 मिलियन डॉलर के एफडीआई मंजूरी पाने के दौरान हुई। क्योंकि एफडीआई अनुमोदन की फाइल तब पी चिदंबरम के पास लंबित थी। संक्षेप में कहा जाए तो हत्या के आरोपी पीटर मुखर्जी और इंद्रानी मुखर्जी ने एफआईपीबी मंजूरी पाने के लिए कार्ति से जुड़े फर्मों को करीब 9 करोड़ रुपये दिए थे। जबकि बाद में उन्हें INX Media को बेचना ही पड़ गया।
* इसी प्रकार अगस्त 2008 में कार्ति की सिंगापुर कंपनी को नेटवर्क 18 मीडिया फॉर्म के लंदन स्थित कंपनी आर्टिविया डिजिटल यूके के 60 लाख शेयर्स मिले थे। यह समझौता तब हुआ था जब नेटवर्क 18 ने एपआईपीबी मंजूरी के लिए आवेदन किया हुआ था। उस समय चिदंबरम ही यूपीए सरकार में वित्त मंत्री थे। आरोप है कि इस डील में तो कार्ति को करीब 25 करोर रुपये की घूस मिल थी। आरोप है कि चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान उनके पास जब-जब एफआईपीबी की मंजूरी के लिए फाइलें आईं थी कार्ति चिदंबरम की कंपनी ASCPL को पैसे मिले हैं। आयकर विभाग द्वारा जब्त दस्तावेज से ही इस सबका खुलासा हुआ है। इसी दस्तावेज से यह भी खुलासा हुआ है कि बेस्ट लैंड रियलिटी कंपनी से भी ASCPL को रिश्वत के पैसे मिले थे जब उसने पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (PSU) बैंक्स से 304 करोड़ रुपये के लोन लिए थे।
* इसी प्रकार कार्ति की ASCPL कंपनी ने दक्षिण अफ्रिका की कंपनी निकोलस स्टेन्स एसोसिएट्स लिमिटेड से भी बहुत पैसे लिए थे। जब देश के गृहमंत्री पी चिदंबरम थे तब इस कंपनी ने आईपीएल क्रिकेट के लिए सुरक्षा उपलब्ध करवाई थी और इस मद में पैसों की लेनदेन कार्ति की कंपनी ASCPL के साथ ही हुई थी। इस तरह के करीब 17 मामले ऐसे हैं जिससे यह खुलासा होता है कि किस-किस मामले में चिदंबरम के बेटे कार्ति की कंपनी ने पैसों की लेनदेन की है।
इतने खुलासे के बाद भी लाख टके का एक सवाल बचा रह जात है। वह सवाल यह है कि आखिर कब सरकार सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय तथा आय कर विभाग को पी चिदंबरम और उनके पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ काले धन की जब्ती, बेनामी लेनदेन, पीएमएलए तथा भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत कार्रवाई शुरू करने का आदेश देगी? क्योंकि अब खुलासे भी बहुत हो चुके हैं और जांच भी काफी हो चुकी है। अगर कुछ बच रही है तो वह है कार्रवाई।
चिदंबरम से सम्बंधित खबरों के लिए नीचे पढें:
1-चिदंबरम पर कार्रवाइ होते ही गांधी परिवार का ‘पालतू तोता’ बोला, प्रधानमंत्री मोदी हमें धमका रहे हैं!
2- कालाधन का सबसे बड़ा साम्राज्य चिदंबरम एंड फैमिली के पास! अगली बारी कहीं गांधी परिवार की तो नहीं?
3- पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के विदेशी बैंकों में 21 गुप्त खाते !
3- P. Chidambaram and Karti Chidambaram Exposed: ‘बेटा’ तो बेटा ‘पिता’ बाप रे बाप!
5- पी. चिदंबरम की फैक्ट्री से निकले थे दो चेले, दोनों महाभ्रष्टाचारी और दोनों ने किया जेल की सैर!
URL: black money, unknown assets and chidambaram family
Keywolds: P Chidambaram, unknown assets and chidambaram family, report on disclaimed property, Chidambaram family members, tax department, Karti Chidambaram, chidambaram assets, chidambaram Black Money, Black Money Act, charge sheet against chidambaram family