वामपंथी महिलाएं अब ‘एक समान शौचालय’ के अधिकार को लेकर उतर पड़ी है सड़क पर! वामपंथी किस रास्ते समाज को लेकर ले जाना चाहते हैं, आप इनके ‘किस-डे’, ‘हग-डे’, समलैंगिक अधिकार, बेडरूम में अन्य महिला/पुरुष के प्रवेश का अधिकार, मैरिटल-S* और अब समान शौचालय अधिकार के जरिए सिर्फ और सिर्फ Free-S* के रास्ते समाज को ले जाकर भारतीय पारिवारिक संस्था को नष्ट करना चाहती हैं!
कम्युनिस्ट समाज का अध्ययन कीजिए, वहां परिवार नामक संस्था को बुर्जुआ सोच बताकर उसे समाप्त करने का पूरा विचार मौजूद है। इन बहुरूपियों को पहचानने में आपकी मदद करती है दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर अनंत विजय द्वारा लिखी पुस्तक ‘मार्क्सवाद का अर्धसत्य’। वाणी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक को खरीदने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें…
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Very true sir , sex education kids should get from family n not outside of the house. As parents it is our DUTY to teach our own kids about sex. Therefore kam sutra education is also in our Veda.