30 मई को दूसरे कार्यकाल की शपथ लेने जा रही नरेंद्र मोदी सरकार में विदेशों में कालाधन रखने वालों के बुरे दिन आने वाले हैं। स्विट्जरलैंड ने अपने बैंकों में खाता रखने वाले भारतीयों की सूचनाएं साझा करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। पिछले सप्ताह ही करीब एक दर्जन भारतीयों को इस संबंध में नोटिस दिया गया है।
ऐसे में प्रोफेसर आर. वैद्यनाथन की पुस्तक ब्लैक मनी और टैक्स हैवन्स का प्रासंगिकता इसलिए पढ़ जाती है कि यह पुस्तक इस बात का खुलासा करती है किस तरह हसन अली जैसे काला कारोबारियों को स्विस आॅथरिटी को पत्र लिखकर सोनिया गांधी की मनमोहन सरकार ने बचाया था। यह अंतर काला धन के प्रति सोनिया गांधी की मनमोहन सरकार और मोदी सरकार के बीच कालाधन को समाप्त करने को लेकर प्रतिबद्धता को जाहिर करता है। जानिए उस सच को इस वीडियो में….