आईएसडी नेटवर्क। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के ताज़ा बयान के बाद ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ अभियान को तगड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए अपने नेताओं को फिल्मों के विवाद में अनावश्यक न बोलने की सलाह दे डाली है।
इस सलाह के बाद भाजपा नेताओं की ओर से बॉलीवुड को लेकर बयानबाज़ी पूरी तरह बंद हो जाने की आशंका दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री की सलाह के बाद ‘पठान’ जैसी फिल्मों का मुखर विरोध अब कम हो सकता है। यहीं नहीं इस बयान के बाद बॉयकॉट बॉलीवुड को लेकर ज़मीनी स्थिति बदल जाने वाली है।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के सभी नेताओं को इशारों में कहा कि वे बिना कारण फिल्मों पर बयान देने से बचे। ये समाचार इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के बाद वायरल होने लगा। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में कहा गया कि अंदुरनी सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है। इन सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ नेता फिल्मों पर अनावश्यक बयान देते हैं और दिनभर न्यूज़ चैनलों पर यही खबर चलती रहती है।
मोदी की सलाह की टाइमिंग को शाहरुख़ खान की आगामी फिल्म ‘पठान’ से जोड़कर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुंबई दौरे के समय सुनील शेट्टी ने सार्वजनिक रुप से ये मांग की थी कि प्रधानमंत्री से ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ पर रोक लगाने के लिए निवेदन करे। इस मांग के ठीक बाद मोदी का राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये विषय उठाना इशारा कर रहा है कि सुनील शेट्टी की मांग को प्रधानमंत्री ने गंभीरता से लिया है।
प्रधानमंत्री की नसीहत के बाद भाजपा के नेता और उनके समर्थक किसी भी फिल्म के विवाद में कूदने से बचेंगे। इसका असर ये होगा कि ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ अभियान कहीं न कहीं कमज़ोर हो जाएगा। पिछले कुछ वर्षों से बॉलीवुड का विरोध कर बहुत से भाजपा नेताओं ने अपनी राजनीतिक जमीन लगातार मजबूत की है। ऐसे नेताओं के बयान अब पटल पर दिखाई नहीं देंगे।
विशेष रुप से मध्यप्रदेश के गृह राज्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की फ़िल्मी बयानबाजियों पर रोक लग गई है। ऐसे में मिश्रा के साथ जुड़े समूह फिल्मों का विरोध करने से बचेंगे। ये खबर बाहर आते ही फिल्मों का बहिष्कार करने वालों पर बॉलीवुड समर्थक टूट पड़े हैं। सोशल मीडिया पर बॉलीवुड की गंदगी के विरुद्ध लड़ने वाले समूहों का मज़ाक प्रधानमंत्री के बयान द्वारा बनाया जा रहा है।