पिछले वर्ष की जुलाई में अचानक एक खबर ने बॉलीवुड की नामचीन हस्तियों के माथे पर बल ला दिया। फिल्म निर्माता करण जौहर के घर हुई पार्टी का एक वीडियो बाहर आया। अकाली दल ने एक नेता ने वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया कि वहां मौजूद फ़िल्मी सितारें ड्रग्स के नशे में थे। चूँकि बड़ी सफाई के साथ इस आरोप का खंडन कर दिया गया था इसलिए ज्यादा हंगामा नहीं मचा। अब एक साल बाद सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हत्या में ड्रग का एंगल उभर कर आया है। इस केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की एंट्री के मायने यही है कि पिछले साल करण जौहर के घर पार्टी में जो विवादों का धुँआ उठा था, वह यक़ीनन किसी मारिजुआना की सिगरेट के कश से निकला होगा।
दो दिन पहले ही एक बॉलीवुड अभिनेता ज़मानत पर बाहर आया है। कपिल झावेरी नामक ये अभिनेता एक्टिंग में असफल रहा तो मोटिवेशनल स्पीकर बन बैठा। कोरोना काल में 15 अगस्त को जब देश स्वाधीनता दिवस के उल्लास में था, कपिल गोआ स्थित अपने घर में रेव पार्टी आयोजित कर रहा था।
पुलिस ने मोटिवेशनल स्पीकर महोदय को धर दबोचा और जेल भेज दिया। अब कपिल की ज़मानत हुई है। इसकी रेव पार्टी में दस लाख रूपये की ड्रग्स बरामद हुई थी। कपिल न पहला नाम है न आखिरी। ड्रग्स अब बॉलीवुड में इतनी आम हो चुकी है कि शूटिंग लोकेशंस पर भी इनका सेवन किया जा रहा है। सुशांत सिंह राजपूत मामले में ड्रग्स कनेक्शन आने के बहुत पहले से मुंबई फिल्म इंडस्ट्री रेव पार्टीज के चंगुल में फंस चुकी थी।
मुंबई और गोआ फिल्म उद्योग के रेव पार्टी करने की पसंदीदा जगह है। सन 2011 में जुहू के ऑकवुडहोटल में मुंबई पुलिस ने छापेमारी की। यहाँ से 150 लोगों को ड्रग्स लेते पकड़ा गया। इस रेव पार्टी में एक टीवी एक्टर अपूर्व अग्निहोत्री, कई देशी-विदेशी मॉडल्स पकड़ी गई थी। इस पार्टी में आईपीएल के दो क्रिकेटर भी पकड़े गए थे। पुणे वारियर्स के राहुल शर्मा और पेन परवेल पार्टी में शामिल हुए थे। ऑकवुड में हुई पार्टी का स्लोगन था ‘प्रमोट म्यूजिक नॉट ड्रग्स’।
यहाँ से पुलिस ने कोकीन बरामद की थी। वही कोकीन, जिसका ज़िक्र अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में किया है। उन्होंने लिखा है कि कोकीन फिल्म इंडस्ट्री में सबसे लोकप्रिय ड्रग मानी जाती है। मुंबई पुलिस द्वारा पिछले वर्षों में की गई छापेमारी और बरामद ड्रग्स कंगना की बात की पुष्टि करती है।
पिछले वर्ष रायगढ़ के किहिम बीच पर छापेमारी में एक है प्रोफ़ाइल रेव पार्टी का खुलासा हुआ। यहाँ टीवी और बॉलीवुड की कई नामचीन हस्तियां ड्रग के नशे में चूर मिली लेकिन मीडिया में उन सभी के नाम दबा दिए गए थे। यहाँ से चरस, गांजा और कोकीन बरामद हुआ। इसलिए ही कंगना ने कोकीन को बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय ड्रग बताया है।
पिछले वर्ष करण जौहर के घर हुई तथाकथित पार्टी की डिकोडिंग बहुत आवश्यक है। अकाली दल नेता मजिंदर सिरसा को उस वीडियो में बहुत कुछ असामान्य दिखाई दिया था। सनद रहे वे जिस क्षेत्र से आते हैं, वहां ड्रग की लत ने युवाओं को नष्ट कर दिया है।
सिरसा जानते हैं कि ड्रग्स के नशे में चूर लोगों के हावभाव कैसे होते हैं। इस वीडियो में एक बात मुझे खल गई और आश्चर्यजनक भी लगी। 14 नवंबर 2018 को दीपिका पादुकोण का विवाह होता है और लगभग डेढ़ वर्ष के भीतर वे करण जौहर की पार्टी में एक अन्य व्यक्ति की गोद में बैठी दिखाई देती है।
क्या ये असामान्य बात नहीं है। क्या दीपिका ड्रग के ओवरडोज़ में ऐसा कर रही थी। भले ही वे बॉलीवुड से हैं, बोल्ड एन्ड ब्यूटीफुल हैं लेकिन नई नवेली शादी में ऐसा एक्ट करना उनके प्रशंसकों को दुःखद आश्चर्य से भर देता है।
कंगना रनौत ने कहा है कि उनके मेंटोर खाने-पीने की चीजों में उन्हें ड्रग्स मिलाकर देते थे। कंगना के मुताबिक मेंटोर नहीं चाहते थे कि वे पुलिस के पास जाए। बाद में कंगना ने नशे की इस दुनिया को अच्छे से तब पहचाना, जब वे बॉलीवुड की आधी रात वाली पार्टियों में शामिल होने लगी।
कंगना इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की मदद करना चाहती हैं। इसके बाद सुशांत की बहन ने प्रधानमंत्री से कंगना को सुरक्षा देने की मांग की है। सुशांत की बहन को जिस खतरे का अहसास हो रहा है, वह दबंग कंगना को क्यों नहीं हो रहा। ये काम सरकार पर छोड़ना चाहिए। कंगना यदि ड्रग मामले को व्यक्तिगत तौर पर लेती हैं तो उनके जीवन को बड़ा संकट हो सकता है। वे नहीं जानती कि नशे के कारोबारी सरकारों को पलट देते हैं, फिर वे तो एक अभिनेत्री हैं।
विनोद खन्ना के बेटे साक्षी खन्ना को 2011 में रेव पार्टी में शामिल होने के चलते मुंबई में गिरफ्तार कर लिया गया था। 2012 में अपूर्व अग्निहोत्री और शिल्पा अग्निहोत्री मुंबई में हुई एक रेव पार्टी में पकड़े गए थे। अभिनेत्री जिया मानेक सन 2012 में एक हुक्का बार में पकड़ी गई थी।
करण जौहर की पार्टी सामने आई तो प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से मामला संभाल लिया गया। उस पार्टी में कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा की पत्नी भी शामिल हुई थी। बाद में देवड़ा ने सफाई दी कि पार्टी में किसी तरह की ड्रग्स का इस्तेमाल नहीं किया गया था। अब जिस संदीप सिंह पर सुशांत सिंह राजपूत की हत्या में मास्टरमाइंड होने का संदेह किया जा रहा है, उसकी कॉल डिटेल्स में कांग्रेस नेता संजय निरुपम का नाम आया है।
निश्चित ही बॉलीवुड में ड्रग्स का कारोबार पुलिस, प्रशासन, नेता और बॉलीवुड की मिलीभगत से चल रहा है। युवा कलाकार कोकीन की लत में बर्बाद हो रहे हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो अब उस दरवाज़े के सामने खड़ा है, जिसके भीतर से उसे दुबई-पाकिस्तान-आईएसआई की लिंक मिल सकती है। उसे बेरहमी के साथ आगे बढ़ना चाहिए। ऐसी कीमियोथेरेपी हो, कि एक भी नशे का सौदागर न बचने पाए।