अर्चना कुमारी । यह हरा टिड्डा शातिर प्रवृत्ति का है और जामिया नगर में एक फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर खोल कर ठगी कर रहा था । पुलिस ने इस मामले को लेकर कुल 8 ठग गिरफ्तार किए । इनकी पहचान अर्जुन सिंह बिष्ट, कपिल सिंह नेगी, मो. तलहा, अंकित यादव, संतोष श्रीवास्तव, वेनेंगमाविया, मोहम्मद नादिर और आरिश बेग के तौर पर की गई।
इनके कब्जे से दस मोबाइल फोन, सात लैपटॉप, छह की-बोर्ड, छह कंप्यूटर मॉनिटर, चार सीपीयू और एक वाईफाई राउटर बरामद किया गया । पुलिस का कहना है कि 25-26.03.2022 की मध्यरात्रि में साइबर थाने में गुप्त सूचना मिली कि जामिया नगर के ओखला विहार में एक फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा है। पुलिस टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में उक्त स्थान पर छापेमारी की योजना बनाई। टीम ने उस स्थान पर छापा मारा जहां उन्हें छह व्यक्ति मिले जो विदेशियों के साथ टेलीफोन पर बातचीत कर रहे थे।
पुलिस पार्टी को देख उन्होंने उस जगह से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस टीम ने उन सभी को पकड़ लिया।पूछताछ करने पर, उनकी पहचान अर्जुन सिंह बिष्ट पुत्र लाल सिंह बिष्ट निवासी नोएडा, उत्तर प्रदेश आयु 25 वर्ष, कपिल सिंह नेगी पुत्र मोहन सिंह नेगी निवासी गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश आयु 21 वर्ष, मो. तल्हा पुत्र स्वर्गीय साहबुद्दीन निवासी जामिया नगर, दिल्ली आयु 21 वर्ष, अंकित यादव पुत्र त्रिभुवन यादव निवासी शंकर विहार, दिल्ली आयु 21 वर्ष, संतोष श्रीवास्तव पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी मुनरिका, दिल्ली आयु 43 वर्ष, वनेंगमाविया पुत्र के. वनलालंघाका निवासी मुनरिका, दिल्ली आयु 29 वर्ष।
उनके कहने पर, उनके सह-आरोपियों में से एक और उस कॉल सेंटर के मालिक अर्थात् मोहम्मद नादिर पुत्र मोहम्मद नसीम निवासी जामिया नगर, दिल्ली उम्र 38 वर्ष और आरिश बेग पुत्र अनवर बेग, निवासी बाटला विहार, दिल्ली उम्र 21 वर्ष क्रमश: को भी उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। तदनुसार, साइबर पुलिस स्टेशन में मामला प्राथमिकी संख्या 31/2022 धारा 419/420/120/34 आईपीसी दर्ज किया गया था। इनके कब्जे से दस मोबाइल फोन, सात लैपटॉप, छह की-बोर्ड, छह कंप्यूटर मॉनिटर, चार सीपीयू और एक वाईफाई राउटर बरामद किया गया है।
इस तरह की नापाक गतिविधियों को अंजाम देने वाले उनके सहयोगियों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है। सभी आठ आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी जरूरतों को पूरा करने और जल्दी पैसा कमाने के लिए यह फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर शुरू किया था। इसके अलावा उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने खुद को Amazon Inc/Paypal के कार्यकारी के रूप में प्रस्तुत करके कई भोले-भाले व्यक्तियों (मुख्य रूप से यूएसए के नागरिक) को धोखा दिया है। सभी सिर्फ 10 वीं से 12 वीं तक पढ़े हैं। हालांकि उनका कोई पुराना अपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है और इस बारे में छानबीन की जा रही है।