कठुआ रेप और हत्या के मामले में हिंदुओं और मंदिर के खिलाफ अभियान चलाने वाले एक केरल के ऐसे व्यवसायी का नाम सामने आया है जो खुद 10 वर्षीया एक नाबालिग के साथ छेड़छाड़ का आरोपी रहा है। आरोप है कि केरल के मलारपुरम के रहने वाले मोइद्दीन कुट्टी नाम के एक व्यवसायी को सिनेमा हॉल में एक नाबालिग के साथ छेड़ाखानी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुट्टी का वहां के स्थानीय कम्युनिस्ट नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं। खासकर पार्टी के लिए फंड एकत्रित करने वाले एक नेता के साथ तो घनिष्ठ संबंध है। ध्यान रहे की कुट्टी ने कठुआ मामले पर ढेरों आंसू बहाए थे, जबकि वह खुद ही नाबालिग के योन उत्पीड़ण जैसे संगीन मामले में शामिल था। पुलिस ने प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ओफेंस (POCSO) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
Minor girl rape accused Moideen Kutti is a close associate of local CPIM leaders and one of the main fund raisers of the party. He shed crocodile tears in the name of Kathua case when he was indulging the gruesome crime.Moideen represents the new age communism. pic.twitter.com/TUZNhI5W4n
— KummanamRajasekharan (@Kummanam) May 14, 2018
मुख्य बिंदु
* आरोपी व्यवसायी मोईद्दीन के स्थानीय कम्युनिस्ट नेताओं के साथ हैं अच्छे संबंध
* मगरमच्छ के आंसू बहाने के लिए कठुआ मामले में अभियान का किया था नेतृत्व
* केरल में नाबालिग बच्चियों के खिलाफ घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं
सीसीटीवी फुटेज ने तो कुट्टी की सारी पोल पट्टी खोल दी है। फुटेज से स्पष्ट होता है कि कुट्टी का पहले से ही उसके घर आना-जाना था। क्योंकि वह पूरे शो के दौरान सिनेमा हॉल में उस बच्ची और उसकी मां के साथ छेड़खानी करता रहा लेकिन दोनों में से किसी ने उसका विरोध नहीं किया। आरोप है कि कुट्टी उस बच्ची का यौण शोषण काफी पहले से करता रहा है, इसलिए उन बच्ची ने उसका विरोध नहीं किया। हालांकि पुलिस ने इस मामले में उसकी मां को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस प्रकार की करतूत उस राज्य में हो रही है जहां कम्युनिस्ट सरकार है। जिसके ध्वजवाहक हमेश महिला सम्मान की बात करते हैं।
The man's name is Moideen Kutty and he was asking for justice to the #Kathua victim about the same time he was molesting a minor girl!! Strangely, all placard activists seem to have gone into a catatonic state currently! pic.twitter.com/jZWnsRofbj
— Shefali Vaidya (@ShefVaidya) May 14, 2018
केरल में तो दिख रहा है कि वहां के लोग महिलाओं का कितना सम्मान करते हैं। महिलाओं और बच्चियों पर होने वाले अत्याचारों को लेकर घडि़याली आंसू बहाने वाले कम्युनिस्ट और सेकुलरों का दोहरा चरित्र केरल में दिखता है। जहां एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि केरल बच्चों के लिए बिल्कुल सुरक्षित नहीं है। POCSO के तहत दर्ज आंकड़े ये बताते हैं कि नाबालिग बच्चियों के खिलाफ होने वाली घटनाएं काफी बढ़ी हैं। जबकि यहां कम्युनिस्टों की ही सरकार है।
कुडुंबाश्री ने जो सर्वे किया है और उसकी रिपोर्ट केरल सरकार के मुंह पर एक तमाचा है। इस सर्वे के मुताबिक अप्रैल 2017 से मार्च 2018 तक 778 बच्चों के यौण शोषण का केस दर्ज हुआ था। सर्वे से जो खुलासा हुआ है वह यह कि अधिकांश मामले में आरोपी पीडि़त बच्चों के रिश्तेदार, शिक्षक, धार्मिक अध्ययन केंद्र चलाने वाले शिक्षक या फिर पड़ोसी निकले हैं। कई मामलों में दर्दनाक रूप से प्रताड़ित किए गए होते हैं। कई मामलों में तो पुलिस ही केस को इतना हल्का कर देती है कि आगे मामला कुछ बनता ही नहीं। कई मामले में तो पुलिस मामले की जांच तक नहीं करती है तो कई मामले में दबंग लोग पैसे के बल पर बच जाते हैं।
एक दूसरी घटना घटी है कन्नूर जिले के पयान्नूर में जहां कुछ लोगों ने सोती नाबालिग बच्ची का मुंह दबाकर उठा ले जा रहे थे। लेकिन किसी प्रकार शोर मचाने पर उसके अभिभावक और लोग जग गए और वह बच्ची बच तो गई लेकिन मामूली रूप से जख्मी हो गई। जब उसका मेडिकल कराया गया तो आरोपी की तरफ से वकील पीड़ित बच्ची के अभिभावक अपना केस रजिस्टर्ड नहीं कराने के लिए 50 हजार रुपये ऑफर किया था। लेकिन उस वकील के खिलाफ मामला दर्ज करने की बजाय पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
URL: businessman running anti-Hindu campaign In Kathua case, arrest in girlmolestation inside theatre
Keywords: child abuse, child molestation, Childline, sexual harassment, rape with minor, POCSO Act, molestation inside theatre