अब तो देश में खबर देने वालों से लेकर टीवी पर खबर पढ़ने वालों तक में देशद्रोहियों को लेकर अलग-अलग विचार सामने आने लगे हैं। कुछ एंकर तो ऐसे भी है जिन्हें देश के टुकड़े करने वालों से तो कोई परहेज नहीं है, लेकिन देशद्रोहियों के टुकड़े होने की बात तक कहने पर आपत्ति हो जाती है। इसी मसले को लेकर देश के दो बड़े न्यूज चैनल न्यूज18 इंडिया तथा एबीपी न्यूज चैनल की दो महिला एंकरों के बीच ‘कैट फाइट’ सामने आ गई है।
अपने एक ट्वीट में एबीपी न्यूज चैनल की एंकर रुबिका लियाकत ने लिखा है कि ‘देशद्रोही गैंग तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह।’ लियाकत की यह ट्वीट न्यूज18 इंडिया न्यूज चैनल की एंकर फराह खान को इतना चुभ गया कि उन्होंने ट्वीट कर लियाकत को नसीहत दे डाली।
देशद्रोही गैंग तेरे टुकड़ होंगे इंशाआल्लाह।
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) January 14, 2019
सवाल उठता है कि क्या देशद्रोहियों के लिए बददुआ मांगना गलत है? लियाकत के इसी ट्वीट पर फराह खान ने अपने ट्वीट के माध्यम से यह नसीहत दी है।
आपने लिखा ‘इंशाअल्लाह’ मतलब ‘अल्लाह ने चाहा तो’ आपका पता नहीं लेकिन जितना इस्लाम मैंने पढ़ा है उसमें दुश्मनों के लिए भी बद्दुआ नहीं मांगी जाती।
अब बात संविधान की, चार्जशीट का मतलब दोषी साबित होना नहीं है। इतना तो पता होगा एंकर साहिबा @RubikaLiyaquat https://t.co/RrNy32zDwm
— Farah khan (@farah17khan) January 16, 2019
फराह खान ने लियाकत के इंशाअल्लाह पर आपत्ति जताते हुए लिखा है कि ‘इसलाम में तो अपने दुश्मनों के लिए भी बददुआ नहीं मांगने की सीख दी गई है।’ इसके साथ ही फराह खान ने उन्हें संविधान का हवाला देते हुए कहा है कि ‘चार्जशीट का मतलब दोषी साबित होना नहीं होता है।’
एक एंकर होने के नाते निश्चित रूप से रूबिका लियाकत को फराह खान की ही तरह संविधान के हिसाब से यह जानकारी होगी। लेकिन शायद आपको यह जानकारी नहीं है कि जब तक कोर्ट संलिप्त व्यक्ति को निर्दोष घोषित नहीं कर देता तब तक वह आरोपी रहता है। इसके अलावा फराह खान को पुलिस जांच की भी जानकारी नहीं है। वह यह कि जब पुलिस किसी अपराध या घटना की जांच करती है तो वह अपनी जांच इसी आधार पर शुरू करती है कि उस अपराध या घटना से जुड़े सारे लोग संदिग्ध होते हैं। जब तक जांच पूरी नहीं होती है या फैसला नहीं आता है तब तक पुलिस की नजर में वह दोषी ही होता है।
वैसे भी रूबिका लियाकत ने भी फराह खान को अपने हिसाब से जवाब दिया है। उन्होंने फराह खान को अपना ट्वीट फिर से पढ़ने की सलाह दी है।
एक बार फिर ध्यान से पढ़ो- मैं अल्लाह से दुश्मनों की बद्दुआ नहीं अपने वतन की हिफ़ाज़त की दुआ की है। नज़रिए की बात है
नज़रिए से याद आया – देशद्रोही गैंग से चार्जशीट क्या वास्ता मैनें तो एसा कुछ नहीं लिखा। आपके दिमाग़ में किसका चेहरा आ गया? https://t.co/hhlsKKKaVB
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) January 16, 2019
फराह खान के नजरिये को टार्गेट करते हुए बताया है कि ‘उन्होंने अल्लाह से दुश्मनों के लिए बददुआ नहीं बल्कि अपने देश की हिफाजत के लिए दुआ मांगी है।’ इसके साथ ही उन्होंने लिखा, ‘नज़रिए से याद आया – देशद्रोही गैंग से चार्जशीट का क्या वास्ता? मैनें तो ऐसा कुछ नहीं लिखा। आपके दिमाग़ में किसका चेहरा आ गया?’
URL : ‘cat-fight’ Between two female news anchors on traitor gang !
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