Latest उपदेश एवं उपदेशक News
नानक गृहस्थ भी हैं, संन्यासी भी- ओशो
नानक ने एक अनूठे धर्म को जन्म दिया है, जिसमें गृहस्थ और…
सेवा धर्म नहीं है,बल्कि धर्म सेवा है: ओशो
मैं नहीं कहता हूं कि सेवा धर्म है। मैं जरूर कहता हूं…
शून्य में जगत की महानतम शक्ति का आविर्भाव होता है!
ओशो - शास्त्रों और संतों का कहना है कि पर-स्त्रीगमन करने से…
जूडो की कला कहती है, मारो मत। जब कोई मारे, तो उसके सहयोगी हो जाओ!
जूडो की कला कहती है, मारो मत। जब कोई मारे, तो उसके…
शिव कहते हैं, उस अस्तित्व को स्वयं में पाकर समाधि का सुख उपलब्ध होता है। OSHO
तुम्हारे भीतर से जब तुम बाहर की तरफ जाते हो तो चीजें…
बुद्ध कहते थे, बरस रहा है अमृत, लेकिन कुछ हैं, जो अपने घड़ों को उलटा रखे बैठे हैं।
जिस दिन घड़ा सीधा होगा, उस दिन अमृत बरसने लगेगा, ऐसा नहीं…