हाल ही में भारतीय जांच एजेंसियों के हाथ आने से बचने के लिए देश के बैंक से हजारों करोड़ लेकर विदेश भागे हीरा व्यापारी नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मोदी सरकार उसे छोड़ देगी। वह लाख जतन कर ले लेकिन अगर मोदी सरकार ने कह दिया है कि वह किसी भगोड़े को छोड़ेगी नहीं तो यही सही होगा। मेहुल चोकसी के बारे में जैसे ही भारत की नागरिकता छोड़ने की बात सामने आई, देश की जांच एजेंसियों ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया। आज सीबीआई और ईडी का एक विशेष दस्ता चोकसी को देश वापस लाने के लिए वेस्टइंडीज रवाना हो गया है। यह दस्ता केवल चोकसी को ही नहीं लाने का प्रयास करेगा बल्कि वह इस दौरान नीरव मोदी को भी लाने का प्रयास करेगा।
लेकिन नीरव मोदी और मेहुल चोकसी समेत सभी भगोड़ो को कानून के सामने लाकर खड़ा करने के प्रति प्रतिबद्ध मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। सरकारी की प्रतिबद्धता के अनुरूप ही देश की एजेसियां भी काफी सख्ती से काम कर रही हैं। मोदी सरकार ने सीबीआई और ईडी के इस मिशन को पूरा करने में बोइंग विमान को पूरा सहयोग करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
सीबीआई और ईडी के अधिकारी एयर इंडिया के बोइंग विमान से मेहुल चोकसी को वापस लाने के लिए वेस्टइंडीज गए हैं
मालूम हो कि दक्षिण अफ्रिकी देशों में नागरिकता लेना आसान है। वहां थोड़ी सी रकम निवेश करने के एवज में नागरिकता मिल जाती है। दक्षिण अफ्रिकी देशों ने 132 देशों के नागरिकों को निवेश करने के बदले नागरिकता देने की सुविधा दे रखी है। मेहुल चोकसी ने इसी का फायदा उठाकर भारत की नागरिकता छोड़कर वहां की नागरिकता ले ली है। चोकसी ने एंटीगुआ और बड़बुडा देश की नागरिकता हाल ही में ली है, जबकि उसकी कंपनी के प्रमोटर जतिन मेहता कुछ साल पहले सेंट किट्स देश की नागरिकता ले ली थी।
यहां पर 132 देश के नागरिकों को बगैर विजा आने की सुविधा मिली हुई है। कहने का मतलब इन देशों में बगैर विजा यात्रा की जा सकती है। यहां आने के लिए विजा की जरूरत भी नहीं होती है। तभी तो भारत के आर्थिक अपराधियों में यह बात आम है कि यहां निवेश के माध्यम से नागरिकता मिल जाती है।
गौरतलब है कि सेंट लुसिया और डोमिनिका जैसे देश महज एक लाख रुपये में अपने देश की नागरिकता के साथ वैध पासपोर्ट भी मुहैया करा देता है। यह रकम भारत के किसी अमीर आर्थिक अपराधी के लिए बिल्कुल मामूली है। इसलिए देश में आर्थिक अपराध को अंजाम देने के बाद अधिकांश अपराधी इन देशों में भाग जाते हैं।
मेहुल चोकसी के साथ नीरव मोदी पर भी भारतीय जांच एजेंसियों ने शिकंजा कस दिया है। ईडी के आदेश पर रायगढ़ के कलेक्टर ने अलीबाग में किहिम में समुद्र के किनारे स्थित नीरव मोदी के बंगले को ढाहने का कार्य शुरू करा दिया है। जैसे ही ईडी ने कलक्टर विजय सूर्यवंशी को रायगढ़ जिला स्थिति संपत्ति सौंपा वैसे ही नीरव के बंगले गिराने का काम शुरू कर दिया गया। मालूम हो कि ईडी ने भगोड़े हीरा कारोबारी का बंगला पिछले साल ही सील किया था। बाद में राज्य सरकार ने किहिम बीच पर गैरकानूनी तरीके से बने इस बंगले को गिराने के लिए ईडी से अनुमति मांगी थी। ईडी की अनुमति मिलते ही कलक्टर ने बंगले को ढाहने का काम शुरू करा दिया।
URL : CBI and ED Officials flied to West Indies to Bring Back Fugitives mehul !
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