आईएसडी नेटवर्क। रविवार को सीबीआई की जाँच और तेज़ होती नज़र आई। रविवार को सीबीआई टीम ने सबसे ज़्यादा वक़्त सुशांत सिंह राजपूत के फ़्लैट पर बिताया। जाँच का तीसरा दिन बीतते-बीतते ये सिद्ध हो गया कि चश्मदीद गवाहों के बयानों में बड़ा फर्क दिखाई दिया है। अब इस बात का संदेह और पक्का हो गया है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई थी। जिस ढंग से सीबीआई ने अनौपचारिक ढंग से सिद्धार्थ पिठानी, दीपेश सावंत और नीरज सिंह को उठाया है, उससे लग रहा है कि सीबीआई के हाथ कोई बड़ा सबूत लगा है। जल्द ही सीबीआई रिया चक्रवर्ती से पूछताछ करेगी। गिरफ्तारी जल्द ही हो सकती है
यदि सीबीआई को तीन दिन की जाँच के बाद ऐसा लगता कि मामला आत्महत्या का है, तो वह इन तीन महत्वपूर्ण प्रत्यक्षदर्शी गवाहों को छोड़ देता है। जब शनिवार को सीबीआई ने सुशांत के फ़्लैट में क्राइम सीन रिक्रिएट किया और उसके बाद सिद्धार्थ पिठानी और नीरज सिंह को अपने साथ ले गई।
उससे ये सिद्ध होता है कि सीबीआई अब इसे आत्महत्या का मामला नहीं मान रही। रविवार को सीबीआई टीम ने एक बार फिर सुशांत के फ़्लैट में क्राइम सीन दोहराया। रविवार को सिद्धार्थ पिठानी, दीपेश सावंत और नीरज सिंह को भी सुशांत के रूम में लाया गया।
इसके साथ मेडिकल टीम और फोरेंसिक एक्सपर्ट भी वहां सीबीआई टीम के साथ चार घंटे तक रहे। कम से कम इस बात पर सीबीआई आश्वस्त हो गई है कि सुशांत की हत्या की गई थी।
सीबीआई की रविवार की पूछताछ 13 और 14 जून के घटनाक्रम पर केंद्रित रही। सिद्धार्थ पिठानी, दीपेश सावंत और नीरज सिंह से सुशांत की मौत से पहले वाली रात और मौत वाले दिन के घटनाक्रम के बारे में तीनों से कड़ी पूछताछ की गई। जब इनके बयान लिए गए तो सीबीआई ने पाया कि तीनों के बयानों में अंतर आ रहा है।
सीबीआई का संदेह और बढ़ गया क्योंकि विरोधाभासी बयान देकर इन्होंने अपनी शामत बुला ली है। अभी तो सीबीआई ने इनको अनौपचारिक रूप से घेरे में लिया हुआ है लेकिन संभावना बन रही है कि सीबीआई जल्द ही औपचारिक बयान देकर इनकी गिरफ्तारी दर्शा सकती है। वर्तमान में तो स्थिति ये बनी हुई है कि सिद्धार्थ सीबीआई से पूछे बिना पानी भी नहीं पी सकता है।
सीबीआई शाम 6 बजे सुशांत के घर से इन तीनों को लेकर रवाना हुई। टीम तीनों को लेकर डीआरडीओ गेस्ट हाउस पहुंची, जहाँ पर देर रात तक उनसे पूछताछ चलती रही। इन संदिग्धों से दूसरे दौर की पूछताछ लगभग 7 बजे शुरू हुई थी। देर रात तक सीबीआई की एक टीम नीरज को लेकर पुनः क्राइम सीन पर पहुंची।
उसके कुछ देर बाद सीबीआई की एक अन्य टीम सिद्धार्थ को लेकर कहीं जाने के लिए निकली। रात को सीबीआई के दो अधिकारी वांद्रे पुलिस स्टेशन पहुंची। कुल मिलाकर रविवार को सीबीआई 20-20 की स्टाइल में काम करती नज़र आई।
ये तय हो गया है कि सीबीआई रिया चक्रवर्ती को समन भेजेगी और उससे जल्द ही पूछताछ होगी। चूँकि रिया से बात करने से पहले सीबीआई सारे साक्ष्य जुटा लेना चाहती है ताकि रिया उन्हें उलझा न सके।
आने वाले दिन रिया चक्रवर्ती और अन्य संदिग्धों के लिए मुश्किल भरे होंगे क्योंकि सीबीआई अपनी जाँच बहुत तेज़ी से और पुख्ता ढंग से आगे बढ़ा सकती है। बयानों में विरोधाभास आने के बाद सीबीआई सोमवार को एक बार और क्राइम सीन दोहरा सकती है।
सीबीआई सुशांत के कमरे का दरवाज़ा खोलने वाले एक्सपर्ट को भी क्राइम सीन पर बुलाकर उसे सारा काम दोहराने को कह सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ताला तोड़ने के समय क्या हुआ, जाना जा सके। सीबीआई ने रविवार को सुशांत के घर की वीडियोग्राफी भी की और अन्य घरों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाले।
वांद्रे पुलिस थाने की भूमिका इसमें संदिग्ध दिख रही है क्योंकि सीबीआई के अधिकारियों ने जाँच अधिकारी अभिषेक त्रिमुखे से पूछताछ की है। त्रिमुखे ने रिया चक्रवर्ती से फोन पर पूछताछ की थी और तबसे ही उनकी भूमिका सुशांत प्रकरण में संदेहास्पद पाई जा रही है।
इस बात की तीव्र संभावना है कि सिद्धार्थ और रिया की गिरफ्तारी जल्द ही हो सकती है। उल्लेखनीय है कि रिया और शौविक सीबीआई की एफआईआर में मुख्य आरोपी हैं। रिया के पिता इंद्रजीत, माँ संध्या, हाउस मैनेजर श्रुति मोदी और घर के नौकर सैम्युअल मिरांडा को भी आरोपी बनाया गया है।