अर्चना कुमारी। कारोबारी मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के समीप जिलेटिन विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील माने को गिरफ्तार किया ।
पकड़ा गया सुनील माने इसी मामले में गिरफ्तार और सस्पेंड असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे का सहयोगी रहा है। इस मामले में अब तक 5 लोग पकड़े जा चुके हैं और उनके नाम सचिन वझे, रियाज काजी, विनायक शिंदे नरेश गोर और सुनील माने है।
इस बीच केंद्रीय जांच एजेंसी CBI की मुम्बई समेत कई इलाके में चल रही है छापेमारी । महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से जुड़े मसले पर FIR दर्ज करने के बाद शनिवार सुबह शुरू हुई है छापेमारी।
कोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई ने दर्ज किया था मामला। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री पर लगा था पुलिसकर्मियों द्वारा 100 करोड़ रुपये अवैध तौर पर उगाही का आरोप।
उधर ,राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जिस इंस्पेक्टर सुनील माने को गिरफ्तार किया । उससे महाराष्ट्र एटीएस दो बार पूछताछ कर चुकी है। एनआईए का कहना है कि सुनील माने कांदिवली क्राइम ब्रांच में तैनात था।
सूत्रों की माने तो स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की पत्नी विमला ने महाराष्ट्र एटीएस को बताया था कि 4 मार्च की रात आठ बजे मनसुख हिरेन जब घर से बाहर निकले तो उन्होंने बताया था कि उनके पास कांदिवली क्राइम ब्रांच के किसी इंस्पेक्टर तावड़े को आना है।
अब माना जा रहा है कि विमला ने जिस तावड़े का नाम लिया था, वह सुनील माने ही था। गौरतलब है कि सुनील माने तीसरा पुलिस अधिकारी है, जिसे एंटीलिया केस में गिरफ्तार किया गया ।
इससे पहले असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रियाजुद्दीन काजी को पकड़ा गया था। रियाज काजी पर भी विस्फोटक कांड में सचिन वझे का साथ करने का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक रियाज काजी के बयान के आधार पर ही सुनील माने को पकड़ा गया है।
सबसे पहले सचिन को पकड़ा गया और उसके खुलासे के आधार पर महाराष्ट्र एटीएस ने पूर्व कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश गौड़ को गिरफ्तार किया था ।
सनद रहे 25 फरवरी को एंटीलिया से 300 मीटर की दूरी पर विस्फोटक से भरी एक स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी मिली थी। कार में 20 जिलेटिन की छड़ें और एक धमकी भरा लेटर बरामद हुआ था।
इस घटना के बाद 5 मार्च को स्कॉर्पियो मालिक मनसुख हिरेन का शव रेती बंदर की खाड़ी से बरामद हुआ था। इसके बाद इस केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच शुरू हुई और सबसे पहले सचिन वझे को पकड़ा गया था ।