अर्चना कुमारी। मंत्रालयों के बड़े-बड़े विभाग में उच्च पद पर नियुक्ति करवाने वाले फर्जी गिरोह का दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने खुलासा किया । आरोपी गुजरात मेडिकल काउंसिल के सदस्य को नेशनल मेडिकल कमीशन का चेयरमैन बनवाने का झांसा दे रहे थे। बकायदा एक फर्जी नियुक्ति पत्र भी पीड़ित को दे दिया था।
लेकिन जब इसकी पड़ताल हुई तो यह फर्जी पाया गया। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अवर सचिव ने मामले की शिकायत पुलिस से की। छानबीन के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को वडोदरा गुजरात और लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान गुजरात निवासी खत्री इकबाल अहमद (50) और कुशी नगर, हाता, यूपी निवासी हिमांशु पांडेय (35) के रूप में हुई है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अवर सचिव चंदन कुमार ने पिछले दिनों अपराध शाखा को एक शिकायत दी थी। अपनी शिकायत में अवर सचिव ने एक फर्जी आदेश की कॉपी भी पुलिस को सौंपा था। फर्जी पत्र में लिखा था कि नेशनल मेडिकल कमीशन के चेयरमैन सुरेश चंद्र शर्मा का कार्यकाल वर्ष 2023 के जनवरी में खत्म हो रहा है।
गुजरात मेडिकल काउंसिल के सदस्य डॉ. सुरेश के पटेल को नेशनल मेडिकल कमीशन का नया चेयरमैन नियुक्त किया जाता है। उनको तीन अप्रैल 2023 से 10 अप्रैल 2023 को अपना पदभार संभालना है। मंत्रालय के रिकॉर्ड में ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया था। आदेश पूरी तरह फर्जी था। छानबीन के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया
पुलिस ने छानबीन के बाद आरोपियों के मोबाइल नंबर व दूसरी जानकारी जुटाई। इसके आधार पर खत्री इकबाल अहमद को गुजरात और मुख्य आरोपी हिमांशु पांडेय को चारबाग रेलवे स्टेशन, लखनऊ से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस को पता चला कि आरोपी बेहद हाईप्रोफाइल लोगों को मंत्रालय में उच्च पद पर लगवाने का झांसा देते थे। इसके लिए वह मोटी रकम कई बार करोड़ों में भी डील करते थे।