अर्चना कुमारी । भारत का पड़ोसी देश चीन किसी भी तरह से देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ना चाहता है और यही वजह है कि वह चीनी ऐप के जरिए भारतीय लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। इसके लिए वह भारतीय लोगों का ही इस्तेमाल करता है और भारतीय खातों में सेंध लगाकर अपनी झोली भर रहा है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि भारतीय लोगों के मोबाइल में ऐप का लिंक भेज कर ठगी की जा रही है और चीनी- भारतीय गैंग से जुड़े करीब 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है । आरोपियों के कब्जे से पुलिस टीम ने 16 डेबिट कार्ड, 22 चेक बुक,26 पासबुक, 20 मोबाइल और 3 लैपटॉप भी बरामद किए है जबकि एक बैंक खाते में 11 लाख रुपये फ्रीज किए गए ।
इतना ही नहीं लग्जरी तीन गाड़ियां भी पुलिस ने बरामद की है ,जो ठगी की रकम से खरीदी गई थी। इसके साथ ही 4 लाख रुपये नकद भी आरोपियों के पास से बरामद हुए । पुलिस का दावा है कि यह पूरा नेटवर्क चीन से चलाया जा रहा है और अभी तक की जांच में इस मामले में तीन चीनी धोखेबाज की पहचान की गई है, जो अलग-अलग देशों से इस गिरोह को ऑपरेट कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि ठगी और जबरन उगाही से मिली रकम को चीन, हांगकांग और दुबई क्रिप्टो करेंसी के जरिए भेजा जा रहा और सभी खाते चीनी नागरिकों के हैं। पूछताछ में पता चला है अब तक करोड़ों रुपए की हेराफेरी की गई है और इनके एक बैंक खाते में 8.25 करोड़ रुपए आने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 25 अन्य बैंक खाते भी चिन्हित किए गए हैं, जिसमें भारी रकम की ट्रांजैक्शन की गई है।
पुलिस का कहना है कि यह गैंग लोगों के मोबाइल पर एप्लीकेशन भेज कर उनका मोबाइल हैक कर लेता था और उनकी सभी निजी जानकारी को हासिल कर लेता था। इसके बाद उनसे जबरन उगाही की जाती थी। इस गिरोह के जाल में फस कर दिल्ली के एक महिला के साथ जब उगाही की गई तब इस मामले को लेकर 8 लोगों को पकड़ा गया और इसमें से कृष्णा उर्फ रवि शंकर गिरोह का कर्ताधर्ता बताया जाता है।
अन्य आरोपियों ने रोहित कुमार, विविध कुमार, पुनीत और मनीष, पुनीत की पत्नी दिव्या तथा सुमित और दीपक पांचाल आदि नामक आरोपी शामिल है। टारगेट किए गए लोगों को डराने के लिए एक आईपीएस अफसर के नाम का भी इस गिरोह ने बेजा इस्तेमाल किया और पुलिस का कहना है कि इस बारे में जांच जारी है।