Chitransh Saxena. पूर्वी दिल्ली के उत्तम नगर मार्केट के बारे में वीडियो में किए गए दावे पर जब इंडियास्पीक्सडेली ने पूछताछ की तो सामने आया पूरा मामला। ग्राउंड रिपोर्ट में इस पूरी घटना के बारे में जब दुकानदारों से हमने पड़ताल की तो उनका कहना था रेहड़ी पटरी वाले दुकानों के आगे ठेले लगाकर आने जाने की जगह नहीं छोड़ते और लॉक डाउन के बाद जब इन्हें रेडी हटाने के लिए कहा गया तो उन्होंने अपने कई साथियों के साथ मिलकर दुकानदारों से मारपीट की। उनका यह भी आरोप है कि रेडी वाले सड़क जाम कर ग्राहकों से बेईमानी और चोरी भी करते हैं।
इस घटना पर जब दुकानदारों से बातचीत हुई तो स्थानीय व्यापारी उदय बिष्ट ने बताया 18 जून को सभी दुकानदारों ने मार्केट से ठेले और रेडी लगाने वालों को हटाने के लिए मार्च निकाला, जिसका कारण था दुकानदारों और ठेले वालों के बीच हुई मार पीट। दुकानों के सामने से ठेले हटाने को कहा गया तो सब ठेले वाले इखट्टे होकर मारपीट करने लगे। ऐसी मारपीट की घटनाएं पहले भी कई बार हुई हैं। “जब पुलिस आई तो मारपीट पहले से चल रही थी, फिर भी पुलिस वाला आया और वह जल्द चला गया। ठेले वाले सभी दुकानदारों पर हावी हो गए थे”। दुकानदारों का एक हफ्ते बाद यह कहना है कि अब ग्राहक आ रहे हैं और रास्ता साफ है हम सभी लोगों को काफी सुविधा है।
दुकानदारों से मारपीट और झड़प की घटनाएं निरंतर सामने आ रही है जिसके पश्चात रोहिंग्या ठेले वालों और असामाजिक रेडी बालों को हटाने के लिए 18 जून को बजरंग दल और सभी दुकानदारों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में सभी दुकानदारों ने दुकानें बंद कर लाठी मार्च निकाला जिसके पश्चात इलाके में ठेले वालों की संख्या बहुत कम हो गई। आज इस इलाके में कोई रेडी वाले खड़े नहीं दिखते हैं।
इस पूरी घटना के एक हफ्ते बाद दुकानदारों से खास बातचीत में उन्होंने दबे मुंह से इंडिया स्पीक्स डेली को बताया कि जिस दुकानदार से हफ्ते 10 दिन पहले मारपीट हुई थी उसको रोहिंग्या रेडी वालों ने चाकू दिखाकर धमकाया और दुकान भी लूटी। लोगों का कहना है कि उस भीड़ में मुख्य रूप से रोहिंग्या मुसलमान थे जिनका कोई पता नहीं है। हलाकि पहले भी उपद्रवियों के कारण इस इलाके जेब कतरी आम घटना थी लेकिन दुकानदारों का कहना है कि पिछले एक-दो साल से चोरी, डकैती, जेब-काट और लड़कियों से छेड़छाड़ जैसी अन्य घटनाएं और बढ़ गई हैं। दुकानदार और जानकारों का यह भी कहना था कि आज भी वह दुकानदार घटना से दहशत में है।
समस्त दुकानदारों, भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ एस. एच. ओ. की बैठक भी हुई जिसके बाद हमने भाजपा के जिला अध्यक्ष हिमांशु शर्मा से बात भी करी। उन्होंने प्रशासन के द्वारा लिए जाने वाले कदम पर बताया कि ठेले वालों की जांच होगी और समस्त ठेले रेडी वालों को यहां से हटाया जाएगा। पूरी सड़क पर गाड़ियों के आने जाने का रास्ता नहीं रहता था और आम जनता को काफी दिक्कत होती थी। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस ने दुकानदारों को सतर्क रहने के लिए सुझाव दिया है और ऐसी घटनाओं में जनता ही पुलिस की आंख, नाक और कान है। हिमांशु कहते हैं कि हम सभी जनता के साथ हैं और सरकार एवं पुलिस प्रशासन शांति बनाए रखने के लिए अग्रसर है”।
इस समय पर दुकानदारों की एक सहमत राय यह है कि सड़क पर ट्रैफिक में बहुत कमी आई है और अब काफी शांति रहती है जो पहले आए दिन इनसे लड़ाइयां रहती थी। दुकानदारों को इस बात से भी अत्यंत प्रसन्नता है कि अब उनके ग्राहक बढ़ रहे हैं और इसका कारण है दुकान के सामने से ठेले वालों का जाना। लोग अब दुकान में जाने से हिचकाते नहीं हैं जो पहले ठेले के कारण निवास द्वार पर अंदर जाने में हिचकिचाते थे।
हिंदू वाहिनी और बजरंग दल के युवाओं ने समय पर सुरक्षा प्रदान कर घटनाक्रम में स्थाई रूप से विराम लगाया। दुकानदारों की दुविधा का एक राज़ यह भी है कि लॉकडाउन के पश्चात मार्किट में एक बड़ी घटना के बाद ग्राहक आना पसंद नहीं करेंगे जिसका नुकसान दुकानदारों को झेलना पड़ सकता है। ऊपर पूरी घटना पर हमारी रिपोर्ट जरूर देखें।
This is great and such a bold step towards getting rid of anti -social elements from our society.
This should be followed in every market and give a befitting reply to Rohingyas.