कल पुनः तीन साल पुराने एक वीडियो को निकाल कर #IndiaSpeaksDaily चैनल पर Strike मरवाया गया है। पहले ही व्यूअरशिप और मेंबरशिप को Restricted कर चुका है YouTube. और Strike व बैन तो अब गिनती से ही बाहर हैं, जबकि पत्रकारिता के मानकों को पूरी तरह से फॉलो करते कंटेंट #ISD को छोड़ शायद ही किसी चैनल पर होते हैं।
मुझे लगता है कि साफ-सुथरी और वस्तुनिष्ठ पत्रकारिता के लिए बार-बार चेतावनी के रूप में यह Strike करवाया जाता है। या तो आप एंटी रहिए या प्रो, लेकिन वस्तुनिष्ठ पत्रकारिता न करें- यह साफ संदेश है। वैसे भी सोशल मीडिया का अनकहा रूल है कि न्यूज में प्रोवोक करने पर ही आप आगे बढ़ेंगे। इस पर बकायदा कई पुस्तकें लिखी गई हैं। फेसबुक के पूर्व कर्मचारी ने तो बकायदा इसी बात को एक्सपोज भी किया है।
अधिक होगा तो मैं परेशान होने की जगह न्यूज से ही हट जाऊंगा, क्योंकि बहुतों को हमारा न्यूज विश्लेषण बेचैन कर रहा है। इसका बढ़ता इंपेक्ट भी आप देख रहे हैं। अभी ही तीन-तीन खबरों का इंपेक्ट लगातार सामने आया है।
मैं भविष्य में केवल #ISD web पर लिखूंगा, Telegram पर सक्रिय रहूंगा, #jwsd (Video) व #Spotify (Podcast) पर अपने सभी धर्म शास्त्रों की आधुनिक व समसामयिक व्याख्या प्रस्तुत करूंगा और #KGF (Kurukshetra Gurukulam Foundation) में सनातन धर्म पढ़ाऊंगा यदि #IndiaSpeaksDaily YouTube channel को पूरी तरह से बैन किया गया तो।
अतः जब तक #ISD YouTube चैनल जीवित है तब तक आप वस्तुनिष्ठ पत्रकारिता का आनंद लेते रहिए। धन्यवाद। #sandeepdeo