अर्चना कुमारी । पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद दिल्ली पुलिस को उम्मीद है कि श्रद्धा केस में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकता है और कयास लगाया जा रहा है कि आरोपी ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को दी है , जिसके तथ्यों को लेकर पुलिस जांच में जुटी हुई है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि श्रद्धा मर्डर केस में मंगलवार को पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए रोहिणी स्थित फॉरेंसिक लैब ले जाया गया और इस दौरान उससे कई सवाल पूछे गए जिसकी जानकारियां उसने पुलिस को रिकॉर्ड करा दी है। इस दौरान यहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखने को मिले और इस टेस्ट के दौरान तीन दोस्तों से भी पूछताछ की है, जिसमें दो लड़कियां और एक लड़का शामिल है ।
पुलिस का कहना है आफताब अमीन पूनावाला बेहद शातिर है और उसने जांच टीमों को परस्पर विरोधी बयानों से उलझा रखा है लेकिन टेस्ट के बाद जांच की दिशा में प्रगति हो सकती है। गौरतलब है कि इस टेस्ट को लाई डिटेक्टर मशीन यानी झूठ पकड़ने वाली मशीन से किया जाता है।
इस टेस्ट से गुजरने के बाद आफताब से जरूरी जानकारी पुलिस के हाथ लग सकती है। पॉलीग्राफ टेस्ट या लाइ डिटेक्टर टेस्ट में आरोपी की फिजिकल एक्टिविटी जैसे, हार्टबीट, नाड़ी, श्वसन दर और पसीना को नोट किया जाता है। पॉलीग्राफ टेस्ट करने के लिए खास तरह की मशीनों और एक्सपर्ट्स की मदद ली जाती है। टेस्ट के दौरान मशीन और एक्सपर्ट्स बारीकी से आरोपी के हर मूवमेंट पर नजर रखते हैं।