हाल ही में संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम के अलावा कुछ तथाकथित राष्ट्रवादी पत्रकार भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टूट पड़े हैं। योगी पर इस प्रकार अचानक हमलावर होने वाली कांग्रेस और उसके पत्रकारों को योगी का हार्डलाइन हिंदूवादी एप्रोच डराने लगी है। तभी तो शेखर गुप्ता जैसे पत्रकारों ने अपने लेख के जरिए योगी पर हमला किया है। गुप्ता ने अपने लेख में वही बात उठाई है जो कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने योगी को भाजपा के प्रचार से अलग करने की मंशा से कही है। पांच राज्यों में हुए हाल के चुनाव में योगी की सफलता दर को देखकर कांग्रेस और उसका कुनबा घबरा गया है। क्योंकि उसे डर है कि अगर राहुल गांधी को योगी को टक्कर देने के लिए शॉफ्ट हिंदुत्व से हार्डलाइन हिंदुत्व की लाइन पर चलना पड़ा तो कांग्रेस पर मुसलिम वोट खोने का खतरा बढ़ जाएगा। इसी डर के कारण कांग्रेस और उसके पत्रकार ही नहीं कुछ तथाकथित राष्ट्रवादी पत्रकारों ने भी पूरे प्रचार प्रक्रिया से ही योगी को हटाने पर तुल गए हैं।
इंडिया स्पेंड के मुताबिक विधानसभा चुनावों में योगी का जीत प्रतिशत मोदी से ज्यादा रहा है, देखिए तुलनात्मक विश्लेषण
– मोदी ने जहां 5 राज्यों की 80 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया उनमें भाजपा 70% से ज्यादा सीटें हारीं
– छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में मोदी ने अपनी रैली के जरिए 26 सीटों को कवर किया, लेकिन भाजपा को महज एक सीट मिली
– मोदी ने 5 राज्यों की 80 विधानसभा सीटों पर 30 रैलियां कीं, जिनमें भाजपा को 23 सीटों पर जीत मिली जबकि 57 सीटों पर हार हुई।
– मोदी ने एमपी – राजस्थान में 70% यानि 22 रैलियां कीं, इनमें 54 सीटों में से भाजपा को 22 सीटों पर जीत मिली, यानि जीत प्रतिशत 41%
– मोदी ने छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में 8 रैलियां की। इसके तहत उन्होंने 26 विधानसभा सीटों को कवर किया, लेकिन भाजपा को एक सीट मिली।
– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार राज्यों में 58 रैलियां कीं, और यहां भाजपा को 27 सीटों पर जीत मिली जबकि 42 में हार मिली।
– मध्य प्रदेश -राजस्थान में योगी ने 37 विधानसभाओं में 27 चुनावी सभाएं कीं। यहां भाजपा को 21 सीटों पर जीत मिलीं । छत्तीसगढ़ में 23 विधानसभाओं में योगी ने 23 सभाएं कीं। यहां भाजपा को 5 सीटें मिलीं।
– तुलनात्मक विश्लेषण में योगी की जीत का आंकड़ा मोदी से बेहतर रहा है। मोदी का जीत प्रतिशत जहां 28.75% रहा वहीं योगी का जीत प्रतिशत 39.13% रहा है
हाल ही में अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने योगी को मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार से दूर रखा इसलिए वे कांग्रेस को इतनी बेहतर फाइट देने में सफल हुए, अन्यथा जिन राज्यों में योगी ने प्रचार किया वहां भाजपा को करारी हार का मुंह देखना पड़ा है। अभिषेक मनु सिंघवी के इसी बयान को आधार बनाकर शेखर गुप्ता ने भी अपने आलेख के माध्यम से योगी पर हमला किया है ताकि भाजपा ही योगी को चुनाव प्रचार से दूर कर दे । जबकि सच्चाई यह है कि योगी ने जहां-जहां प्रचार किया है वहां-वहां भाजपा को अच्छी सफलता मिली है। असल में योगी की सफलता दर ही कांग्रेस और उसके लुटियंस पत्रकारों को डरा रही है।
दरअसल जब से राहुल गांधी को गुजरात चुनाव में मंदिर जाने का फायदा मिलने लगा है तब से वह शॉफ्ट हिंदुत्व को अपना लिया है। जबकि हार्डलाइन हिंदुत्व वाली अपनी छवि से अलग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल के दौरान सर्वसमावेशी नेता के रूप में उभरे हैं। ऐसा उन्होंने अपने कार्य के बदौलत साबित भी किया है। जबकि राहुल गांधी वोट पाने की नीयत शॉफ्ट हिदुत्व की ओर बढ़ चुके हैं। हाल के चुनाव से यह साफ हो चुका है कि हार्डलाइन हिदुत्व से योगी अधिक वोट पाने में सफल हुए हैं। ऐसे में अगर राहुल गांधी को योगी के रास्ते हार्डलाइन हिंदुत्व के रास्ते चलना पड़ा तो उसे मुसलिम वोट खोने का खतरा बढ़ जाएगा। कांग्रेस और उसके इको सिस्टम पत्रकारों को यही डर सताने लगा है। यही कारण है कि कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम तथा कुछ तथाकथित राष्ट्रवादी पत्रकार, जो दिखते तो भाजपा की तरफ हैं, लेकिन दरअसल काम कांग्रेस के लिए करते है, योगी को भाजपा के प्रचार से दूर करना चाहते हैं। यही कारण है कि इनलोगों ने झूंड में योगी पर हमला करना शुरू कर दिया है। इन लोगों की इच्छा है कि भाजपा ही योगी को अपने चुनाव प्रचार से या तो पूरी तरह दूर कर दे या फिर सीमित कर दे।
Yogi had a 69% strike rate: 74 rallies in #AssemblyElections2018 with 51 wins for BJP. Strike rate would be higher if you exclude Telangana. In Rajasthan he addressed rallies in 26 constituencies; BJP won in 25 of them. The 'Yogi Factor' story got buried in pointless blather. https://t.co/77FSMVoqOW
— Kanchan Gupta 🇮🇳 (@KanchanGupta) December 15, 2018
जबकि योगी के चुनाव प्रचार की सफलता दर अलग ही कहानी कहती है। इन तीन राज्यों में हुए चुनावों में योगी की सफलता दर 69 प्रतिशत है। यानि योगी ने जिन-जिन इलाकों में प्रचार किए वहां-वहां भाजपा की जीत दर 69 प्रतिशत रही है। अगर तेलंगाना की एक सीट जोड़ दी जाए, जिस पर राजा सिंह को जीत मिली है , तो योगी की सफलता 72 से 73 प्रतिशत हो जाती है। योगी की यह जो अनबिटेबल सफलता है, उसी से कांग्रेस और उसके इको सिस्टम में बैठे पत्रकार तथा कुछ तथाकथित राष्ट्रवादी पत्रकार, जो दिखते तो भाजपा के समर्थक हैं, लेकिन काम कांग्रेस के लिए करते रहे हैं, सब डरे हुए हैं।
योगी की सफलता दर को देखते हुए यह प्रश्न उठने लगा है कि क्या भाजपा के आधार वोट बैंक को मजबूत करने के लिए योगी का अभियान जरूरी है? अब यही प्रश्न तो कांग्रेस को भी खाने लगा है। तभी तो कांग्रेस ने एक प्रपंच के तहत योगी के खिलाफ अपने इकोसिस्टम में बैठाए पत्रकारों के माध्यम से हमला करना शुरू कर दिया है।
जिस प्रकार अचानक कांग्रेस और उसके पत्रकारों ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बगैर ठोस तथ्य के हमला करना शुरू किया है, इससे साफ हो गया है कि कांग्रेस अब राहुल गांधी को मोदी से ज्यादा योगी से बचाना चाहती है। क्योंकि हाल के चुनावो में मिले वोटों या सफलता दर से यह तय है कि योगी अभी भी अनबिटेबल हैं। ऐसे में ज्यादा वोट के लालच में अगर राहुल गांधी हार्डलाइन हिंदुत्व पर चलने का प्रयास भी किया तो वह कहीं का नहीं रह पाएगा। इसलिए कांग्रेस और उसके पत्रकारों ने योगी को ही निपटाने का षड्यंत्र रचा है। इसमें उन तथाकथित राष्ट्रवादी पत्रकारों को शामिल किया गया है ताकि लगे कि योगी वाकई में भाजपा के लिए अब हितकर नहीं रह पाए। इसलिए इन लोगों ने हाल के चुनावों में भाजपा की हार का ठिकरा योगी पर फोड़ना चाहते हैं, ताकि भाजप चुनाव प्रचार से योगी को दूर कर दे, और कांग्रेस का रास्ता आसान हो जाए।
प्वाइंट वाइज समझिए
योगी पर हमलावर कांग्रेस और उसके पत्रकार
* कांग्रेसी इकोसिस्टम के साथ तथाकथित राष्ट्रवादी पत्रकार भी योगी पर टूट पड़े हैं
* भाजपा के प्रचार से योगी को दूर करने की योजना के तहत करने लगे हैं हमला
* अभिषेक मनु सिंघवी ने भाजपा की हार का ठिकरा योगी पर फोड़ दिया है
* कहा, शिवराज सिंह चौहान ने योगी को नहीं बुलाया इसलिए कांग्रेस को दे पाए फाइट
* अन्य राज्यों में भाजपा की हार का कारण षड्यंत्र के तहत योगी को बताया
* असल में कांग्रेस चाहती है कि योगी के मुकाबले राहुल को उताड़ने से होगा घाटा
* मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान सर्वसमावेशी नेता की छवि बनाया है
* राहुल गांधी वोट के लिए शॉफ्ट हिंदुत्व की राह पकड़ चुके हैं
* हार्डलाइन हिंदुत्व पर चलने से कांग्रेस को है मुसलिम वोट खोने का खतरा
* इसलिए कांग्रेस और उसके पत्रकार योगी पर हमला करने में जुट गए हैं
* हाल ही में हुए चुनावों में योगी की सफलता दर 69 प्रतिशत रही है
* तेलंगाना को मिला देने पर योगी की सफलता दर बढ़कर 73 प्रतिशत हो जाती है
* तथाकथित कुछ राष्ट्रवादी पत्रकारों ने भी योगी पर हमला करना शुरू कर दिया है
URL : congress and his journalists starting attack on UP chief minister yogi!
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