जस्टिस चेलामेश्वर कांग्रेसी लॉबिस्टों के बेहद करीब थे, यह जाते-जाते वह यह साबित कर गये हैं! कांग्रेस के लिए सबसे बड़े ‘लुटियन लॉबिस्ट’ के रूप में पत्रकार शेखर गुप्ता का नाम सामने आ चुका है! वह मनमोहन सरकार को बचाने के लिए देश पर सेना के हमले की काल्पनिक पटकथा तक लिख चुके हैं। शेखर गुप्ता उस लुटियन कोटरी का हिस्सा हैं, जिसके दरवाजे हमेशा 10 जनपथ पर खुलता है। कल एक अंग्रेजी चैनल ने एक तस्वीर भी दिखाई थी, जिसमें कश्मीर में महबूबा की सरकार गिरने के बाद उमर अब्दुल्ला के साथ नाराज भाजपाई नेताओं की मुलाकात के समय शेखर गुप्ता मौजूद थे!
भारत के मुख्य न्यायाधीश और मोदी सरकार पर हमला करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के चार सीटिंग न्यायधीशों को पहली बार प्रेस के समक्ष लाने वालों में शेखर गुप्ता की बड़ी भूमिका मानी जाती है। शायद कश्मीर मामले में एक लॉबिस्ट की भूमिका में जल्द ही उन्हें देश देखे!
ऐसा ही एक ‘लुटियन लॉबिस्ट’ पत्रकार राजदीप सरदेसाई है। ‘नोट फॉर वोट’ का सीडी दबा कर सोनिया गांधी के प्रति अपनी वफादारी वह दिखा चुके हैं। गुजरात दंगे में तीस्ता सीतलवाड़ के साथ मिलीभगत कर की गई उनकी रिपोर्टिंग ने किस तरह से कांग्रेस को फायदा पहुंचाया, यह किसी से छिपा नहीं है। न्यायधीश चेलामेश्वर की सेवानिवृत्ति के तत्काल बाद उनके पास जिस तरह से राजदीप सरदेसाई पहुंचे हैं, उससे माना जा रहा है कि या तो वह ‘मैडम’ का कोई संदेश लेकर उनके पास गये हैं या फिर शेखर गुप्ता से पहले उनके पास पहुंच कर ‘मैडम’ को संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं!
शेखर गुप्ता जस्टिस चेलामेश्वर के साथ पत्रकार वार्ता करने वाले चार जजों के पीछे खड़े दिखे थे और आज जब चेलामेश्वर सेवानिवृत्त हुए हैं तो राजदीप सरदेसाई के साथ वह दिखे! यानी कांग्रेस की पत्रकार लॉबी पल-पल उनके साथ थी, जब वह जस्टिस थे तब भी और जब नहीं हैं तब भी! अब जब राममंदिर की सुनवाई का मसला सुप्रीम कोर्ट में बेहद नाजुक मोड़ पर है, तब फिर से इन्हीं दो कांग्रेसी पत्रकारों-शेखर गुप्ता और राजदीप सरदेसाई का चेहरा सामने आया है। अब शायद चेलामेश्वर भी या तो कांग्रेस में शामिल हो जाएं या फिर कांग्रेस के लिए बाहर रहकर बैटिंग करें और लॉबिस्टों को प्रोपोगंडा फैलाने के लिए खुराक उपलब्ध कराएं ताकि राम मंदिर को रोकने में कांग्रेस को सफलता मिल सके!
सोनिया महमोहन की सरकार में राजदीप सरदेसाई और शेखर गुप्ता दोनों को लुटियन लॉबिस्ट की भूमिका के लिए पद्म पुरस्कार मिल चुका है! ताज्जुब देखिए कि सोनिया गांधी ने चार जिन पत्रकारों को साक्षात्कार दिया है, उनमें ये दोनों शामिल हैं। दो अन्य में राजीव शुक्ला और टुडे ग्रुप के अरुणपुरी शामिल हैं।
जज लोया मामले में सुप्रीम कोर्ट, मुख्य न्यायाधीश, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मोदी सरकार पर हमला करने वाले मुंबई हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस अभय थिप्से को भी कांग्रेस में पत्रकार कुमार केतकर ने शामिल कराया है। उस न्यायधीश अभय थिप्से के साथ राहुल गांधी की मुलाकात वाली फोटो में केतकर की मौजूदगी इसका बड़ा प्रमाण है। कुमार केतकर को कांग्रेस ने लॉबिंग के ईनाम स्वरूप ही 12 march 2018 को राज्यसभा में भेजा है। मराठी अखबार लोकसत्ता में संपादक की भूमिका निभा चुके कुमार केतकर पीएम नरेंद्र मोदी को फासिस्ट कहने वालों में प्रमुख हैं। वो गर्व से कहते हैं कि ‘मुझे सोनिया व राहुल गांधी ने राज्यसभा भेजा है।’ एक जज को कांग्रेस में शामिल करा कर उन्होंने बखूबी एक लॉबिस्ट की भूमिका को अदा किया है।
यह पूरी तरह से तय है कि लुटियन कोटरी के पत्रकार कांग्रेस के सबसे बड़े लॉबिस्ट हैं! हथियार डीलिंग से लेकर 2 जी स्पेक्ट्रम तक में जनता ने कांग्रेस-मीडिया नेक्सन को नजदीक से देखा है! एक लॉबिस्ट पत्रकार राजीव शुक्ला किस तरह से चैनल के मालिक और फिर कांग्रेस के सांसद से लेकर बीबीसीआई तक में पहुंच गये, यह भी जनता ने नजदीक से देखा है। और 2011 से 2014 के बीच चले भ्रष्टाचार आंदोलन के समय ही सोनिया-मनमोहन के कोयला खदान घोटाले में फंसे बिड़ला ग्रुप का पैसा किस तरह से अरुणपुरी के टुडे ग्रुप में आया, यह भी जनता से छुपा नहीं है। सोनिया गांधी को हाल ही में मंच देकर और उन्हें लोकतंत्र की रक्षक बताकर, हार्दिक पटेल की सभा में जाकर और कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस के नेताओं से गुप्त बैठक कर आजतक वाले अरुणपुरी कांग्रेस से अपनी नजदीकी का जोरशोर से इजहार करते रहते हैं! लेकिन न्यायपालिका बिरादरी में सेंध लगाकर शेखर गुप्ता, राजदीप और कुमार केतकर उनसे आगे निकल गये हैं।
‘द वायर’ के जरिए फेक न्यूज फैलान वाले सिद्धार्थ वरदराजन व चिदंबरम प्रिय वेणु, 2जी मामले में सबसे बड़ी लुटियन लॉबिस्ट के रूप में सामने आ चुकी बरखा दत्ता और संयुक्त राष्ट्र संघ के जरिए मोदी सरकार पर हमला करवा चुकी राणा अयूब, ट्वीटरबाजी से लेकर विदेशी अखबारों में मोदी सरकार और हिंदू समाज पर हमला कर 10 जनपथ की कोटरी में फिर से जगह बनाने के लिए प्रयासरत हैं! लेकिन फिलहाल तो शेखर-राजदीप-केतकर ‘माईनो माफिया’ ग्रुप के सबसे पावरफुल ‘लुटियन लॉबिस्ट’ बन चुके हैं! राम मंदिर कांग्रेस के लिए एक बड़ा मसला है, जिसकी सुनवाई 2019 तक टालने के लिए कांग्रेस ने अपने वकील कपिल सिब्बल के जरिए पूरा जोर लगा रखा है। अब न्यायपालिका को प्रभावित करने, प्रोपोगंडा खड़ा करने और सुप्रीम कोर्ट-मोदी सरकार मिली हुई है, जैसा परसेप्शन बनाने के लिए ये तीन बड़े ‘लुटियन लॉबिस्ट’ की भूमिका में आ चुके हैं!
URL: congress media nexus- rajdeep sardesai Shekhar Gupta and kumar ketkar
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