जिस प्रकार कांग्रेस पार्टी राफेल डील पर राहुल गांधी के लगातार झूठ बोलने से चारों ओर से घिर गई है उससे बचने के लिए हमला करने का नया पैंतरा आजमा रही है। राफेल डील पर फंस जाने से तिलमिलाई कांग्रेस अब नौकरशाहों पर हमला कर उसे डराने-धमकाने पर उतर आई है। कांग्रेस पार्टी राफेल डील पर सीएजी की रिपोर्ट आने से पहले ही उसे खारिज करने पर उतर गई है। इसके तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल नौकरशाहों को धमकाने पर उतर आए हैं। कपिल सिब्बल ने भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) राजीव महर्षि पर हमला करना शुरू कर दिया है। कपिल सिब्बल ने उन्हें कांग्रेस की सरकार आने पर देख लेने की धमकी दी है। कांग्रेस की यह धमकी उसकी कमजोरी को ही दर्शाती है।
Accusing #CAG Rajiv Mehrishi of conflict of interest, Kapil Sibal noted that he was the Union Finance Secretary when PM Modi announced the #Rafaledeal in April 2015. The CAG report might be tabled in Parliament tomorrow, said Sibal https://t.co/FDeoY8XUye
— National Herald (@NH_India) February 10, 2019
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल पार्लियामेंट में सीएजी की रिपोर्ट पेश होने से पहले ही सीएजी राजीव महर्षि को धमकाते हुए उन पर हित के टकराव का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल डील की अप्रैल 2015 में घोषणा की थी तब वे केंद्रीय वित्त सचिव थे । आज जब सीएजी की रिपोर्ट संसद में पेश होने जा रही है इसी बीच सिब्बल ने सीएजी को धमकाते हुए कहा है राजीव महर्षि को राफेल सौदे पर सीएजी की रिपोर्ट पेश करने से बचना चाहिए। सिब्बल ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर यह संसद में पेश की गई तो यह एक और बड़ा घोटाला होगा।
पहले किसी छापें में कोई भी चीज निकल कर सामने नहीं आई, अगर आई होती तो वो अदालतों के सामने रखी जाती। सीबाआई और ईडी सरकार के हथियार बन चुके हैं, उनको कानून के दायरे में रहकर काम करना चाहिए। चुनाव का वक्त है, सरकार बदलने वाली है। pic.twitter.com/ssGpk4k8xA
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) January 25, 2019
ऐसा नहीं है कि कपिल सिब्बल कांग्रेस के पहले नेता हैं जिन्होंने नौकरशाहों को धमकाया है। इससे पहले राज्य सभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंन शर्मा भी नौकरशाहों के साथ देश की शीर्षस्थ जांच एजेंसियों सीबीआई और ईडी के अधिकारियों को धमका चुके हैं। उन्होंने तो यहां तक कहा था कि सरकार बदलने वाली है औह जैसे ही सरकार बदली इन अधिकारियों की खैर नहीं।
Kapil Sibal,Congress:Officials should know that elections come&go,sometimes we're in opposition&sometimes we are the ruling party.We'll keep an eye on officials who are over enthusiastic&trying to show loyalty to PM.They should remember that Constitution is bigger than anything. pic.twitter.com/VDqn9cGlwl
— ANI (@ANI) February 10, 2019
आनंद शर्मा की तरह ही कपिल सिब्बल ने कहा है कि अधिकारियों को पता होना चाहिए कि चुनाव आते हैं, जाते हैं, हम कभी विपक्ष में होते हैं तो कभी सत्ताधारी पार्टी होते हैं। हम ऐसे अधिकारियों पर नज़र रखेंगे जो उत्साह में आकर पीएम के प्रति वफादारी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
रफेल पर CAGरिपोर्ट संसद में पेश होने के एक दिन पहले Cong के लिए ऑडिट अधिकारी का रोल सन्देहास्पद हो गया और सरकार को क्लीन चिट का अंदेशा भी है।स्कूल के दिन याद आ गए जब बच्चे रिजल्ट के एक दिन पहले बोलते थे-मम्मी, लगता है मैंने शर्मा सर की शिकायत की थी न इसलिए वो मुझे फेल कर देंगे।
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) February 11, 2019
सीएजी पर कपिल सिब्बल के इस हमले को लेकर वरिष्ठ पत्रकार सुशांत सिन्हा ने अपने ट्वीट में जबरदस्त टिप्पणी की है। यह टिप्पणी ठीक उसी प्रकार की है जिस तरह एक दिन पहले ही केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी को लेकर की थी। उन्होंने कहा था राहुल गांधी एक असफल विद्यार्थी की भांति अपनी कक्षा के अव्वल आने वाले विद्यार्थी (नरेंद्र मोदी) से इर्ष्या करते हैं। सिब्बल भी कांग्रेस को फेल होने की आशंका से पहले ही अवगत करा दिया है।
इस प्रकार की धमकी कांग्रेस का कल्चर रहा है। कांग्रेस की रस्सी जल गई लेकिन अभी तक उसका बल नहीं गया है। वह आज भी देश में खुद को शासक मान रही है। कांग्रेस की शासकीय और तानाशाही प्रवृत्ति खत्म नहीं हुई है। वह हमेशा ही सरकारी अधिकारियों को अपना गुलाम समझती है। जबकि उसे समझना चाहिए कि वे सरकार अस्थायी होती है लेकिन देश के नौकरशाह स्थायी सेवक होते हैं। किसी सरकारी अधिकारियों को किसी प्रकार धमकी देना गैर कानूनी और असंवैधानक है।
जो कपिल सिब्बल आज सीएजी राजीव महर्षि पर आरोप लगा रहे हैं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दवाब में हैं, उसी कपिल सिब्बल को यह तो जवाब देना चाहिए कि नेशनल हेराल्ड केस मामले में सीएजी की रिपोर्ट कौन तैयार करवाया था। उस समय तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो नहीं थे? मालूम हो कि नेशनल हेराल्ड केस मामले में ही सोनिया और राहुल गांधी बेल पर बाहर हैं। इन लोगों पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का मामला चल रहा है। इनके खिलाफ सीएजी की रिपोर्टो के आधार पर ही मामला चल रहा है।
This comes from a party that appointed a former Defence Secretary, Shashi Kant Sharma, as the #CAG in 2013.
Series of PILs in the #SupremeCourt had pointed out Sharma had cleared defence deals, including Chopper scam, that he had to now examine as #CAG. SC upheld appointment. https://t.co/uSKa86ADeN
— Utkarsh Anand (@utkarsh_aanand) February 10, 2019
सीएजी राजीव महर्षि के खिलाफ आरोप लगाने वाले कांग्रेस के कपिल सिब्बल क्या यह नहीं जानते कि कांग्रेस अपने कार्यकाल में क्या सब कर चुकी है। इस संदर्भ में वरिष्ठ पत्रकार उत्कर्ष आनंद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार ने साल 2013 में रक्षा सौदे को मंजूरी दिलाने के लिए पूर्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा को सीएजी बनाया था। शर्मा की नियुक्ति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई जनहित याचिकाएं भी दी गई थी। उन याचिकाओं में कहा गया था कि जो व्यक्ति रक्षा सचिव के रूप में वीवीआईपी हेलिकॉप्टर सौदा समेत कई रक्षा सौदों को मंजूरी दी हो वही व्यक्ति सीएजी के रूप में उसकी जांच कैसे कर सकता है? गौर हो कि उनकी नियुक्ति के खिलाफ दी गई कई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उनकी नियुक्ति के समर्थन में फैसला दिया था।
गांधी परिवार के रहमोकरम पर जीने वाले कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा जैसे बिना जनाधार के नेता उन्हें बचाने के लिए देश के संविधान की अवहेलना करने से भी बाज नहीं आते। नहीं तो उन्हें मालूम होना चाहिए कि किसी सरकारी अधिकारी को धमकी देना या चेतावनी देना गैर कानूनी होने के साथ ही संविधान की अवहेलना करना होता है।
A desperate Kapil Sibal openly threatening bureaucrats. Same @KapilSibal who daily sheds crocodile tears about India becoming intolerant after Modi came to power!! https://t.co/ZiP3h1xXz3
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) February 10, 2019
अधिकारियों को इस प्रकार खुलेआम धमकी और चेतावनी देना यह दिखाता है कि कांग्रेस के साथ उसके नेता कितने हताश हो चुके हैं। इस बारे में भाजपा महिला मोर्चा के सोशल मीडिया इंचार्ज प्रीति गांधी ने कहा है कि ये वही कपिल सिब्बल है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद देश में असहिष्णुता बढ़ने के आंसू रो रहे थे, लेकिन आज उनकी सहिष्णुता घास चरने चली गई है। गांधी परिवार को बचाने की धुन में ये लोग देश के कानून और संविधान को भी ताक पर रख दिया है।
अंग्रेजी में कहावत है ऑफेंस इज द बेस्ट पालिसी ऑफ द डिफेंस (Offence is the best policy of the defence) इसका मतलब होता है कि हमला करना ही बचाव की सबसे अच्छी नीति होती है। कांग्रेस जिस प्रकार कैग की रिपोर्ट आने से पहले ही हमलावर हो गई है इससे स्पष्ट हो गया है कि अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा राफेल पर बोले गए झूठ को लेकर बचाव की मुद्रा में आ गई है। इसके अलावा ये लोग नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी को बचाने के लिए कैग से लेकर सीबीआई और ईडी के अधिकारियों को धमकाने पर उतर आए हैं।
URL : congress starting offence on cag report before tabled in parliament!
Keyword: cag report, kapil sibbal, congres, rajeev mehrshi