कांग्रेस के आईटी सेल राष्ट्रवादी आम नागरिकों को हिंदू आतंकवादी बता कर देश के हिंदुओं को बदनाम करने पर उतर आया है। हालांकि यह जानकारी सूत्रों से मिली है, कांग्रेस आईटी सेल से जारी पोस्टर की पुष्टि भी नहीं की गई है, न ही उस पोस्टर पर कांग्रेस आईटी सेल का नाम है। लेकिन कांग्रेस का इतिहास ऐसा जरूर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आम नागरिकों की एक सूची जारी कर उन्हें हिंदू आतंकवादी बताकर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। ऐसा नहीं है कि यह खेल कांग्रेस पार्टी पहली बार खेल रही है।
कांग्रेस पार्टी शुरू से ही हिंदुओं को बदनाम करने के प्रयास में जुटी है। कांग्रेस जब सत्ता में थी तब भी साजिश के तहत हिंदुओं को बदनाम करने के लिए हिंदू आतंकवाद की शब्दावली गढ़ी थी। हिंदू आतंकवाद को स्थापित करने के लिए कांग्रेस की यूपीए सरकार ने कई निर्दोंष लोगों को बम विस्फोट जैसे कांड में फंसाने का पाप कर चुकी है। कांग्रेस के इस खेल में तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियां भी शामिल होने लगी है। तभी तो तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने संसदीय विशेषाधिकार की आड़ लेकर संसद में एक सामान्य नागरिक की प्रतिष्ठा धूमिल करते हैं।
कांग्रेस आईटी सेल ने दस ऐसे लोगों की सूची जारी कर उन्हें हिंदू आतंकवादी बताया है। जिन लोगों का नाम इस सूची में हैं उनके परिचय से तो कतई नहीं लगता कि उनका आतंकवाद से दूर-दूर तक कोई रिश्ता होगा। लेकिन कांग्रेस पार्टी है वह कुछ भी कर सकती है। पहले भी अपने वोट बैंक के लिए सेना के अधिकारी कर्नल पुरोहित जैसे देशभक्त के माथे पर हिंदू आतंकवाद का दाग लगा चुकी है।
कांग्रेस की नजर में भारत के खिलाफ बोलने वाला उमर खालिद, जिसने देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देश तोड़ने के नारे लगाए थे, देशभक्त है लेकिन अपने देश के लिए और देश के दुश्मनों के खिलाफ लिखने वाले वकील, पत्रकार, सेना, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता हिंदू आतंकवादी हैं।
1- महेश विक्रम हेगड़े
महेश हेगड़े एक पत्रकार हैं। उन्होंने पोस्टकार्ड डॉट कॉम नाम की वेबसाइट चला रखी है। इस वेबसाइट के संस्थापक होने के साथ ही संपादक भी हैं। उनके ट्विटर हैंडल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फॉलोअर हैं। तभी तो उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फॉलो करने से मैं धन्य हुआ” लिखा है। जिसे देश के प्रधानमंत्री फॉलो करते हों क्या वह हिंदू आतंकवादी हो सकते हैं ? जहा सोच कर देखिये लेकिन कांग्रेस के आईआईटी सेल ने हेगड़े का नाम सबसे पहले छापा है।
2- तेजिंदर पाल सिंह बग्गा
बग्गा ने ट्वीटर हैंडल पर जो अपना परिचय दे रखा है उसके मुताबिक वे एक स्वयंसेवक हैं। इसके साथ भारतीय जनता पार्टी दिल्ली इकाई के प्रवक्ता भी हैं। ऐसा कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है कि एक राष्ट्रीय और केंद्र में सत्ताधारी पार्टी के दिल्ली प्रदेश इकाई के प्रवक्ता को हिंदू आतंकवादी कह सकती है। वह भी लिखित रूप में।
3- शेफाली वैद्य
शेफाली वैद्य एक स्तंभकार हैं। वह स्वराज्य, तरुण भारत जैसे अखबारों में कॉलम लिखतीं रही हैं । उन्हें यात्रा करना पसंद है, उन्हें फोटोग्राफी करना पसंद है। वह व्यंग्यकार के साथ-साथ लेखिका भी हैं । इसके अलावा वह मंदिरों से प्यार करती हैं। उन्हें हिंदू , महिला और भारतीय होने पर गर्व है। क्या इसलिए वह हिंदू आतंकवादी हैं?
4- सोनम महाजन
सोनम महाजन डोगरा हिंदूं हैं। राजनीतिक रूप से जागरूक हैं इसलिए कश्मीर से हिंदुओं के पलायन से वाकिफ हैं। वह एक टीवी पैनलिस्ट हैं। वह कॉमेडी, राजनीति, मानवाधिकार तथा मजहवी अतिवाद पर लगातार ट्वीट करती रहती हैं। इसके अलावा वह एक ब्लॉगर भी है। उनके नाम से एक ब्लॉगस्पॉट भी है।
5- अंशुल सक्सेना
अंशुल सक्सेना समसामयिक विषयों पर तथ्यात्मक और वैचारिक ट्वीट करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने खुद को खबरों के प्रति आशक्त बताया है। राजनीति से लेकर विदेश मामले, राष्ट्रीय सुरक्षा तक के बारे में अच्छी जानकारी रखते हैं। चीजों को विश्लेषण करने की क्षमता है।
6- डॉ. गौरव प्रधान
गौरव प्रधान वैश्विक स्तर पर 100 सीआईओ में से एक हैं, इसके साथ ही वह एसएमएसी के रणनीतिकार रहे हैं। उन्होंने अपने बारे में ट्विटर हैंडल पर जो जानकारी शेयर की है उसके मुताबिक वे किसी भी प्रकार के पक्षपात पर बेबाक रूप से टिप्पणी करते रहते हैं। वे आंकड़ा विज्ञान, डिजिटल बदलाव के बारे में अच्छी जानकारी रखते हैं, वे अमेरिका में रहते हैं। क्या अमेरिका में इस प्रकार का कोई हिंदू आतंकवादी रह सकता है क्या?
7- मेजर सुरेंद्र पूनिया
मेजर सुरेंद्र पूनिया एक एसे भारतीय जिन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। भारतीय फौज की सेवा करते हुए वह एक उम्दा खिलाड़ी भी हैं। वे एक अच्छे वक्ता हैं जो आम लोगों के बीच बेहतर भाषण देते हैं। वे संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के भी हिस्सा रहे हैं। लिम्का बुक रेकॉर्डधारी हैं। उनके वारे में जो सबसे खास बात है वह यह कि वे एक विशेष बल के अनुभवी हैं।
8- प्रशांत पटेल उमराव
प्रशांत पटेल एक अधिवक्ता होने के साथ ही राजनीतिक रूप से जागरूक आम नागरिक हैं। हाल ही में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने उनपर अवांक्षित आरोप लगाया था। वह सार्वजनिक भी हैं। वह लेखक होने के साथ ही अतंरराष्ट्रीय जर्नल रिपोर्टइंडिया के बोर्ड मेंबर हैं। इसके अलावा वह आईआईपी स्कूल ऑफ जर्नलिज्म के फैकल्टी होने के साथ सलाहकार भी हैं।
प्रशांत पटेल उमराव के वैचारिक और तथ्यात्मक ट्वीट से नरेंद्र मोदी विरोधियों और देश विरोधियों को काफी परेशानी होती है। तभी तो तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने संसदीय विशेषाधिकार की आड़ में लेकरि उनकी प्रतिष्ठा धूमिल की है। प्रशांत पटेल डेरेक के खिलाफ सीधे राज्यसभा के सभापति वेंकाया नायडू से शिकायत नहीं कर सकते, क्योंकि उन्हें विशेषाधिकार मिला हुआ है। लेकिन प्रशांत ने अपनी पीड़ा प्रधानमंत्री तक जरूर पहुंचाई है। सांसद द्वारा की गई प्रतिष्ठा हनन से हुई वेदना के बारे में प्रधानमंत्री को बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि संसद आम नागरिकों से जुड़े समस्यापरक विषयों को उठाने का मंच बनी रहे न कि उसका उपयोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता छीनने के लिए किया जाए। संयोग से डेरेक ओ ब्रायन ने अपने संसदीय विशेषाधिकार और संसद का उपयोग अभिव्यक्ति को कुचलने के रूप में किया है।
9- नुपुर
नुपुर ओपीइंडिया नाम की अंग्रेजी वेबसाइट की संपादक हैं। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल के लिए जो हैजटैग सेट किया है, वही उनकी नम्रता को दर्शाता है। उन्होंने लिखा है कि अगर मैं आपको अनजाने में भी अपमानित करती हूं तो मैं आपसे पहले ही क्षमा चाहती हूं। जितनी भी संभावनाएं दिखी उनमें से यही सबसे उपयुक्त मंतव्य है। अगर किसी की कथनी और करनी के आधार पर आंका जा सकता है तो इससे बेहतर कथनी और क्या हो सकती है जहां तक करनी की बात है तो वह एक संपादक का दायित्व निभा रही हैं. ऐसे में क्या वह एक हिंदू आतंकवादी हो सकती हैं।
10- मधु पूर्णिमा किश्वर
मधु पूर्णिमा किश्वर तथ्यवादी हैं। उनका किसी भी वाद में विश्वास नहीं हैं। वह वाद में नहीं तथ्य में विश्वास करती हैं। इससे जाहिर है कि वह अगर ट्वीट भी करती हैं तो तथ्यपरक ही होता है। लोगों को उनके तथ्य से भी परेशानी होती है। मधु पूर्णिमा किश्वर एक भारतीय शैक्षणिक और लेखक हैं। वह सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (सीएसडीएस), दिल्ली में आधारित और सीएसडीएस पर आधारित इंडिक स्टडीज प्रोजेक्ट के निदेशक हैं। इसका उद्देश्य भारतीय सैद्धांतिकता में “धर्म और संस्कृतियों के अध्ययन को बढ़ावा देना है। उन्होंने ने अब तक 12 डॉक्यूमेंट्री बनाई हैं और बॉलीवुड पर एक किताब भी लिख रही हैं। वो जेएनयू की छात्रा रह चुकी हैं। लेकिन कांग्रेस की नजर में हिंदू आतंकवादी हैं।
Congress’s IIT cell is trying to tell nationalists a Hindu terrorist!
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