अर्चना कुमारी नवी मुंबई पुलिस ने अभिनेता सलमान खान पर हमले की साजिश रचने के आरोप में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने से पहले उसके (गिरोह के) व्हाट्सऐप समेत विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप में घुसपैठ की थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। सलमान के बांद्रा स्थित आवास के बाहर हाल में हुई गोलीबारी के सिलसिले में पुलिस द्वारा की गयी इन गिरफ्तारियों से पहले कई महीने तक यह कार्रवाई की गयी।
पुलिस उपायुक्त (द्वितीय जोन-पनवेल) विवेक पनसारे ने मीडिया को बताया कि पनवेल थाने के वरिष्ठ निरीक्षक नितिन ठाकरे को पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में अभिनेता को चोट पहुंचाने की साजिश के बारे में पता चला था।
उन्होंने बताया कि उसके बाद नवी मुंबई के कुछ पुलिस अधिकारियों एवं मुखबिरों ने बिश्नोई गिरोह के व्हाट्सऐप एवं अन्य सोशल मीडिया ग्रुप में घुसपैठ की तथा वे इन मंचों पर होने वाली उनकी बातचीत पर नजर रखने लगे।
पुलिस ने बताया कि उसे पता चला कि गिरफ्तार किये गये गिरोह के सदस्यों ने पनवेल में सलमान के फार्महाउस, मुंबई के बांद्रा में उनके घर के आसपास के क्षेत्र तथा जहां-जहां वह शूटिंग के लिए गये, उन स्थानों की टोह ली।
पनसारे के अनुसार, विदेश से हथियार भी मंगाने की कोशिश की गयी। पुलिस के मुताबिक, सूचनाएं जुटाने के बाद अप्रैल में पुलिसकर्मियों ने लॉरेंस बिश्नोई और उसके छोटे भाई अनमोल बिश्नोई समेत 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी धनंजय तापें सिंह उर्फ अजय कश्यप (28) को पनवेल से 28 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया तथा उसी दिन गौरव भाटिया उर्फ संदीप बिश्नोई को गुजरात से हिरासत में लिया गया।
उन्होंने बताया कि तीसरे व्यक्ति वास्पी खान उर्फ वसीम चिकना को छत्रपति संभाजीनगर से उठाया गया, जबकि रिजवान खान उर्फ जावेद खान को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन लोगों पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 120-बी (आपराधिक साजिश रचने) और 506 (आपराधिक धमकी) एवं अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
लॉरेंस बिश्नोई अभी गुजरात के अहमदाबाद की साबरमती केंद्रीय जेल में बंद है, जबकि ऐसा माना जाता है कि अनमोल बिश्नोई अमेरिका या कनाडा में है।
मुंबई के बांद्रा में सलमान के गैलेक्सी स्थित अपार्टमेंट के बाहर 14 अप्रैल को मोटरसाइकिल पर आए अपराधियों ने कई गोलियां चलायी थीं। हमलावरों, विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात से गिरफ्तार किया गया था।
हमलावरों को कथित तौर पर हथियार उपलब्ध कराने वाले सोनू बिश्नोई और अनुज थापन को बाद में पंजाब से पकड़ा गया था। थापन ने एक मई को यहां हवालात में कथित तौर पर फांसी लगा ली थी। मुंबई पुलिस ने बाद में मामले में और गिरफ्तारियां कीं।