हिंदू राष्ट्र के संविधान का मसौदा तैयार हो चुका है. वाराणसी में 30 संतों और विद्वानों ने इसे तैयार किया है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इसमें मुस्लिमों और ईसाइयों को मताधिकार नहीं दिया गया है. इसे माघ मेला 2023 के दौरान होने वाली धर्म संसद में प्रस्तुत किया जाएगा. बता दें कि फरवरी 2022 में आयोजित माघ मेले के दौरान भारत को अपने संविधान के साथ हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए धर्म संसद में प्रस्ताव पारित हुआ था.
शिक्षा, रक्षा आदि के बारे में है जिक्र
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदू राष्ट्र के संविधान के पहले मसौदे में शिक्षा, कानून-व्यवस्था, रक्षा, मतदान प्रणाली, रक्षा, राज्य के मुखिया के अधिकारों के बारे में बताया गया है. हिंदू राष्ट्र के संविधान के मुताबिक, देश की राजधानी वाराणसी होगी. यहां धर्म संसद बनाने का प्रस्ताव है.
सभी को लेना होगा सैन्य प्रशिक्षण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंदू राष्ट्र के संविधान में कहा गया है कि सभी लोगों को अनिवार्य रूप से सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा. खेती को टैक्स फ्री किया जाएगा. मुस्लिमों और ईसाइयों को मताधिकार नहीं होगा. हिंदू, सिखों, बौद्ध, जैन को मताधिकार मिलेगा. 16 साल की उम्र पूरी होने के बाद वोट देने का अधिकार दिया जाएगा.
ब्रिटिश कालीन नियम हो जाएंगे खत्म
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस संविधान के कवर पेज पर अखंड भारत का नक्शा लगाया गया है. कवर पेज में कुछ मंदिरों के ऊपर भगवा झंडा फहराते हुए दिखाया गया है. ब्रिटिश कालीन नियम खत्म कर दिए जाएंगे. सब कुछ वर्ण व्यवस्था के आधार पर चलाया जाएगा. हर जाति के लोगों को सुविधा और सुरक्षा मिलेगी.
गुरुकुल में दी जाएगी शिक्षा
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि न्याय प्रणाली त्रेतायुग और द्वापरयुग के जमाने की होगी. गुरुकुल में शिक्षा दी जाएगी. इसमें आयुर्वेद, गणित, नक्षत्र, भूगर्भ, ज्योतिष आदि की पढ़ाई कराई जाएगी.