आईएसडी नेटवर्क। मुंबई के कूपर अस्पताल की मर्च्युरी में काम करने वाले एक कर्मचारी ने दावा किया कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उनकी हत्या की गई थी। इस कर्मचारी का नाम रुपकुमार शाह है। रुपकुमार पिछले 28 वर्ष से कूपर अस्पताल की मर्च्युरी में शवों का निरीक्षण करने का काम करते हैं। इस खुलासे के बाद सीबीआई नए सिरे से केस को खोल सकती है। पिछले दिनों महाराष्ट्र विधानसभा में सरकार की ओर से भी कहा गया था कि केस की जांच बंद नहीं हुई है।
मुंबई के कूपर अस्पताल के मर्च्युरी सर्वेंट रुपकुमार शाह ने दावा किया है कि इसे लेकर उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी बता दिया था और नियमानुसार पोस्टमार्टम करने के बारे में भी पूछा था। इस पर वरिष्ठ अधिकारियों ने रुपकुमार को कहा कि शव के फोटो लेकर शव पुलिस को सौंप दो। 14 जून 2020 के दिन सुशांत सिंह राजपूत की लाश उनके बांद्रा स्थित निवास पर पाई गई थी।
रुपकुमार ने मीडिया से कहा कि उस दिन पांच लाशें पोस्टमार्टम के लिए लाई गई थी। रुपकुमार को बताया गया कि इनमे से एक ‘वीआईपी लाश’ थी। जब रुपकुमार शव का पोस्टमार्टम करने गए तो पता चला कि ये सुशांत का शव है। रुपकुमार ने बताया कि सुशांत के शरीर पर कई निशान थे। जब रुपकुमार ने पहली बार सुशांत का शव देखा तो तुरंत अपने अधिकारियों को बताया।
उन्होंने अपने सीनियर्स से ये भी कहा कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। रुपकुमार नियमानुसार शव परीक्षण करना चाहते थे लेकिन उन्हें इस बात की इजाजत नहीं दी गई। इस मामले में कूपर अस्पताल की प्रतिक्रिया भी आ गई है। सुशांत सिंह राजपूत के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ.सचिन सोनावणे ने रुपकुमार शाह के पोस्टमार्टम में शामिल होने से इंकार कर दिया है।
रुपकुमार बहुत अनुभवी हैं। वे अब तक कम से कम पचास हज़ार शवों का निरीक्षण कर चुके हैं। उनके अनुसार सुशांत के गले में निशान तो थे, लेकिन वैसे नहीं थे, जो रस्सी के कारण खिंचाव आने से बन जाते हैं।