मिस्टर खिलाड़ी ने बहुत दिनों बाद अपना मौन तोड़ा है। उनके मौन व्रत टूटने का कितना लाभ फिल्म लक्ष्मी बम को होगा, ये तो भविष्य बता ही देगा। फिलहाल तो वे सुशांत प्रकरण में धराशायी हुई अपनी छवि को फिर से खड़ा करने की कोशिश में हैं। उनके मौन व्रत तोड़ने की टाइमिंग पर उनके ही प्रशंसक सवाल कर रहे हैं। उनके भावुकता से भरे वीडियो के आने के तुरंत बाद फिल्म निर्माता करण जौहर द्वारा की गई प्रशंसा के क्या मायने हो सकते हैं, ये भी राष्ट्र जानना चाहता है।
राष्ट्र अक्षय से ये भी जानना चाहता है कि क्या उनके लाखों प्रशंसक बस इसलिए हैं कि वे अक्षय की नई फिल्म पर करोड़ों रुपये न्योछावर कर दे। क्योंकि वे देशभक्ति की फ़िल्में बनाते हैं, क्योंकि वे कभी-कभी राष्ट्रीय मुद्दों पर बोल लेते हैं।
अक्षय ने ट्विटर पर पोस्ट किये अपने वीडियो में कहा कि वे भरे दिल से दर्शकों से बात कर रहे है क्योंकि पिछले हफ़्तों में बहुत सी बातें हुई हैं। अक्षय कुमार सही कहते हैं। पिछले दिनों मुंबई में बहुत पानी बह गया और ऐसे मौके पर प्रशंसक आपको याद करते रहे।
सुशांत और दिशा की निर्मम हत्या हो गई। उद्धव सरकार ने अपनी पुलिस की मदद से मुंबई में दमन चक्र चलाया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बॉलीवुड की परतें उधेड़कर रख दी लेकिन उनका दिल तब नहीं भर सका था। अब उनको पता है कि न बोलने के कारण उनको बहुत व्यवासायिक नुकसान हो चुका है।
उनका नया गेम प्लेटफॉर्म विवादों की छाया से बाहर ही नहीं आ सका है। उनकी फिल्म लक्ष्मी बम रिलीज पर है। उन्होंने महेश भट्ट की सड़क-2, अमिताभ बच्चन के कौन बनेगा करोड़पति का हश्र देख लिया है। निश्चित ही इसके बाद उनका मन भर आया और उन्होंने एक भावुकता भरा वीडियो पोस्ट कर डाला।
वे कहते हैं बॉलीवुड को आपने प्यार से बनाया है। ये बात तो स्वयं दर्शक भी जानते हैं कि वे अक्षय कुमार जैसों को प्यार न दे तो वे करोड़ों रुपया कनाडा में बनने वाले शॉपिंग मॉल में निवेश कैसे कर सकेंगे। चलो अक्षय ने कम से कम इतना तो स्वीकारा कि दर्शकों का गुस्सा वे सिर-माथे पर रख रहे हैं।
वे कहते हैं सुशांत सिंह राजपूत की सडन डेथ के बाद ऐसे इश्यू सामने आए हैं, जिन्होंने हमें भी इतना ही दर्द दिया है, जितना आप सबको। इस बयान से क्या सुशांत के प्रशंसकों का गुस्सा शांत हो सकता है। आप उसकी हत्या को आकस्मिक मृत्यु कह रहे हैं। आपको दर्द हुआ लेकिन हमें दिखा क्यों नहीं।
अक्षय कुमार ने मीडिया को सलाह दी है कि बॉलीवुड पर निगेटिव होने से बचे। मीडिया वैसे ही अपना काम कर रहा है, जैसे अक्षय अपनी फिल्म बनाते हैं। मीडिया के भद्दे राज खोलना अक्षय को निगेटिव लगता है तो इसमें मीडिया क्या कर सकता है। अभी तो बहुत से राज बॉलीवुड के महंगे कालीन के नीचे दबे हैं।
जब वे बाहर आएँगे तो अक्षय को जाने कितने वीडियो और करने पड़ेंगे। यही वीडियो वे सुशांत की मौत के अगले दिन ही डाल देते तो सच्चे नायक कहलाते लेकिन अब तो सोशल मीडिया पर उनकी और अधिक आलोचना हो रही है।
अब अक्षय के प्रशंसक समझते हैं कि ये वाला दर्द लक्ष्मी बम की रिलीज को लेकर उठा है। आप कहते हैं दिल पर हाथ रखकर कैसे बोल दूँ कि ड्रग्स की समस्या बॉलीवुड में नहीं है। अक्षय दिल पर हाथ रखकर नहीं बोलते तो भी पूरा देश जानता है कि बॉलीवुड ड्रग्स से खोखला हो चुका है।
अक्षय बॉलीवुड को डिफेंड कर रहे हैं या अपने प्रशंसकों की नाराजगी दूर कर रहे हैं, इस वीडियो से कुछ भी स्पष्ट नहीं होता। आप कहते हो पूरी इंडस्ट्री को इस निगाह से मत देखो, ये तो गलत है ना। आप डेढ़ माह से मुंह पर टेप लगाकर बैठे हो, क्या ये गलत नहीं है अक्षय जी। आप मीडिया को सेंसेटिव होने की सलाह दे रहे हैं।
क्या आप उद्धव सरकार और मुंबई पुलिस को सेंसेटिव रहने की सलाह देंगे। क्या आप ये बात उस समय नहीं कह सकते थे, जब कंगना रनौत का ऑफिस तोड़ा जा रहा था। आप कहते हैं यदि प्रशंसकों को नाराज़गी है तो हम और मेहनत करेंगे। दरअसल अक्षय कुमार जानना ही नहीं चाहते कि प्रशंसकों की नाराज़गी क्या है।
प्रशंसक इसलिए नाराज़ हैं कि आप सुशांत और दिशा की हत्या पर नहीं बोलते, आप मुंबई पुलिस के अन्यायपूर्ण रवैये के खिलाफ नहीं बोलते, आप पालघर में साधुओं की लिंचिंग पर नहीं बोलते, जब फिल्म इंडस्ट्री में एनसीबी छापे मारती है, तब भी आपका मौन व्रत नहीं टूटता। लोग आपके वीडियो की टाइमिंग पर सवाल कर रहे हैं।
आपको प्रशंसकों के दर्द से वास्ता होता तो, कंगना की तरह बोलते, मुकेश खन्ना, शेखर सुमन की तरह बोलते, रवि किशन की तरह बोलते। लेकिन अब आपका बोलना असर नहीं जगा पा रहा है। देश जानता है कि ये वीडियो आपने अपनी फिल्म बचाने के लिए बनाया है।
बिलकुल सही कहा सम्पूर्ण फिल्म इंडस्ट्री का बायकाट होना चाहिए
जबतक न्याय न हो जाय, इन पापियों(बॉलीवुडियो)का दम्भ चूर चूर न हो जाय,माफी तो न मिलेगी…
100% तय है।
इन हरामी बॉलीवुड ड्रग वुड नसेड़ी गजेडी को बॉयकॉट ही करना चाहिए ।हमारे पैसों से जलसा करते है और जब देश की बात आती है तो चुप
trolley/folley wood urdu film cabal a sewerage tank – busting open and STINKS !!