दिल्ली कोर्ट ने संदेसरा समूह के प्रमोटरों को आर्थिक अपराध मामले में भगोड़ा घोषित करने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से प्रतिक्रिया देने को कहा है। कोर्ट ने अहमद पटेल से इसलिए प्रतिक्रिया देने को कहा है। इससे एक बात तो साफ हो जाती है कि संदेसरा समूह के मालिकों ने जो भी आर्थिक अपराध किया है वह अहमद पटेल के संज्ञान में है। कोर्ट ने यह सुनवाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दायर याचिका पर की है। ईडी ने 8,100 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के मामले में संदेसरा-स्टर्लिंग समूह के प्रमोटरों नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा, दीप्ति संदेसरा तथा हितेश को भगोड़ा घोषित करने के लिए याचिका दायर की थी। इस मामले की सुनवाई करते हुए दिल्ली कोर्ट ने उन सभी को नोटिस जारी कर दिया है। मालूम हो कि ईडी पहले ही इन लोगों को भगोड़ा घोषित कर चुका है।
मुख्य बिंदु
* ईडी ने कोर्ट से अहमद पटेल संरक्षित संदेसरा स्टर्लिंग समूह के मालिकों को भगोड़ा घोषित करने की मांग की
* 8,100 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में ईडी पहले ही संदेसरा समूह के सभी प्रमोटरों को भगोड़ा घोषित कर चुका है
गौरतलब है कि फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर एक्ट के तहत बैंक धोखाधड़ी मामले में आरोपियों को अभियुक्त घोषित करने के साथ उनकी संपत्तियों को जब्त करने के लिए ईडी कोर्ट में याचिका दायर कर चुकी है। ईडी के विशेष सरकारी वकील नीतेश राणा ने कहा कि बैंक धोखाधड़ी के सारे पैसे मनी लॉंडरिंग में शामिल हैं। इसलिए यह मामला बिल्कुल ही अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि अभी तक हुई जांच से यह साफ हो गया है कि इस मामले में कुल 8,100 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। ज्ञात हो कि इसी मामले में सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना स्ट्रर्लिंग समूह से साढ़े तीन करोड़ रुपये लेते धरे गए थे।
इस मामले में दिल्ली कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि बैंक धोखाधड़ी के सारे आरोपी संदेहास्पद परिस्थिति में देश से भागे हुए हैं। इतना ही नहीं आपराधिक मामलों का सामना नहीं कर इनलोगों ने कोर्ट की भी अवमानना की है। मामले की सारी जानकारी होने के बाद भी जानबूझ कर देश नहीं लौटने का फैसला किया है। ये लोग उस देश में पनाह ले रखी है ताकि देश का कानून वहां तक नहीं पहुंच पाए। इडी ने कोर्ट को यह भी बताया है कि वर्तमान में सभी आरोपियों का नाइजीरिया, संयुक्त राज्य या संयुक्त राज्य अमीरात में होने का संदेह है। क्योंकि इन्हीं देशों से इनका सबसे ज्यादा व्यापारिक हित जुड़ा हुआ है।
ईडी ने कोर्ट को अपनी जांच के बारे में बताते हुए कहा है कि स्टर्लिंग बायोटेक के प्रमोटरों देश में 249 कंपनियां खोल रखी है जिनमें से 200 कंपनिया बेनामी हैं। ये इकाइयां विभिन्न बैंकों से लिए गए लोन को बंद करने में जुटी हैं। मालूम हो कि ईडी ने 23 अक्टूबर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट में सात लोगों के खिलाफ पूरक चार्जशीट दाखिल की थी।
जिस प्रकार इस मामले में कोर्ट ने सोनिया गांधी के राजनितक सलाहकार को लेपेटे में लिया है इससे साफ है कि कोर्ट यह मानता है कि इस सारे खेल के असली खिलाड़ी अहमद पटेल ही हैं। क्योंकि संदेसरा समूह के मालिकों ने अहमद पटेल को ही अपना संरक्षक बनाए हुए हैं। स्टर्लिंग बायोटेक कंपनी का आधिकारिक पता भी अहमद पटेल का रेसिडेंस का ही पता दिया गया है।
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