दीपक बहुत खुश था क्योंकि आज उसका चयन दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर हो गया था। दीपक खुश क्यों ना हो वह अब तक सिपाही बनकर आम लोगों की सेवा कर रहा था और उसकी दिली इच्छा थी कि वह सब इंस्पेक्टर बन जाए।
अपने बेटे की मन की मुरादे पूरी होने पर दीपक के माता-पिता भी काफी खुश नजर आए क्योंकि उनके बेटे ने यह कह रखा था कि जब तक वह दरोगा नहीं बन जाएगा तब तक शादी नहीं करेगा।
वह दिन भी आ गया जब दीपक की शादी धूमधाम से तान्या से हो गई। तान्या एक बड़े घर की रहने वाली है और तान्या भी अपने पति के तौर पर दरोगा पति को पाकर बहुत खुश नजर आ रही थी। दिन बीतता गया और दीपक तथा तान्या को दो बच्चे हुए। दीपक ड्यूटी की वजह से अधिकतर समय थानों में ही गुजरता था लेकिन फिर भी वह पत्नी तथा दोनों बच्चों की कुशलक्षेम के बारे में अक्सर पूछता रहता।
ड्यूटी पर अधिकतर समय देने के चलते दीपक की पत्नी तान्या उससे उबकर मायके आकर रहने लगी थी। इसी दौरान एक ऐसा भी वक्त आया जब दरोगा दीपक के साले की शादी तय हुई। इस शादी को लेकर तान्या ने अपने पति से भाई के शादी में हर हाल में आने के लिए कहा। जिस पर दीपक ने कहा की यह कोई कहने की बात है, मैंने तो छुट्टियों के लिए आवेदन भी कर दिया है और तो और चार दिन की छुट्टी ली है ताकि साले की शादी में खूब नाचूंगा।
दीपक ने जो बोला था उस पर वह खरा उतरा और उसने साले की शादी में जमकर नोट उड़ाए और मजे करते हुए नाच गान किया। इसके बाद दीपक वापस ड्यूटी पर चला गया लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसे यह पता चला कि जिस साले की शादी में उसने मजे किए, उसके जीवन में भूचाल आ रखा है।
दरअसल तान्या ने यह जानकारी दी थी कि उसके भाई के पत्नी से संबंध अच्छे नहीं हैं ,जिसके चलते दोनों के बीच अक्सर कहासुनी होती रहती है। यह सुनकर दीपक को बहुत बुरा लगा और उसने तान्या को बताया कि वह सब कुछ ठीक कर देगा।
इसके अगले ही दिन वह बिना किसी सूचना के ससुराल आ धमका। दीपक के ससुराल आने का मकसद साफ था कि किसी तरह साले का घर बस जाए लेकिन वह उस वक्त हैरान रह गया जब उसके ससुर ने उस पर बहु से संबंध होने के आरोप लगा दिए। दीपक के ससुर कुलबीर का कहना था कि उसके बेटे की पत्नी से उसके नाजायज संबंध है ,इसी वजह से दीपक उसकी तरफदारी कर रहा है।
दीपक हैरान परेशान था, उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह किस तरह ससुर कुलबीर को जवाब दें। इस बात को लेकर उसकी पत्नी तान्या से भी खूब कहासुनी हुई। उसकी पत्नी ने भी दीपक को इस बात के लिए लताड़ लगाई और बोली वह तो अक्सर ड्यूटी पर रहता है फिर उसे क्या जरूरत थी, मेरे घर बिन बुलाए मेहमान बनकर सरपंच गिरी करने का।
बात इतनी बढ़ गई कि दीपक जल भून कर वापस अपनी ड्यूटी पर आ गया। कुछ दिनों बाद उसने तान्या को बच्चों समेत अपने घर ले जाने की कोशिश भी की लेकिन उसके ससुर कुलबीर ने साफ मना कर दिया। अब यह हालत थी कि दीपक अपनी पत्नी से बातचीत भी बंद कर दी थी और खुद को उस दिन के लिए कोस रहा था जब उसने ससुराल जाने का निर्णय किया था।
दीपक ने इस दौरान कई बार तान्या से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन उसके ससुर ने बातचीत करने नहीं दिया। तान्या भी अपने पिता को नाराज देखना नहीं चाहती थी, इस वजह से दीपक से उसने संबंध तोड़ लेना ही मुनासिब समझा। उसने ना केवल अपने पति का मोबाइल उठाना बंद कर दिया बल्कि कभी किसी दिन दीपक की मां भी जब अपने बहू तथा पोते पोतियो का हाल चाल लेना चाहती तो वह उससे भी बातचीत किए जाने से कतराती थी।
इस बीच दीपक की जिंदगी में एक लड़की आ गई, जो चंचल शोख और इतनी हसीन खूबसूरत थी कि दीपक का दिल उस पर फौरन ही लट्टू हो गया। रोमा नाम की यह लड़की दीपक पर जान छिड़कती थी और उसकी मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के जरिए दीपक से हुई थी।
दीपक अब तान्या से ध्यान हटाकर रोमा से प्यार करने लगा था और उसे ऐसा लगता था कि रोमा ही उसकी वास्तविक पत्नी बनने लायक थी लेकिन कौन सा ऐसा मनहूस दिन आया था जब उसने विक्षिप्त परिवार की रहने वाली तान्या से शादी करने की हामी भर दी थी।
खैर देर से ही सही अब वह रोमा से शादी करके बाकी बची जिंदगी हंसी खुशी गुजार देगा। यह सोचकर दीपक मन ही मन खुश हो रहा था।
उधर रोमा दीपक के प्यार में इस कदर पागल हो रही थी कि वह बिना शादी किए हुए भी दीपक को एक भी पल छोड़ना नहीं चाहती थी। जबकि दीपक की इच्छा थी कि वह तान्या को तलाक देकर रोमा के साथ बाकी जिंदगी गुजर बसर करें, इसके लिए उसने रोमा पर यह दबाव बनाया कि वह शादी के लिए अपने माता-पिता से बात करें । उसकी बात सुनकर रोमा ने अपने माता-पिता को दीपक से शादी की बातचीत की लेकिन उसके माता-पिता ने उसके प्रस्ताव को सुनकर साफ इनकार कर दिया कि वह ऐसे लड़के से कभी उसकी शादी नहीं करेंगे जिसकी पहली पत्नी से विवाद चल रहा है।
रोमा ने अपने घर वाले को बहुत समझाया कि लड़का दरोगा है ,फिर भी उसकी माता पिता हामी नहीं भरी। यह बात दीपक को भी को भी रोमा ने बताई, जिसे सुनकर दीपक उदास मन से रोमा से कहा जब उसके माता-पिता ने यह फैसला कर ही लिया है तो उसे उसका साथ छोड़ देना चाहिए।
यह सुनकर रोमा रोने लगी और उसने दीपक से कहा कि तुम तो मुझसे बहुत प्यार करते हो , फिर हम दोनों तो बालिग हैं और शादी कर ही सकते है। लेकिन रोमा की बात सुनकर दीपक का दिल नहीं पसीजा और उसने तान्या की तरह रोमा से भी संबंध तोड़ लेने का फैसला कर लिया।
अब दीपक ना तो रोमा से मिल रहा था और ना ही तान्या से उसका कोई मतलब था। कभी किसी दिन जब बच्चों की याद आ जाती तो वह मन मसोसकर रह जाता था। उधर, तान्या तो अपने पिता के फैसले के साथ खड़ी दिखाई दे रही थी लेकिन रोमा हर हाल में दीपक को पाने के लिए बेचैन हो गई।
वह सारा काम धंधा छोड़कर दीपक जहां भी जाता ,उसका पीछा करती यह बात दीपक को बहुत नागवार गुजरी की रोमा उसकी जासूसी कर रही है। उसने रोमा को बहुत समझाया कि वह उसकी जिंदगी से निकल जाए लेकिन इसका कोई असर रोमा पर नहीं पड़ा। रोमा उसका पीछा करती रही और उस पर शादी के लिए दबाव बनाती रही, इस दौरान रोमा दीपक को यह भी कह दिया कि यदि तुम मुझसे शादी नहीं करोगे तब तुम्हारी अवैध रिलेशनशिप के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी जाएगी।
इसके बाद तुम्हारी नौकरी चली जाएगी और तुम कहीं के नहीं रहोगे। यह सुनकर दीपक जल भुन गया और रोमा से पूछा कि तुम कहां हो और मैं तुमसे इसी वक्त शादी करने आ रहा हूं। रोमा ने यह ऑफर सुनकर खुशी खुशी उसे अपने पास बुलाया लेकिन वहां पहुंचकर दीपक ने उसे अचानक सर्विस रिवाल्वर निकालकर गोली मार दी।
परेशान दीपक इसके बाद अपने ससुर की घर की तरफ रुख किया। जहां पहुंचकर उसने कुलवीर पर भी ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी ,जिसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई । जबकि रोमा का गंभीर हालत में उपचार चल रहा है। दीपक को लगता था कि उसकी जिंदगी को कुलबीर और रोमा ने मिलकर बर्बाद कर दिया। वह चाहता तो भाग सकता था लेकिन उसने सरेंडर करने को सोचा लेकिन इस बीच यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई कि एक दरोगा ने दो लोगों को गोली मार दी है।
इस खबर को मीडिया ने भी प्रमुखता से प्रकाशित कर दी कि किस तरह एक पुलिसकर्मियों ने दो लोगों पर हमला कर दिया । इस घटना को लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर दबाव था कि वह किसी तरह दीपक को गिरफ्तार करें।
अगले दिन दीपक को गिरफ्तार भी कर लिया गया, जहां पर उसने बताया उसके मामले में लंबा चौड़ा गणित लगाने की जरूरत नहीं है। मेरा हंसता खेलता परिवार ससुर ने बर्बाद कर दिया। वह बेहद लालची था, जिसने अपनी छह औलाद में से पांच का घर बर्बाद कर दिया। मैने अपना घर बसाने का चार साल प्रयास किया, लेकिन पत्नी ससुर के बहकावे में आ गई। उसने मेरी आधी सैलरी लेने का प्रयास किया, लेकिन वह कामयाब नहीं हुई।
दीपक का कहना था वह परिवार में अकेला ही बेटा था, उसके परिजनों ने उसकी दूसरी शादी के प्रयास किए, वह इससे सहमत हो गया। इसके बाद नवंबर 2019 में उसके जीवन में रोमा आई जो उसे पागलों की तरह प्यार करने लगी। वह उससे इतना प्यार करती थी कि उसने फिल्मों भी ऐसा प्यार नहीं देखा था। रोमा के लिए उसने सोशल मीडिया से अपना संपर्क तोड़ दिया। उसकी प्रेमिका को सोशल मीडिया पसंद नहीं थी। पत्नी ने जब तलाक देने से मना कर दिया तो रोमा ने चुपके से शादी करने की बात की। इस बात से रोमा के घरवाले नाराज हो गए। इससे रोमा अपने दिमागी संतुलन खो बैठी। उसने उल्टी सीधी हरकतें जैसे उसके बैडरूम में सीसीटीवी कैमरा लगवाकर अपने फोन से अटेच कर लिया। सारे दिन वह उसके साथ फोन पर ही रहती।
यहां तक ड्यूटी के दौरान उससे वीडियो कॉल कर बातचीत करती रहती। इससे वह परेशान हो चुका था। वह अपनी ड्यूटी भी नहीं कर पा रहा था। यह सब उसके साथियों को पता था। वरिष्ठ अधिकारियों से हुई पूछताछ में दीपक ने बताया कि उसके फोन में रोमा उस पर सोते-उठते, फोन पर बात करते हुए भी शक करती थी। यहां तक किसी से बात करना भी पसंद नहीं करती थी। वह यहां तक कहती थी की उसके घर के पास की महिलाओं से उसके संबंध हैं, जिससे वह तंग आ चुका था। इस वजह से उसने इस तरह की वारदात को पुलिस अधिकारी होते हुए अंजाम दिया और उसे इस घटना को लेकर कोई पछतावा नहीं है ।
नोट- यह कहानी दिल्ली की है।पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं।