दादी ने उसे उंगली पकड़कर चलना सिखाया, दादी ही थी जो उसे मां की डांट से बचाती और उसे स्कूल तक पढ़ने ले जाती लेकिन अभागा करण गलत संगत में पड़कर नशेड़ी बन बैठा।
नशे का शौकीन करण नशे के लिए पैसे नहीं मिलने पर उस दादी की जान ले ली जो उसे जान से ज्यादा प्यार करती थी। यह मार्मिक सच्ची अपराध कथा है
राजधानी दिल्ली के शाहदरा इलाके के पूर्वी रोहताश नगर कि जहां पर मौज मस्ती तथा पार्टी के लिए रुपये न देने पर अपनी बुजुर्ग दादी की हथौड़े से पीट-पीटकर बेरहमी से उसके पोते ने हत्या कर दी।
मृतका की शिनाख्त सतीश कुमारी (73) के तौर पर की गई और उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया । जांच करवाई में पता चला है कि बुजुर्ग महिला का शव उनके कमरे में कुर्सी पर पड़ा मिला।
जबकि हत्या करने के बाद आरोपी ने कमरे का बाहर से ताला लगा दिया था। पुलिस ने आरोपी पोते करण (18) को गिरफ्तार कर लिया। बाद में आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया
पुलिस का कहना है सतीश कुमारी अपने छोटे संजय (47) के साथ पूर्वी रोहताश नगर में रहती थीं। संजय के परिवार में पत्नी के अलावा बड़ा बेटा करण और छोटा बेटा ध्रुव है।
पूछताछ में पता चला है कि करण मेरठ के एक कॉलेज से बीबीए प्रथम वर्ष का छात्र है। जबकि संजय किराने की दुकान चलाते हैं। सतीश कुमारी भूतल पर बने एक कमरे में रहती थीं। संजय का परिवार पहली मंजिल पर रहता है।
सतीश का दूसरा बेटा मनोज बाबरपुर में रहता है। मनोज ने पुलिस को बताया कि संजय का उनके पास कॉल आया। उसने बताया कि मां कहीं चली गई हैं, उनके कमरे पर बाहर से ताला लगा है जबकि कॉल करने पर वह फोन भी नहीं उठा रही हैं।
मनोज इस जानकारी के बाद अपने परिवार के साथ वहां पहुंच गया। मां की तलाश करने के बाद दोपहर बाद कमरे का ताला तोड़ा गया। ताला तोड़ते ही परिजनों के होश उड़ गए। अंदर कुर्सी पर सतीश कुमारी मृत पड़ी थीं।
उनके चेहरे, सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान थे। शव के पास ही खून से सना एक हथौड़ा पड़ा हुआ था। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि हथौड़ा सतीश के बराबर में रहने वाले किराएदार का था।
उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि 1 दिन पहले रात को करण हथौड़ा मांगकर ले गया था। करण भी अपने घर से गायब मिला। संजय ने बेटे को कॉल कर घर आने की बात की तो वह मना करने लगा। कुछ देर बाद दबाव बनाने पर वह घर आ गया।
पुलिस ने हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली। आरोपी नशे का आदी बताया जाता है । उसने बताया कि नशे के लिए उसने दादी से कुछ रुपए मांगे थे लेकिन दादी ने रुपए देने से इनकार कर दिया।
जिस पर उसे बेहद गुस्सा आया और उसने दादी से दोबारा पैसे मांगे तथा उसने जब इनकार किया तब वह कुछ देर के लिए घर के बाहर चला गया और फिर घर में आते ही दादी के सिर पर ताबड़तोड़ हथौड़े से कई प्रहार कर दिए जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई ।
बाद में वह घर के आगे ताला लगा कर चंपत हो गया था लेकिन बुलाने पर वापस घर आते ही मैं पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया