Archana Kumari. इंजेक्शन लगाने से बच्चे का दिमाग कैसे तेज हो सकता है लेकिन दिल्ली में एक ट्यूटर बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उनको इंजेक्शन लगा रहा था।
इसका पता चला तो पूरे इलाके में हंगामा मच गया। परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से की। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी संदीप माथुर को गिरफ्तार कर लिया। टीचर नॉर्थ कैंपस, डीयू के नामी कॉलेज से बीए सेकंड ईयर का छात्र है।
उसके पास से एनएस नॉर्मल स्लाइन के कई इंजेक्शन बरामद किए हैं। टीचर ने खुलासा किया है कि उसने यू-ट्यूब पर देखा था कि इस तरह के इंजेक्शन लगाने से न सिर्फ बच्चों का दिमाग तेज होता बल्कि उनकी हाइट भी बढ़ती है।
पुलिस आरोपी से पूछताछ कर इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इंजेक्शन लगाने का उसका असली मकसद क्या था। मंडावली से एक ट्यूटर द्वारा बच्चों को इंजेक्शन लगाने की खबर मिली थी पुलिस मौके पर पहुंची तो पंडित चौक पर भीड़ लगी हुई थी।
वहां आरोपी को पकड़ा हुआ था। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। नौंवी कक्षा के छात्र राजा (बदला हुआ नाम) ने बताया कि आरोपी टीचर उसके पड़ोस में काफी समय से रहता है।
वह छठी से नौंवी कक्षा तक के बच्चों को मुफ्त में ट्यूशन पढ़ाता है। उसके पास 40 से 50 बच्चे ट्यूशन पढ़ रहे थे। राजा के एक दोस्त के कहने पर वह ट्यूशन पढ़ने जाने लगा। सभी बच्चों को दिमाग तेज करने की बात कर एक इंजेक्शन लगाता था।
नए साल पर उसने सभी बच्चों को बाहर घुमाने ले जाने के लिए कहा। राजा ने मना किया तो उससे कहा कि जब उसे उस पर विश्वास नहीं है तो वह ट्यूशन पढ़ने क्यों आता है।
राजा ने ट्यूशन पढ़ने जाना छोड़ दिया। इन दिनों राजा का दोस्त लगातार उसे ट्यूशन में आने और इंजेक्शन लगवाने के लिए दबाव बना रहा था। काफी कहने पर राजा दोबारा ट्यूशन पढ़ने जाने लगा। दोस्त ने उसे इंजेक्शन लगवाने की बात की तो राजा इंजेक्शन घर ले जाकर लगवाने की बात की।
यह कहकर राजा इंजेक्शन सिरिंज में भरवाकर घर ले आया। यहां पिता को पता चला तो उन्होंने मकान मालिक को इसकी खबर दी। इसके बाद शनिवार को मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
पुलिस ने छानबीन के बाद आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उसके घर से बरामद इंजेक्शन को जांच के लिए एफएसएल भेज दिया गया है। जमानती धाराएं होने के कारण को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह चाहता था कि गरीब बच्चे भी पढ़-लिखकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करें। उसन अपनी पढ़ाई के साथ बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया। उसके पास पढ़ने आने वाले बच्चे गरीब और पढ़ाई में कमजोर थे।
उसने यू-ट्यूब पर बच्चों के दिमाग तेज करने का तरीका देखा तो उसे पता चला कि बच्चों को एनएस का इंजेक्शन लगाने से उनका दिमाग तेज होता है और उनकी ग्रोथ भी अच्छी होती है।
इसी वजह से वह बच्चों को इंजेक्शन लगा रहा है। पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इंजेक्शन लगाने के पीछे असल मकसद क्या है।
बच्चों को इंजेक्शन लगाने के खबर मिलते ही पूरे इलाके में हंगामा मच गया। छानबीन के दौरान पता चला है कि आरोपी 10 से 12 बच्चों को इंजेक्शन लगा भी दिया।
कुछ लोग तो यहां तक कह रहे थे कि नशा करने की लत डालने के लिए आरोपी बच्चों को इंजेक्शन लगा रहा था। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।