अर्चना कुमारी, दिल्ली। राजधानी में कोरोना के चलते रात्रि 10:00 बजे से नाईट कर्फ्यू है, इसके बावजूद राजधानी में अपराधियों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है । सड़क पर पुलिस गश्त बिल्कुल नहीं करती, जिसके चलते आए दिन नाइट कर्फ्यू में भी लूट व हत्याएं होती रहती है।
पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी इलाके में नाइट कर्फ्यू के दौरान पिटाई का बदला लेने के लिए आधा दर्जन युवकों ने एक युवक की 30 से अधिक चाकू के वारकर बेरहमी से हत्या कर दी। दर्दनाक इस वारदात के दौरान आरोपियों ने मृतक के दोस्त को भी नहीं बख्शा और उसपर भी चाकू के ताबड़तोड़ वार कर दिए।
बाद में सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस मृतक की शिनाख्त अभिमन्यू उर्फ आलू (22) के तौर पर की । वहीं अस्पताल में अभिमन्यू के मित्र अभिषेक (21) की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि पूरी वारदात घटना स्थल के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई।
उसके आधार पर पुलिस ने तीन आरोपी मनीष उर्फ अनार (20) रोहित (21) और अर्जुन (19) को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मृतक अभिमन्यू अपने परिवार के साथ त्रिलोकपुरी पांच-ब्लॉक में रहता था।
परिवार में मां महेंद्र देवी, दो भाई, भाभी व अन्य सदस्य हैं। महेंद्र देवी शास्त्री भवन में अस्थायी कर्मचारी है। वही उसका घायल मित्र अभिषेक भी त्रिलोकपुरी इलाके में ही रहता है। इसके परिवार में माता-पिता व अन्य सदस्य हैं। जांच कार्रवाई में पता चला कि पिछले काफी समय से अभिमन्यू की इलाके के ही रहने वाले मनीष उर्फ अनार से रंजिश चल रही थी।
इलाके में वर्चस्व को लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। विभिन्न थानों में दोनों के खिलाफ कई मामले भी दर्ज हैं। सोमवार शाम के समय अभिमन्यू और अभिषेक किसी काम से बाहर निकले थे। इस बीच उनकी मनीष के भाई रोहित से दोनों की कहासुनी हो गई।
दोनों ने रोहित की पिटाई कर दी। इस पर रोहित दोनों को देख लेने की धमकी देकर वहां से चला गया। इस बीच रोहित ने सारी बात अपने भाई मनीष को बताई। कुछ ही देर में मनीष ने आवारा लड़के इकट्ठे किए और वह अभिमन्यू व अभिषेक को ढूंढने लगा। देर रात तक मनीष दोनों की तलाश करता रहा।
इस दौरान कहीं भी पुलिस नजर नहीं आई । इस बीच उसके किसी दोस्त ने बताया कि अभिमन्यू अपने घर के पास एक ऑटो में अभिषेक के साथ बैठा है। इतना सुनना था कि मनीष और उसके गैंग के साथी वहां आ धमके । आरोप है कि मनीष, रोहित अर्जुन व अन्य वहां पहुंच गए।
इन लोगों ने ऑटो को घेरकर दोनों पर चाकू से हमला करना शुरू कर दिया। आरोपियों ने 30 से अधिक चाकू अभिमन्यू को मारे। जिससे उसकी मौके पर ही तड़प तड़प कर मौत हो गई। वहीं अभिषेक के भी कई चाकू मारे गए। वारदात के बाद शोर-शराबा होने पर सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
घायल अभिषेक को उसके परिजनों ने अस्पताल में भर्ती करा दिया । अस्पताल से ही पुलिस को मामले की जानकारी हुई जिसके बाद पुलिस ने 3 आरोपियों को तो पकड़ लिया लेकिन पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है। यह घटना नाइट कर्फ्यू को लेकर दिल्ली पुलिस की व्यवस्था पर सवाल उठाता है जबकि घटना के बाद भी कई घटनाएं नाइट कर्फ्यू में हो चुकी है।