Archana Kumari. साहिल और नवीन में अटूट दोस्ती थी और दोनों एक-दूसरे को बेहद पसंद करते थे। दोनों एक ही कारोबार करते हैं और इनका आपस में अक्सर लेनदेन होता रहता था। इस दोस्ती में दरार उस वक्त पड़ गई जब दोनों के बीच रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया इसके बाद तो नवीन में ऐसी साजिश रची कि साहिल को तबाह करने के चक्कर में खुद दोस्तों के साथ जेल पहुंच गया ।
दरअसल यह सच्ची कहानी है दिल्ली के महिन्द्रा पार्क इलाके की, जहां पर किडनैपिंग के एक केस में चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन्हें अलीगढ़ से पकड़ा गया और पीड़ित को सकुश्ल मुक्त कराया गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान रोहिणी निवासी दीपक कुमार (23), श्याम सुंदर शर्मा (29), निजामुदीन गांव निवासी गोपी किशन (22) व बदरपुर निवासी नवीन नेगी (26) के तौर पर हुई। मामले में एक कार भी पुलिस ने जब्त की है। पुलिस ने इस केस का खुलासा टेक्निकल सर्विलांस की मदद से किया
पुलिस ने बताया 15 अप्रैल की रात 10 बजकर 8 मिनट पर एक व्यवसाई के किडनैपिंग की कॉल मिली। महेन्द्रा पार्क थाना पुलिस ने मामले में पीड़ित साहिल सक्सेना (34) की पत्नी चित्रा सक्सेना के बयान लिए। जिन्होंने बताया उनके पति प्लेसमेंट एजेंट के तोर पर काम करते हैं।14 अप्रैल की रात आठ बजे उनके दोस्त नवीन नेगी ने कॉल किया। नवीन नेगी उनके पति को कई साल से जानते हैं। दोनों का ही हॉस्पिटल में वॉर्ड ब्वॉय मुहैया कराने का काम है।
दिल्ली में इन दिनों करोना काफी फैला हुआ है और इस वजह से दोनों दोस्त काफी बिजी रहते हैं। घटना के दिन साहिल सक्सेना ने कॉल आने पर नवीन नेगी से फोन पर बात की और उसके दोस्त ने गेट नंबर दो मूलचंद हॉस्पिटल पर कुछ वार्ड ब्वॉय लेकर आने के लिए कहा। इसके बाद अगले दिन सुबह ग्यारह बजे साहिल सक्सेना घर से मूलचंद हॉस्पिटल के लिए निकल गए।
इसके कुछ देर बाद चित्रा को उनके पति का कॉल आया। जिन्होंने बताया नवीन नेगी ने अपने दोस्तों के साथ अगवा कर लिया है, जो रुपयों की मांग कर रहे हें। दोस्त के कैद में मौजूद साहिल ने पत्नी से पचास हजार रुपए अपने अकाउंट में डालने की बात कही। चित्रा सक्सेना ने ऐसा ही किया। पहले 25 हजार रुपए और फिर पचास हजार रुपए पति के अकाउंट में डाल दिए।
इसके बाद उनके पति का मोबाइल बंद हो गया। चित्रा ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी और मामले में चित्रा के बयान पर पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज कर लिया। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान पुलिस ने पीड़ित और आरोपी के मोबाइल की कॉल डिटल चैक की। सीडीआर का अध्ययन करने आरोपियों की लोकेशन अलीगढ में आई, जिसके बाद टैक्नीकल सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई और पीड़ित को उनके चुंगल से मुक्त करा लिया।
पुलिस की तहकीकात में यह बात सामने आई आरोपियों और पीड़ित के बीच रुपयों की लेन-देन का झगड़ा था और इसी वजह से इस वारदात को अंजाम दिया गया लेकिन नवीन की पोल खुल गई और उसे किडनैपिंग में मदद करने वाले दोस्तों के साथ जेल भेज दिया गया । साहिल किडनैपर से मुक्त होने के बाद चित्रा के साथ अपने घर पर मौजूद है और उसने जो गद्दार दोस्त की कहानी पुलिस को बताया उससे पुलिस अचंभित है, उसका कहना है कि चंद रुपयों की खातिर नवीन नेगी ने इस वारदात को अंजाम दिया था।