अर्चना कुमारी। राजवीर और संतोष देवी पति-पत्नी थे और दोनों के बीच संबंध सामान्य नहीं थे। दोनों के बीच किसी न किसी बात पर झगड़ा होता रहता था लेकिन उसके बेटे और अन्य परिजनों को इसका पता नहीं चल पाया। एक दिन राजवीर ने पत्नी की हत्या करने के बाद खुद को भी मौत के गले लगा लिया। कमरे में संतोष का शव फर्श पर खून से लथपथ पड़ा मिला जबकि राजबीर कमरे में गमछे के सहारे फंदे से लटका था।
हत्या करने के बाद राजबीर ने कमरे की दीवार पर पत्नी के ही खून से एक सुसाइड नोट लिखा। नोट में उसने लिखा कि हत्या के लिए वह खुद ही जिम्मेदार है। उसके बच्चों का इससे कोई लेनादेना नहीं । इस तरह की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जीटीबी अस्पताल की मोर्चरी भेज दिया है। फिलहाल करावल नगर थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
परिजनों से पूछताछ कर हत्या ओर आत्महत्या की वजहों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि राजवीर ने किस कारण से इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस का कहना है कि मथुरा, यूपी का रहने वाला राजबीर परिवार के साथ टूंडा नगर, जौहरीपुर, करावल नगर में रहता था। परिवार में पत्नी संतोष देवी के अलावा चार बेटे रवीश कुमार, रामधारी, राजेश्वर और प्रवीण हैं। रवीश और रामधारी शादीशुदा हैं और बाकी दोनोंं बेटे अविवाहित।
राजबीर व संतोष मकान में ग्राउंड फ्लोर पर रहते थे जबकि उनके लड़के ऊपर की मंजिलों पर रहते हैं। राजबीर पहले डीटीसी में था, लेकिन उसका डीटीसी से विवाद होने के बाद केस चलने लगा और वह पत्नी व छोटे बेटे प्रवीण के साथ मिलकर सब्जी बेचने का काम शुरू कर दिया। राजबीर हर रोज तड़के उठकर प्रवीण के साथ सब्जी लेने जाता था।
एक दिन प्रवीण पिता को सब्जी मंडी चलने के लिए उठाने आया, लेकिन पिता ने दरवाजा नहीं खोला। काफी देर हो जाने पर प्रवीण ने बड़े भाईयों के माता-पिता के दरवाजा न खोलने की सूचना दी। दंपत्ति के चारों लड़के माता-पिता के कमरे के बाहर आ गए। दरवाजा तोड़ा तो लड़कों के होश उड़ गए। मां जमीन पर खून से लथपथ पड़ी थी, पिता कमरे में ही फंदे से लटका था।
मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही जिले के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। क्राइम टीम बुलाकर मौके से साक्ष्य जुटाए गए। आशंका व्यक्त की जा रही है कि पत्नी का गला घोंटने के बाद राजबीर ने उसके सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला किया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। राजबीर के दीवार पर लिखे नोट की पुलिस जांच कर रही है।
इस बात का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि राजबीर ने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस को पता चला है कि करीब दो माह पूर्व संतोष देवी राजबीर के गांव नवाली गई थी और 3 दिन पहले ही दिल्ली आई थी। दिल्ली आतेेेे दोनों के बीच झगड़ा होने लगा लेकिन यह नहीं पता चल पाया कि झगड़ा किस बात पर होता था। पुलिस संतोष और राजबीर के बेटों से पूछताछ कर हत्या और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।