अर्चना कुमारी। एक दंपत्ति को अपना वंश चलाने के लिए बच्चा चाहिए था। इसके लिए उसने सौदा किया लेकिन जिसे बच्चा बेचना था ,उसे कुछ धोखा का अंदेशा हुआ फिर उसने बच्चे के किडनैपिंग की रिपोर्ट पुलिस में कर दी। जिसके बाद ना बच्चा बिका और ना ही यह सौदा हो पाया। अलबत्ता 6 लोग इस सौदेबाजी में जेल चले गए और मासूम बच्चा माता पिता के जेल जाने के बाद किसके पास रहे यह पुलिस के लिए बड़ी समस्या साबित हो गई।
दरअसल यह सच्ची स्टोरी है फतेहपुर बेरी इलाके कि जहां पर एक दंपति ने अपने नवजात शिशु को 3.60 लाख रुपए में बेच दिया। इस बच्चे को खरीदने वाले दंपति को बेटे की ही चाहत थी। डील पुरी हो गई इसके बाद दो लाख कैश और 1 लाख 60 हजार रूपए के चार चेक दिए गए । बच्चा बेचने वाला दंपति इन चेक को कैश कराने बैंक गया तो पता चला चेक कुछ दिन बाद की तारीख के हैं।
वे पढ़े लिखे नहीं थे, इस वजह से दंपति को शक हुआ कि कहीं उनके साथ धोखा तो नहीं हुआ है, इसलिए उन्होंने बच्चे की किडनैपिंग की कॉल कर दी। मामला पुलिस के पास पहुंचा, जांच आगे बढ़ी, जिसके बाद पूरे मामले से पर्दा उठ गया। इस केस में पुलिस ने बच्चे को बेचने वाले दंपति और खरीदने वाले दोस्ती समेत छह लोगों को धर दबोचा । इनमें दो लोग बच्चे का सौदा कराने वालों में शामिल हैं।
आरोपियों की पहचान विद्यानंद, उनकी पत्नी रामपरी देवी, रमन , हरिपाल सिंह, गोविन्द कुमार और उसकी पत्नी पूजा के तौर पर हुई। 15 जून को इस मामले की सूचना पुलिस को मिली थी, जिसमें गोविन्द कुमार ने बताया उसकी पत्नी पूजा ने 8 जून को बेटे को जन्म दिया था। बच्चे के जन्म के बाद उसका कहना है कि उसका दोस्त हरिपाल सिंह मिलने आया था ।
14 जून को जब हम सो गए तो हरिपाल बच्चे को लेकर फरार हो गया। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज किया। गोविंद से मिली जानकारी के बाद हरिपाल को पकड़ा गया। हरिपाल से पूछताछ में खुलासा हुआ इस दंपति ने खुद अपने बच्चे को उसके दोस्त रमन के रिश्तेदार को बेच दिया था। पुलिस रमन के घर पहुंच गई, जिसने बताया इस दंपति ने उसके रिश्तेदार को अपना बच्चा बेचा था।
उसका रिश्तेदार विद्यानंद और राम परी देवी बच्चा लेकर दिल्ली से बिहार चले गए । पुलिस को पता चला ट्रेन ढाई बजे आधी रात में कानपुर सेंट्रल पहुंचेगी। इस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कानपुर पुलिस को मामले की जानकारी दी और कानपुर पुलिस इस दंपति को रोक दिल्ली पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस की एक टीम कानपुर पहुंच आरोपी दंपति और नवजात को लेे आई।
जांच में खुलासा हुआ विद्यानंद और राम परी को शादी के पच्चीस साल बाद भी कोई बच्चा नहीं हुआ था। इसलिए उन्होंने अपना वंश चलाने के लिए रमन को बताया कि वह बच्चा खरीदना चाहते हैं। रमन ने यह बात हरिपाल को बताया जिसने गोविंद और पूजा से इनका सौदा कराया था । डील का सौदा 3 लाख 60 हजार रूपए में हरिपाल के घर पर हुआ।
12 जून को इस डील का एक एग्रीमेंट भी दोनों पार्टी के बीच हुआ। इस खुलासे के बाद पुलिस ने इस मामले से जुड़े सभी छह लोगों को पकड़ लिया। पुलिस का कहना है कि बच्चा बेचने वाला दंपति बेहद गरीब है। वे पढ़े लिखे भी नहीं है। उन्हे जो चार चेक दिए गए थे, वे 18 तारीख के थे। इससे पहले ही वे बैंक में रुपए निकालने चले गए। उन्हें बताया गया चेक अभी कैश नहीं हो सकता। उन्हें खुद के साथ धोखे का एहसास हुआ। इस पर उन्होंने पुलिस को झूठी कॉल कर दी थी।
I was searching for a good topic to research and read, I got this article on your blog, Thank you so much. Check Uttarakhand Board Result 2021